ले लो ले लो
टके भाव के लड़के लाख में ले लो
लाख का दस लाख
दस का पचास में ले लो
अनपढ लड़की को महंगा दूल्हा
पढ़ी लिखी को सस्ते में निपटा लो
अरे ले लो ले लो
मोल भाव पूरा कराओ
हाट लगी है दूल्हों की
दहेज टिकाओ दूल्हा ले जाओ
देखे हमारी मार्केटिंग टेक्नीक? अर्रे ये हिंदुस्तान है लल्ली. अब तुमने अगर दहेज की बड़ाई करने का बीड़ा उठाया ही है तो बेशर्मी से करो यार! है कि नहीं? टीके इंद्राणी इतनी पढ़ी लिखी टैलेंटेड हो कि नर्स बनने वाली लड़कियां तुम्हारी किताब पढ़ती है वो भी सोसोलोजी कि और तुम! ये क्या शर्मा शर्मा के नर्स बनने की किताब में दहेज के फायदे डाली हो. अरे कनेक्ट विद मी. हम दहेज किरान्ति लाएंगे. हर दूल्हे की बोली लगवाएंगे.
पास में हैंगे नोट, शादी की फिक्र नॉट
बिकते है लड़के, उतार के पतलून कोट
गर्मी सर नही चढ़ी हमारे बल्कि खबर ही बिल्कुल हॉट केक है. इंडियन नर्सिंग काउन्सिल की किताब में दहेज के फायदे बताए गए है. आंखिन के मलिहो बाद में पहिले पढ लयो.
हां तो साहिबान कदरदान लड़को की हाट का है ये विज्ञापन. लिखा है टी के इन्द्राणी साहिबा ने - मोहतरमा कहती है कि दहेज से घर गृहस्थी बसाने में मदद मिलती है. गोया 5फुट 8 इंच के मरदूद एक अदद 1 या 2 कमरे का मकान अपने वज़न अनुसार पलंग, रसोई के बर्तन, दो वक्त का खाना, शौक़ मुताबिक टीवी फ्रिज न कर पा रहे तो बबुआ कटोरा ले के निकलो एड़ में...
ले लो ले लो
टके भाव के लड़के लाख में ले लो
लाख का दस लाख
दस का पचास में ले लो
अनपढ लड़की को महंगा दूल्हा
पढ़ी लिखी को सस्ते में निपटा लो
अरे ले लो ले लो
मोल भाव पूरा कराओ
हाट लगी है दूल्हों की
दहेज टिकाओ दूल्हा ले जाओ
देखे हमारी मार्केटिंग टेक्नीक? अर्रे ये हिंदुस्तान है लल्ली. अब तुमने अगर दहेज की बड़ाई करने का बीड़ा उठाया ही है तो बेशर्मी से करो यार! है कि नहीं? टीके इंद्राणी इतनी पढ़ी लिखी टैलेंटेड हो कि नर्स बनने वाली लड़कियां तुम्हारी किताब पढ़ती है वो भी सोसोलोजी कि और तुम! ये क्या शर्मा शर्मा के नर्स बनने की किताब में दहेज के फायदे डाली हो. अरे कनेक्ट विद मी. हम दहेज किरान्ति लाएंगे. हर दूल्हे की बोली लगवाएंगे.
पास में हैंगे नोट, शादी की फिक्र नॉट
बिकते है लड़के, उतार के पतलून कोट
गर्मी सर नही चढ़ी हमारे बल्कि खबर ही बिल्कुल हॉट केक है. इंडियन नर्सिंग काउन्सिल की किताब में दहेज के फायदे बताए गए है. आंखिन के मलिहो बाद में पहिले पढ लयो.
हां तो साहिबान कदरदान लड़को की हाट का है ये विज्ञापन. लिखा है टी के इन्द्राणी साहिबा ने - मोहतरमा कहती है कि दहेज से घर गृहस्थी बसाने में मदद मिलती है. गोया 5फुट 8 इंच के मरदूद एक अदद 1 या 2 कमरे का मकान अपने वज़न अनुसार पलंग, रसोई के बर्तन, दो वक्त का खाना, शौक़ मुताबिक टीवी फ्रिज न कर पा रहे तो बबुआ कटोरा ले के निकलो एड़ में घोड़ी चढ़ बारात काहे निकालते हो जी! गज्जब थेथरई है.
