ज्यादा नहीं कुछ ही घंटे हुए हैं, आईपीएल की नीलामी थी. सब बड़े बड़े लोग अपने हैंडबैग में मोटी मोटी चेक बुक लाए थे ताकि वो अपनी पसंद के खिलाड़ी खरीद सकें. एक बार जो बोलियों का दौर लगा तो फिर उसने थमने का नाम नहीं लिया. जिसे उसकी पसंद के खिलाड़ी मिले वो खुश था जिसे नहीं मिले वो चेहरे पर नकली मुस्कान लिए औरों को, अपने को खुश दिखाने का प्रयास करता दिखता. आई पी एल की इस नीलामी पर ध्यान दीजिये, देखिये कहीं कुछ छूट तो नहीं रहा? जानने का प्रयास करिए कहीं कुछ खाली तो नहीं है?
एक बार में शायद आप ये कहकर अपनी बात खत्म कर दें कि आईपीएल की ये नीलामी अच्छे से निपट गयी और कहीं ऐसा कुछ नहीं हुआ जिसको देखकर या जानकर दुःख की अनुभूति हो. मगर अब इस प्रश्न पर फिर से विचार करिए तो मिलेगा कि एक आदमी के चलते आई पी एल की ये नीलामी अधूरी थी और वो थे विजय माल्या.
बहरहाल, बात बीती रात की है. आईपीएल की नीलामी की बातें देख और सुन माल्या दबे मन से सोने चले गए. एसी को 22 पर करके और कोरियन कम्बल ओढ़ कर हाथ में ओशो की किताब "सम्भोग से लेकर समाधी तक" लिए माल्या अभी लेटे ही थे कि दिन भर की थकावट के चलते उन्हें नींद आ गयी. अब माल्या सपनों की दुनिया में थे जहां पहले तो उन्होंने अपने को आईपीएल की नीलामी में पाया फिर स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा बनाई गयी किसी जेल में. माल्या ये दृश्य देखकर घबरा गए और जल्दबाजी में उन्होंने बोतल पर मुंह लगाकर पानी पिया और ओशो की किताब के एक आत दो पन्ने पढ़ने के बाद सोने का पुनः प्रयास किया.
एक बार फिर माल्या सपने की दुनिया में थे और उस बार सपना एक सीरीज में था और कहीं से ब्रेक नहीं हुआ. सपने के पहले दृश्य में माल्या के सामने विराट आए और पूछ के चले गए "भाई तुम्हें साइन क्यों...
ज्यादा नहीं कुछ ही घंटे हुए हैं, आईपीएल की नीलामी थी. सब बड़े बड़े लोग अपने हैंडबैग में मोटी मोटी चेक बुक लाए थे ताकि वो अपनी पसंद के खिलाड़ी खरीद सकें. एक बार जो बोलियों का दौर लगा तो फिर उसने थमने का नाम नहीं लिया. जिसे उसकी पसंद के खिलाड़ी मिले वो खुश था जिसे नहीं मिले वो चेहरे पर नकली मुस्कान लिए औरों को, अपने को खुश दिखाने का प्रयास करता दिखता. आई पी एल की इस नीलामी पर ध्यान दीजिये, देखिये कहीं कुछ छूट तो नहीं रहा? जानने का प्रयास करिए कहीं कुछ खाली तो नहीं है?
एक बार में शायद आप ये कहकर अपनी बात खत्म कर दें कि आईपीएल की ये नीलामी अच्छे से निपट गयी और कहीं ऐसा कुछ नहीं हुआ जिसको देखकर या जानकर दुःख की अनुभूति हो. मगर अब इस प्रश्न पर फिर से विचार करिए तो मिलेगा कि एक आदमी के चलते आई पी एल की ये नीलामी अधूरी थी और वो थे विजय माल्या.
