तोड़ते होंगे महबूब कभी चांद और सितारे और लाकर डाल देते होंगे उन्हें माशूका के कदमों पर. करता होगा कभी कोई इश्क़ गुलाब के इक फूल के सहारे. होती होंगी कभी 7 जन्मों तक मुहब्बत निभाने की बातें. आज दौर अलग है. अब मुहब्बत फेसबुक पर होती है. इंस्टाग्राम पर आती है और व्हाट्सएप, सिग्नल या टेलीग्राम पर हाय, हेलो, गुड मॉर्निंग, लव यू, मिस यू पर बदस्तूर चलती है. चूंकि मुहब्बत करने का तरीका बदला है तो जाहिर है हर वो चीज भी बदली होगी जो इससे जुड़ी है या फिर जाहिर तौर पर इससे राब्ता रखती है.
दुकानों पर खासकर वहां जहां फैशनेबल कपड़े बिकते हैं वहां एक बोर्ड जरूर होता है जिसपर लिखा होता है कि फैशन के दौर में गारंटी की इच्छा न करें. तो दोस्तों गारंटी वाली कंडीशन सिर्फ फैशन और फैशनेबल कपड़ों पर अप्लाई नहीं होती. मुहब्बत का भी फ़ंडा कुछ ऐसा है.
मुहब्बत तभी देर तक चलती है, दूर तक चलती है जब बॉयफ्रेंड और गर्ल फ्रेंड एक दूसरे से गिफ्ट्स एक्सचेंज करें.देखिए मसला बहुत सीधा है अब वो चाहे लड़की हो या फिर लड़के माशूक या महबूब से मिले गिफ्ट्स किसे काटते हैं. यूं भी इस सोशल वाले दौर में जिसके पास जितने गिफ्ट्स हैं वो उतना ही बुलंद आशिक है लेकिन फिर बड़े बुजुर्ग तो ये भी कहकर जा चुके हैं कि लालच बुरी बला है. तो फिर उसका क्या?
क्या उनकी वो बातें सिर्फ और सिर्फ नसीहत के लिए और कहने भर को थीं? इस सवाल के जवाब यूं तो कई हो सकते हैं लेकिन बहुत ईमानदारी और पूरी तसल्ली के साथ देखा जाए तो वो बातें बस यूं ही नहीं थीं. एक गहरा लॉजिक छिपा है उनमें. लॉजिक की गहराई देखनी है आपको? अरे सिर्फ बॉलीवुड एक्टर जैकलीन फर्नांडिस का रुख कर लीजिए. कई चीजें ख़ुद न खुद साफ हो जाएंगी.
जी हां ये बात किसी...
तोड़ते होंगे महबूब कभी चांद और सितारे और लाकर डाल देते होंगे उन्हें माशूका के कदमों पर. करता होगा कभी कोई इश्क़ गुलाब के इक फूल के सहारे. होती होंगी कभी 7 जन्मों तक मुहब्बत निभाने की बातें. आज दौर अलग है. अब मुहब्बत फेसबुक पर होती है. इंस्टाग्राम पर आती है और व्हाट्सएप, सिग्नल या टेलीग्राम पर हाय, हेलो, गुड मॉर्निंग, लव यू, मिस यू पर बदस्तूर चलती है. चूंकि मुहब्बत करने का तरीका बदला है तो जाहिर है हर वो चीज भी बदली होगी जो इससे जुड़ी है या फिर जाहिर तौर पर इससे राब्ता रखती है.
दुकानों पर खासकर वहां जहां फैशनेबल कपड़े बिकते हैं वहां एक बोर्ड जरूर होता है जिसपर लिखा होता है कि फैशन के दौर में गारंटी की इच्छा न करें. तो दोस्तों गारंटी वाली कंडीशन सिर्फ फैशन और फैशनेबल कपड़ों पर अप्लाई नहीं होती. मुहब्बत का भी फ़ंडा कुछ ऐसा है.
मुहब्बत तभी देर तक चलती है, दूर तक चलती है जब बॉयफ्रेंड और गर्ल फ्रेंड एक दूसरे से गिफ्ट्स एक्सचेंज करें.देखिए मसला बहुत सीधा है अब वो चाहे लड़की हो या फिर लड़के माशूक या महबूब से मिले गिफ्ट्स किसे काटते हैं. यूं भी इस सोशल वाले दौर में जिसके पास जितने गिफ्ट्स हैं वो उतना ही बुलंद आशिक है लेकिन फिर बड़े बुजुर्ग तो ये भी कहकर जा चुके हैं कि लालच बुरी बला है. तो फिर उसका क्या?
