1998 में फिल्म आई थी नाम था दूल्हे राजा. फिल्म कॉमेडी जोनर से ताल्लुख रखती थी. फिल्म के हीरो गोविंदा थे, जबकि उनकी हिरोइन रवीना टंडन थीं. फिल्म में कादर खान, रवीना टंडन के पापा बने थे और जॉनी लीवर ने कादर खान के पीए की भूमिका निभाई थी. जॉनी लीवर वैसे ही उम्दा कलाकार हैं मगर इस फिल्म में जिस तरफ की एक्टिंग उन्होंने की अगर आज भी दर्शक यूट्यूब पर पूरी फिल्म या फिर उस फिल्म की क्लिप्स देख लें तो शायद ही अपनी हंसी रोक पाएं. जॉनी थे तो कादर खान की तरफ मगर जब भी मौका आता वो पाला बदल लेते और गोविंदा का पक्ष लेते जिससे कादर खान को बड़ी खीझ होती. हम फिल्म में जॉनी लीवर को देख चुके हैं साथ ही हम एनसीपी प्रमुख शरद पवार (एनसीपी Chief Sharad Pawar) को भी देख चुके हैं. इतनी बातों के बाद दिमाग की बत्ती जलेगी. सवाल होंगे. हमसे जॉनी लीवर और शरद पवार की तुलना या फिर इस तुलना का कारण पूछा जाएगा. तो जवाब है महाराष्ट्र (Maharashtra) जहां सब कुछ तो हो गया बस सरकार नहीं बन पा रही.
मामले पर कन्फ्यूजन वैसा ही जैसा कन्फ्यूजन फिल्म दूल्हे राजा में कादर खान और गोविंदा के बीच जॉनी लीवर ने किया था. महाराष्ट्र में भी हालात फिल्म दूल्हे राजा जैसे हैं. कादर खान के रोल में पीएम उद्धव ठाकरे हैं जबकि गोविंदा का रोल पीएम मोदी निभा रहे हैं और इन दोनों के ही बीच शरद पवार डोल रहे हैं. कन्फ्यूजन तो यूं भी चल रहा है तो आइये कुछ और बात करने से पहले फिल्म का सीन ही देख लें. एंटरटेनमेंट तो मिलेगा ही कही हुई बात भी कुछ हद तक क्लियर हो जाएगी.
महाराष्ट्र के अंतर्गत चल रही इस फिल्म में हमने शरद पवार को जॉनी लीवर कहा था और ये कहने की इजाजत...
1998 में फिल्म आई थी नाम था दूल्हे राजा. फिल्म कॉमेडी जोनर से ताल्लुख रखती थी. फिल्म के हीरो गोविंदा थे, जबकि उनकी हिरोइन रवीना टंडन थीं. फिल्म में कादर खान, रवीना टंडन के पापा बने थे और जॉनी लीवर ने कादर खान के पीए की भूमिका निभाई थी. जॉनी लीवर वैसे ही उम्दा कलाकार हैं मगर इस फिल्म में जिस तरफ की एक्टिंग उन्होंने की अगर आज भी दर्शक यूट्यूब पर पूरी फिल्म या फिर उस फिल्म की क्लिप्स देख लें तो शायद ही अपनी हंसी रोक पाएं. जॉनी थे तो कादर खान की तरफ मगर जब भी मौका आता वो पाला बदल लेते और गोविंदा का पक्ष लेते जिससे कादर खान को बड़ी खीझ होती. हम फिल्म में जॉनी लीवर को देख चुके हैं साथ ही हम एनसीपी प्रमुख शरद पवार (एनसीपी Chief Sharad Pawar) को भी देख चुके हैं. इतनी बातों के बाद दिमाग की बत्ती जलेगी. सवाल होंगे. हमसे जॉनी लीवर और शरद पवार की तुलना या फिर इस तुलना का कारण पूछा जाएगा. तो जवाब है महाराष्ट्र (Maharashtra) जहां सब कुछ तो हो गया बस सरकार नहीं बन पा रही.
मामले पर कन्फ्यूजन वैसा ही जैसा कन्फ्यूजन फिल्म दूल्हे राजा में कादर खान और गोविंदा के बीच जॉनी लीवर ने किया था. महाराष्ट्र में भी हालात फिल्म दूल्हे राजा जैसे हैं. कादर खान के रोल में पीएम उद्धव ठाकरे हैं जबकि गोविंदा का रोल पीएम मोदी निभा रहे हैं और इन दोनों के ही बीच शरद पवार डोल रहे हैं. कन्फ्यूजन तो यूं भी चल रहा है तो आइये कुछ और बात करने से पहले फिल्म का सीन ही देख लें. एंटरटेनमेंट तो मिलेगा ही कही हुई बात भी कुछ हद तक क्लियर हो जाएगी.
महाराष्ट्र के अंतर्गत चल रही इस फिल्म में हमने शरद पवार को जॉनी लीवर कहा था और ये कहने की इजाजत खुद हमें शरद पवार ने दी है. महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर मचे सुयासी घमासान के बीच बीते दिन ही शरद पवार ने प्रेस कांफ्रेंस की थी. प्रेस कांफ्रेंस में जो भी बातें शरद पवार ने कहीं वो भले ही गोविंदा की भूमिका निभा रहे पीएम मोदी को अच्छी लगी हों मगर जब बात कादर खान बने उद्धव ठाकरे की आएगी तो अवश्य ही जॉनी रूपी पवार की बातें उनका खून जलएंगी.
यदि शरद पवार की इस प्रेस कांफ्रेंस का अवलोकन किया जाए तो उन्होंने माना है कि उन्होंने सोनिया गांधी के साथ महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति को लेकर चर्चा की है मगर संजय राउत के उस दावे पर कि शिव सेना के पास 170 विधायकों का समर्थन है. शरद पवार ने ये कहकर सबको विचलित कर दिया कि उन्हें 170 के इस आंकड़े की कोई जानकारी नहीं है. पत्रकारों ने जब सवाल किया तो पवार ने कहा कि आपको उनसे (शिवसेना ) से पूछना चाहिए.
इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि समाजवादी पार्टी और स्वाभिमानी शेतकारी संगठन जैसे उन छोटे दलों के साथ विचार-विमर्श किया जाएगा जो कांग्रेस-एनसीपी के साथ मिलकर चुनाव लड़े थे. ज्ञात हो कि पवार की सोनिया से मुलाकात से पहले यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत के बाद महाराष्ट्र में सरकार गठन की तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सोनिया के साथ मुलाकात के दौरान साझा न्यूनतम कार्यक्रम को लेकर भी बात नहीं की गई. वहीं, शरद पवार के सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत भी शरद पवार से मिले. राउत ने भी इस बारे में कोई साफ़ बात नहीं की और बस इतना कहा कि, सरकार बनाने की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. जिसकी जिम्मेदारी थी वो भाग गया लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि जल्द ही सरकार बनेगी.
बहरहाल, बात शरद पवार की चल रही है और पीएम मोदी भी शरद पवार की तारीफों के पुल बांध रहे हैं. तो इससे अपने आप ही ये बात साफ़ हो जाती है है वर्तमान में उनकी स्थिति ठीक वैसी ही है जो फिल्म दूल्हे राजा में जॉनी लीवर की थी. जिसे अच्छा तो बनना था कादर खान के सामने मगर जिसके प्रयास गोविंदा को रिझाने के थे दर्शक केवल हंस रहे थे और अंत तक इस बात को समझने में नाकाम थे कि आखिर जॉनी, गोविंदा और कादर खान में से है किसकी तरफ ?
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