सुबह 11 बजे तक देश में सुकून था. जनजीवन अपनी रफ़्तार में चल रहा था. जो ऑफिस में थे, वो अपना काम कर रहे थे. जो ऑफिस जाने के लिए रास्ते में थे उन्हें जल्दी थी कि समय पर वो ऑफिस पहुंच जाएं. 11.23 पर पीएम मोदी ने एक ट्वीट किया - मेरे प्यारे देशवासियों, आज सवेरे लगभग 11.45 - 12.00 बजे मैं एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आप के बीच आऊंगा. I would be addressing the nation at around 11:45 AM - 12.00 noon with an important message.Do watch the address on television, radio or social media.
ट्वीट देश के प्रधानमंत्री का था. मीडिया ने भी इसे गंभीरता से लिया. खबर को चैनलों पर ब्रेकिंग न्यूज़ के रूप में दिखाया गया. कुछ ही क्षणों में बात टीवी से निकलती हुई सोशल मीडिया तक, जंगल की आग की तरह फैल गई. देश सकते में था कि आखिर प्रधानमंत्री इस बार क्या सन्देश देंगे? लोग एक दूसरे से सवाल कर रहे थे कि क्या मोदी फिर नोटबंदी जैसा कुछ करने वाले हैं? वहीं कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने कहा कि भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान पर हमला किया है और हाफिज सईद और मौलाना मसूद अजहर दोनों को एकसाथ मार दिया है. ऐसे लोगों के विपरीत कुछ लोग वो भी थे कि मोदी दुनिया को बताने वाले हैं कि भारत ने आतंकवाद की समस्या पर बड़ी जीत हासिल करते हुए दाउद इब्राहीम का खत्म कर दिया है. जैसे जैसे समय बढ़ रहा था लोगों की बेचैनी भी बढ़ती जा रही थी.
फिर मोदी टीवी पर आए और उन्होंने राष्ट्र को संबोधित करते हुए बताया कि, भारत ने अपना नाम अंतरिक्ष इतिहास में दर्ज करा लिया है. भारत ने तीन मिनट में अंतरिक्ष में लो अर्थ ऑर्बिट (एलईओ) में सैटेलाइट को मार गिराया है. यह उपलब्धि हासिल करने वाला...
सुबह 11 बजे तक देश में सुकून था. जनजीवन अपनी रफ़्तार में चल रहा था. जो ऑफिस में थे, वो अपना काम कर रहे थे. जो ऑफिस जाने के लिए रास्ते में थे उन्हें जल्दी थी कि समय पर वो ऑफिस पहुंच जाएं. 11.23 पर पीएम मोदी ने एक ट्वीट किया - मेरे प्यारे देशवासियों, आज सवेरे लगभग 11.45 - 12.00 बजे मैं एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आप के बीच आऊंगा. I would be addressing the nation at around 11:45 AM - 12.00 noon with an important message.Do watch the address on television, radio or social media.
ट्वीट देश के प्रधानमंत्री का था. मीडिया ने भी इसे गंभीरता से लिया. खबर को चैनलों पर ब्रेकिंग न्यूज़ के रूप में दिखाया गया. कुछ ही क्षणों में बात टीवी से निकलती हुई सोशल मीडिया तक, जंगल की आग की तरह फैल गई. देश सकते में था कि आखिर प्रधानमंत्री इस बार क्या सन्देश देंगे? लोग एक दूसरे से सवाल कर रहे थे कि क्या मोदी फिर नोटबंदी जैसा कुछ करने वाले हैं? वहीं कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने कहा कि भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान पर हमला किया है और हाफिज सईद और मौलाना मसूद अजहर दोनों को एकसाथ मार दिया है. ऐसे लोगों के विपरीत कुछ लोग वो भी थे कि मोदी दुनिया को बताने वाले हैं कि भारत ने आतंकवाद की समस्या पर बड़ी जीत हासिल करते हुए दाउद इब्राहीम का खत्म कर दिया है. जैसे जैसे समय बढ़ रहा था लोगों की बेचैनी भी बढ़ती जा रही थी.
फिर मोदी टीवी पर आए और उन्होंने राष्ट्र को संबोधित करते हुए बताया कि, भारत ने अपना नाम अंतरिक्ष इतिहास में दर्ज करा लिया है. भारत ने तीन मिनट में अंतरिक्ष में लो अर्थ ऑर्बिट (एलईओ) में सैटेलाइट को मार गिराया है. यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि, 'आज 27 मार्च, कुछ ही समय पूर्व भारत ने एक अभूतपूर्व सिद्धि हासिल की है. भारत ने आज अपना नाम अंतरिक्ष महाशक्ति यानी स्पेस पावर के रूप में दर्ज करा दिया है. अब तक दुनिया के तीन देश- अमेरिका, रूस और चीन को यह उपलब्धि हासिल थी. अब भारत चौथा देश है, जिसने आज यह सिद्धी प्राप्त की है. हर हिंदुस्तानी के लिए इससे बड़े गर्व का पल नहीं हो सकता. कुछ ही समय पूर्व हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किलोमीटर दूर एलईओ में एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया है.'
मामले पर @Madan_chikna नाम के यूजर ने ट्वीट किया कि इस खबर के बाद बैंकर्स और टैक्सपेयर्स की क्या प्रतिक्रिया थी.
वहीं @AdityaMenon22 ने भी मौके का पूरा फायदा उठाते हुए ट्वीट किया कि लोगों को इस बात का शुक्र मानना चाहिए कि प्रधानमंत्री ने उन्हें पिछली बार की तरह लाइनों में नहीं खड़ा किया.
@PrakashMahadev ने अपने ट्वीट से संबोधन से पहले और बाद की लोगों की प्रतिक्रिया को खूब अच्छे से बताया.
मामले के बाद से ही राजनीति भी खूब शुरू हुई. युवा नेता पंखुड़ी पाठक ने जो ट्वीट किया उसे देखकर इस बात का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है कि जैसे जैसे चुनाव नजदीक आएंगे विपक्ष इसको एक बड़ा मुद्दा बनाकर खूब राजनीति करने वाला है.
प्रधानमंत्री के राष्ट्र से संबोधन के पहले और उसके बाद जिस तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिल रही हैं. साफ है कि किसी को इस उपलब्धि से कोई मतलब नहीं है. लोग वो देखना चाह रहे थे जो उनके अंतर्मन में था और उन्हें प्रभावित कर रहा था. संबोधन के बाद सोशल मीडिया पर जो रुख लोगों का था कहीं न कहीं उसमें ऊर्जा की कमी दिख रही थी. यदि इसके कारणों पर गौर करें तो मिलता है कि शायद जनता ने ये मान लिया हो कि यदि डीआरडीओ, इसरो जैसी संस्थाएं यदि कुछ करेंगी तो परिणाम जहां एक तरफ सुखद होगा तो वहीं ऐतिहासिक भी रहेगा.
अंत में हम बस ये कहकर अपनी बात को विराम देंगे कि मौका कोई भी हो हम भारतीयों को ये बात अच्छे से पता है कि अवसर का फायदा उठाते हुए मौके का मजा कैसे लिया जाता है. इस मामले में भी ऐसा ही हुआ.
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि वो टीवी रेडियो और सोशल मीडिया के जरिये देश के लोगों से बात करना चाहते हैं. लोगों को लगा नोटबंदी होगी. दाउद मारा जाएगा. हाफिज - मसूद जैसे दुर्दांत आतंकियों के खातमे के बाद पाकिस्तान का आतंकवाद भारत के सामने घुटने टेक देगा.
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