बहरहाल, बात बीती रात की है. आईपीएल की नीलामी की बातें देख और सुन माल्या दबे मन से सोने चले गए. एसी को 22 पर करके और कोरियन कम्बल ओढ़ कर हाथ में ओशो की किताब "सम्भोग से लेकर समाधी तक" लिए माल्या अभी लेटे ही थे कि दिन भर की थकावट के चलते उन्हें नींद आ गयी. अब माल्या सपनों की दुनिया में थे जहां पहले तो उन्होंने अपने को आईपीएल की नीलामी में पाया फिर स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा बनाई गयी किसी जेल में. माल्या ये दृश्य देखकर घबरा गए और जल्दबाजी में उन्होंने बोतल पर मुंह लगाकर पानी पिया और ओशो की किताब के एक आत दो पन्ने पढ़ने के बाद सोने का पुनः प्रयास किया.
एक बार फिर माल्या सपने की दुनिया में थे और उस बार सपना एक सीरीज में था और कहीं से ब्रेक नहीं हुआ. सपने के पहले दृश्य में माल्या के सामने विराट आए और पूछ के चले गए "भाई तुम्हें साइन क्यों नहीं किया" इसके बाद उनके सामने एबी डिविलियर्स आए और उन्हें " जा बेवफा जा हमें प्यार नहीं करना" वाला गाना सुनाया और चले गए.
अब बारी गेल की थी. गेल, जिसे कभी माल्या टीम का डॉन मानते थे अब बगल में बेब्स और हाथ में महा घनघोर ठंडी बियर का केन लेकर उनके सामने थे. गेल को देखकर अचानक ही माल्या के मुंह से फिल्म "तेरी मेहरबानियां" का तेरी मेहरबानियां- तेरी कद्र दानियां वाला गाना निकल गया. इससे पहले कि माल्या गाना खत्म कर पाते गेल में भी उनसे गाने में ही सवाल किया. गेल के गया कि "व्हाई दिस कोलावेरी डी" माल्या उनके इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए. इससे और इसके अलावा आईपीएल में कम बोली लगने से आहत गेल जाने लगे तो माल्या ने उनको बुलाया और अंग्रेजी में कहा कि "सिट लेट अस टॉक".
गेल माल्या के पुराने वफादार थे. बैठने के अलावा उनके पास कोई और कोई चारा नहीं था. उन्होंने बियर का केन डस्टबिन में फेंका, संग आईं बेब्स को बाहर भेजा, बैठे और बस फूट पड़े. माल्या कुछ समझ पाते इससे पहले ही गेल ने गेल ने उनके सामने सवालों की झड़ी लगा दी.
गेल ने माल्या से ये भी कहा कि उन्होंने उनके (माल्या के ) सम्मान में कहां कमी छोड़ी. रोने के बाद रुमाल से गीली नाक को साफ करते हुए गेल का चेहरा देखने लायक था जब उन्होंने माल्या से कहा कि क्या कोई इस तरह भी, इतनी बेदर्दी से किसी के पेट में लात मारता है. गेल ने माल्या को वो दौर भी याद कराया जब उन्हें लेने के लिए तमाम टीमों में ऑक्शन से पहले ही घेराबंदी होती थी और उनके लिए बड़ी कीमतों के अलावा तमाम तरह के ऑफर रखे जाते थे.
माल्या के सामने बैठे गेल दहाड़ें मार-मार के पानी पी-पीकर रोये जा रहे हैं और माल्या भी अपनी गोल-गोल बड़ी-बड़ी आंखों में आंसू की दो बूंद लिए कभी गेल को देखते कभी कमरे की सीलिंग में लगे पंखे को देखते और दिलासे देते. माल्या अभी गेल को अपनी आर्थिक तकलीफें और आईपीएल की नीलामी में न आ पाने का दुःख समझा पाते इससे पहले ही कान के पास बैठे मच्छर ने उन्हें काट लिया और वो उठ गए.
कमरे में गुड नाईट जलाकर माल्या तीसरी बार लेट तो गए मगर अब उन्हें नींद नहीं आ रही. उनके दिमाग में अब भी वो सवाल हैं जो हाथ में बियर लेकर आने वाले गेल ने उनसे सपने में पूछे थे.
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