क्या उनकी वो बातें सिर्फ और सिर्फ नसीहत के लिए और कहने भर को थीं? इस सवाल के जवाब यूं तो कई हो सकते हैं लेकिन बहुत ईमानदारी और पूरी तसल्ली के साथ देखा जाए तो वो बातें बस यूं ही नहीं थीं. एक गहरा लॉजिक छिपा है उनमें. लॉजिक की गहराई देखनी है आपको? अरे सिर्फ बॉलीवुड एक्टर जैकलीन फर्नांडिस का रुख कर लीजिए. कई चीजें ख़ुद न खुद साफ हो जाएंगी.
जी हां ये बात किसी तरह का कोई मजाक नहीं है न ही हम जैकलीन और उनकी मुहब्बत पर व्यंग्य कर रहे हैं. हम तो बस उन बातों का जिक्र कर रहे हैं और करने वाले हैं जिन्होंने प्रवर्तन निदेशालय जिसे ईडी के नाम से भी जाना जाता है, तक को हैरत में डाल दिया है.
सुकेश का दावा है कि उसने जैकलीन फर्नांडीज को कार्टियर के कंगन और अंगूठियां, टिफनी एंड कंपनी के एक ब्रेसलेट के अलावा रोलेक्स घड़ियां भी उपहार में दी. इसके अलावा सुकेश ने यह भी कबूल किया है कि उसने जैकलीन फर्नांडीज को 7 करोड़ रुपये की ज्वैलरी और 'एस्पुएला' नाम का एक घोड़ा भी गिफ्ट किया था.
सुकेश, जैक्लीन पर किस हद तक फिदा था इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसने यूएस में रहने वाली जैकलीन फर्नांडीज की बहन को 150,000 अमरीकी डालर का लोन दिया. साथ ही उसने जैकलीन की बहन को एक बीएमडब्ल्यू एक्स5 कार भी तोहफे में दी. सुकेश ने जैकलीन फर्नांडीज के माता-पिता को एक मासेराती और उसकी मां को बहरीन में एक पोर्श भी उपहार में दी. इतना ही नहीं उसने ऑस्ट्रेलिया में जैकलीन के भाई को 50,000 अमरीकी डालर का लोन भी दिया.
अब जबकि जैकलीन सुकेश के बिछाए जाल में बुरी तरह से फंस चुकी हैं उन्होंने ईडी को बताया है कि सुकेश चंद्रशेखर ने उन्हें सन टीवी के मालिक के रूप में अपना परिचय दिया. मुलाकात में सुकेश ने यह भी दावा किया कि वह तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत जयललिता के 'राजनीतिक परिवार' का अहम हिस्सा हैं.
ऊपर हमने जिक्र लालच का किया था तो सुकेश के मिलने के बाद जैकलीन किस हद तक लालची हो गयीं थीं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वो महंगे ब्रांड्स के शो रूम जातीं. चीजों को पसंद करतीं और एक लिस्ट बनाकर उसे सुकेश के पास भेज देतीं जो बाद में लिस्ट की तमाम चीजें उनके पते पर डिलीवर करा देते.
बहरहाल अब जबकि सुकेश के चलते मनी लॉन्ड्रिंग केस में जैकलीन बुरी तरह से नप गयीं हैं. तो उनका 'गुनाह' सिद्ध होगा या नहीं जवाब वक़्त देगा. लेकिन जो वर्तमान है उसे देखकर बस इतना ही कहेंगे कि वाक़ई जब देने वाला किसी को देता है तो छप्पर फाड़ के ही देता है. जैकलीन को भी मिला लेकिन उन्हें और ज्यादा की भूख थी और इतना ले लिया कि पाचन बिगड़ गया और खबर ईडी को भी लग गयी.
खैर, मनी लांड्रिंग केस और गिफ्टों की इस वर्षा के बाद अब आगे क्या होगा? पता देश और देश की जनता को जल्द ही चल जाएगा. लेकिन ये तो है कि जो एक से एक महंगे गिफ्ट बॉयफ्रेंड से जैकलीन को मुहब्बत के नाम पर मिले वो हर लड़की का ख्वाब हैं. कहना गलत नहीं है कि जैकलीन और सुकेश ने यूथ को कॉम्प्लेक्स दे दिया है लड़कों और लड़कियों दोनों की जिम्मेदारी बढ़ गयी है.
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