ख़्वाब के लिए सोना जरूरी है और अमूमन आदमी बंद आंखों से ही सोता है. ख्वाब या सपने तरह तरह के होते हैं. मतलब कभी आदमी सपनों में सांप और जलती हुई आग देखता है तो कहीं किसी के ख्वाबों में लड़कियां और महिलाएं होती हैं. कहीं किसी को ख्याब में खजाना मिलता है तो वहीं ऐसे भी लोग हैं जो वास्तविक ज़िन्दगी में जो कुछ नहीं कर पाए वो उसे ख्वाबों में करते हैं. ज्योतिष से लेकर मनोवैज्ञानिकों तक ख्वाब या सपने पर सबके अपने लॉजिक है लेकिन विज्ञान यही कहता है कि जो हमारे सब-कॉन्शियस में होता है वही ख़्वाब बनकर हमें हर रात नींद के बाद दिखाई देता है. अपनी बात करूं तो मेरे भी सब कॉन्शियस में बहुत कुछ है. मतलब मैं चुटकी बजाते अमीर भी होना चाहता हूं तो वहीं मेरी ये भी इच्छा है कि खूब खाऊं तरह तरह का खाऊं मगर मेरी टोंड बॉडी और सिक्स पैक ऐब्स रहें. दुनिया के तमाम लोगों की तरह मैंने भी तमाम चीजें अपने ख्वाब में देखीं लेकिन कभी ये नहीं देखा कि मैं हवाई जहाज में धक्का लगा रहा हूं या फिर ख्वाब में पुलिस इंस्पेक्टर बना मैं ऐसे चोरों का पीछा कर रहा हूं जिन्होंने मिराज जैसे फाइटर जेट का पहिया पूरे सलीके से चोरी किया. इस तरह के ख्वाब मुझे क्यों नहीं आए वजह बस ये है कि शायद मेरे सब कॉन्शियस ने कभी इस दिशा में सोचा ही नहीं.
इतनी बातें पढ़कर शायद आपके दिमाग में भी खिचड़ी पक गई होगी. आपको कुछ समझ नहीं आ रहा होगा. आप कंफ्यूज हो गए होंगे. तो आइए आपका कंफ्यूजन दूर किया जाए. उपरोक्त बताई दोनों घटनाएं जिसमें एक में जहाज को धक्का लगाया गया है और दूसरी में फाइटर जेट का पहिया खोला गया है सच हैं.
बाकी दोनों ही घटनाएं क्योंकि हमारे सामने हैं तो कुछ और कहने...
ख़्वाब के लिए सोना जरूरी है और अमूमन आदमी बंद आंखों से ही सोता है. ख्वाब या सपने तरह तरह के होते हैं. मतलब कभी आदमी सपनों में सांप और जलती हुई आग देखता है तो कहीं किसी के ख्वाबों में लड़कियां और महिलाएं होती हैं. कहीं किसी को ख्याब में खजाना मिलता है तो वहीं ऐसे भी लोग हैं जो वास्तविक ज़िन्दगी में जो कुछ नहीं कर पाए वो उसे ख्वाबों में करते हैं. ज्योतिष से लेकर मनोवैज्ञानिकों तक ख्वाब या सपने पर सबके अपने लॉजिक है लेकिन विज्ञान यही कहता है कि जो हमारे सब-कॉन्शियस में होता है वही ख़्वाब बनकर हमें हर रात नींद के बाद दिखाई देता है. अपनी बात करूं तो मेरे भी सब कॉन्शियस में बहुत कुछ है. मतलब मैं चुटकी बजाते अमीर भी होना चाहता हूं तो वहीं मेरी ये भी इच्छा है कि खूब खाऊं तरह तरह का खाऊं मगर मेरी टोंड बॉडी और सिक्स पैक ऐब्स रहें. दुनिया के तमाम लोगों की तरह मैंने भी तमाम चीजें अपने ख्वाब में देखीं लेकिन कभी ये नहीं देखा कि मैं हवाई जहाज में धक्का लगा रहा हूं या फिर ख्वाब में पुलिस इंस्पेक्टर बना मैं ऐसे चोरों का पीछा कर रहा हूं जिन्होंने मिराज जैसे फाइटर जेट का पहिया पूरे सलीके से चोरी किया. इस तरह के ख्वाब मुझे क्यों नहीं आए वजह बस ये है कि शायद मेरे सब कॉन्शियस ने कभी इस दिशा में सोचा ही नहीं.
इतनी बातें पढ़कर शायद आपके दिमाग में भी खिचड़ी पक गई होगी. आपको कुछ समझ नहीं आ रहा होगा. आप कंफ्यूज हो गए होंगे. तो आइए आपका कंफ्यूजन दूर किया जाए. उपरोक्त बताई दोनों घटनाएं जिसमें एक में जहाज को धक्का लगाया गया है और दूसरी में फाइटर जेट का पहिया खोला गया है सच हैं.