बाबूजी, ए बिटिया के बप्पा. आप हां आप. 'बाबा की प्यारी है राजदुलारी है' के गाने पर जो आप कोर का आंसू पोंछते है कसम से आपकी बुद्धि पर कालिख पोत किताब में जुलूस निकाल दिया गया है. बकौल लेखिका, दहेज के बहाने लड़की को माता पिता की प्रॉपर्टी का कुछ हिस्सा मिल जाता है वरना आप बाप भाई की जमात सब डकार मार कर बेटी के मरने पर कफ़न भी न भेजे. नाराज़ न हो! ऐसा मैं नही किताब में कहा जा रहा है.
माता पिता भाई मायके के प्रेम की धज्जियां उड़ा दी इन्होने भाईसाहब और रॉयल्टी खाती होंगी अलग से! ये स्कैम है भइये. कउन किया अप्रूव ये किताब. ढूंढो ज़रा हां माना थोड़ा सच है लड़के को विल में और लड़की को केवल दिल मे जगह देने की रवायत है पर अब तो कानून भी कहता है बेटी प्रोपर्टी की हकदार है और ये दीदी लगी है हुई है पुराने सच का ढोल पीटने!
बड़ी टैलेंटेड है वैसे दीदी.
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
कम दहेज में उसे निबटाओ
इतना बढ़िया से नारा को आगे बढ़ाई है कि बिल्कुल दिल गार्डन गार्डन हुई गवा. सही है न लड़की को पढ़ाए लिखाये तो दहेज क्यों ही दें.फिर सामने वाला भी तो हिचकता है वो बात अलग है प्रताड़ना और दहेज निकलवाने के तमाम और तरीके है पर शादी के समय दहेज बचाने के लिए माता पिता लड़की को पढ़ा तो देते ही है. मतलब दूरदर्शी है दीदी एक तीर से दु गो निशाना!
दहेज ही है वो वजह की साक्षरता का दर बढ़ रहा है.
और आखिरी!
अरे कसम से नज़र उतारने का मन किया इस पर. फेयर एन्ड लवली के साथ सोलोब्रेशन कीजिये आप तो. मार्केटिंग तनिक कमजोर है आपकीं वर्ना तो ब्यूटी प्रोडक्ट वाले हाथों हाथ लेते.
दहेज से- बदसूरत लड़की लड़को की शादी आसानी से हो जाती है. नहीं समझे? थोड़ा गणित हैं यहां. इन्वर्स प्रोपोर्शन यू सी. लड़की बदसूरत तो ज्यादा दहेज दो- लालची, निकम्मे, सुर्दशन युवक का परिवार हाथों हाथ लेगा. जमीन जोरू की शक्ल क्या देखना उपजाऊ हो वरना रास्ते और है.
बदसूरत लड़के - हां यह मामला थोड़ा अलग है. लड़का है शक्ल इसकी नही देखनी लेकिन फिर भी यहां दो कैटेगरी
एवरेज नौकरी बदसूरत लड़का
कम दहेज में गरीब घर की सर्वगुण सम्पन्न, मुंह पर टेप और हाथों में सेवा का खोमचा ले कर आई लड़की को यह कह कह कर मिलवाएं की,' हें हें हें लक्ष्मी आई है हमारे घर तो'!
बढ़िया/सरकारी नौकरी बदसूरत लड़का
मोटा दहेज के साथ बराबर के टक्कर की कम सुन्दर लड़की. हां, मुंह पर टेप और सेवा के खोमचे की दरकार है लेकिन चार पहिया की गाड़ी के नीचे ये इच्छा दब कर मर भी सकती है.
तो कुल मिलाकर हमारे आपके घरों में लड़के के पैदा होने से जिस लिस्ट के बनने की शुरुआत हो जाती है उसी बेहयाई को मोहतरमा ने दहेज के फायदे के रूप में लिखा है.
आर्टिकल खत्म हुआ सोच जस की तस...नासपीटी दुनिया.
पड़ोस में चचा के घर बरदेखुआ आये है. चारो में से कौन सी सिच्यूशन सही बैठ रही हम जा रहे देखने आप भी देखे कौन कितने पानी में!
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