बाकी दोनों ही घटनाएं क्योंकि हमारे सामने हैं तो कुछ और कहने बताने से पहले ये स्पष्ट कर देना जरूरी है कि कयामत नजदीक है अब अगर कल की डेट में हम कुत्ते को गहरे पानी रहते देखें या फिर मछली को विशाल नीले आकाश में हवाई कलाबाजियां करते देखें तो भी हमें हैरत में बिल्कुल नहीं आना चाहिए.
तो भइया ऐसा है कि ये जो धक्का मारने वाली पहली घटना है वो सुदूर नेपाल की है. घटना का वीडियो वायरल है और जब हमने इसकी जांच पड़ताल की तो यही निकल कर आया कि ये गड़बड़ घोटाला नेपाल के बाजुरा एयरपोर्ट का है. कहानी ये है कि हुमला जिले के सिमिकोट से आए तारा एयरलाइंस के एक छोटे विमान ने एयरपोर्ट के रनवे पर लैंड किया. लेकिन तभी उसका टायर फट गया.
खबरों की मानें तो बड़े से प्लेन का छोटा सा पिछला टायर फट गया था, जिसके कारण वह रनवे से हट नहीं पा रहा था. यह देखते हुए एयरपोर्ट पर मौजूद यात्री प्लेन को रनवे से हटाने के लिए सुरक्षाकर्मियों के साथ शामिल हो गए. प्लेन को रनवे से हटाने के लिए पैसेंजर्स ने भी धक्का लगाया और उसे पार्किंग स्थल तक ले गए.
अच्छा हां एक बात और जान लीजिए जब तक विमान को पार्किंग तक नहीं पहुंचाया जाता तब तक कोई दूसरा विमान उस रनवे पर लैंड नहीं कर पाता. जबकि दूसरे विमान लैंडिंग की कतार में थे. ऐसे में जल्दी-जल्दी एयरपोर्ट अथॉरिटी ने लोगों की मदद से रनवे पर खड़े विमान को हटाने का फैसला किया ताकि रास्ता क्लियर हो सके.
विमान में बैठी सवारियों का धक्का लगाना हैरत में डालता है. हैरत का लेवल कुछ वैसा ही होता है जैसा चोरों का जाम में फंसे इंडियन एयरफोर्स के फाइटर जेट मिराज का पहिया खोलना और फिर चुरा ले जाना. अपने आप में अनोखा ये मामला अपने अदब, तमीज, तहजीब, नजाकत और नफासत के लिए मशहूर लखनऊ का है.
मुस्कुराइये आप लखनऊ में हैं. कुछ ऐसी टैगलाइन है लखनऊ की लेकिन ये हैरतअंगेज मामला कुछ ऐसा है कि मुस्कुराने का नहीं सीधे हंसने का मन है, वो भी लोट-"लोट कर. बात बीते दिन की है. यूपी की राजधानी लखनऊ में हड़कंप उस वक़्त मचा जब ये ख़बर आई कि चोरों द्वारा फाइटर प्लेन मिराज का पहिया चोरी कर लिया गया.
घटना पूरी फिल्मी थी. बताया यही जा रहा चोरी करने से आए चोरों ने ट्रैफिक जाम में फंसे ट्रक से इस चोरी की वारदात को अंजाम दिया. चोरी की भनक लगते ही ट्रक ड्राइवर ने तत्काल 112 पर पुलिस को इस घटना की सूचना दी. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने छानबीन की और आरोपियों की तेजी से तलाश शुरू कर दी है.
ट्रक ड्राइवर हेम सिंह रावत की बातों पर यकीन करें तो समय कोई रात के 12:30 और 1:00 के बीच का रहा होगा. लखनऊ स्थित शहीद पथ पर भीषण जाम लगा हुआ था. तभी स्कॉर्पियो गाड़ी में कुछ लोग आए और पीछे से ट्रक की बेल्ट काटकर पहिए को चुरा ले गए, जब ट्रक ड्राइवर को इसकी जानकारी हुई तब तक देर हो चुकी थी. ट्रक ड्राइवर के अनुसार क्योंकि जाम था इसलिए ट्रक धीरे धीरे चल रहा था.
भले ही पुलिस ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज कर ली हो और चोरों की तलाश शुरू कर दी हो लेकिन फाइटर जेट का पहिया चोरी... वाक़ई ये बात सुनने में ही कितनी अजीबोगरीब है. पुलिस के अनुसार लखनऊ के बख्शी तालाब एयरवेस से सामान अजमेर जा रहा था.
अब जबकि विचलित करने वाली ये दोनों ख़बरें मैंने सुनी हैं तो मुझे ऐसी चीजें या फिर इससे मिलते जुलते दृश्य अपने सपने में दिखें तो हैरत नहीं होनी चाहिए. यूं भी कलयुग चल रहा है. दुनिया ख़त्म होने ही वाली है. थोड़ा बहुत मनोरंजन है जो होना चाहिए. होते रहना चाहिए और हां इनमें कोई हर्ज नहीं है.
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