भारत की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई. राजधानी दोनों हैं पर कल्चर में ज़मीन आसमान का अंतर है. रहन-सहन से लेकर खान-पान तक. दिल्ली उत्तर है तो मुंबई दक्षिण. Delhiites और मुंबईकरों के बीच का ये घमासान कभी खत्म नहीं होगा. चाहे दुनिया खत्म हो जाए !
इन दोनों शहरों के बीच का ये झगड़ा कॉमेडियन के लिए राशन है. अधिकतर कॉमेडियन इन दो शहरों की तुलना कर जोक्स बनाते हैं और हंसाते हैं. ऐसे ही एक स्टैंड-अप कॉमेडियन हैं अभिषेक उपमन्यु. इन्होंने दिल्ली और मुंबई के लोगों के लिए अपना अलग ही वर्जन बताया. दिल्ली के लोगों को सॉरी का जवाब नहीं पता होता. वो तो हमेशा आक्रामक रहते हैं!
दिल्ली वाले जहां हर बात की शुरुआत मां-बहन को 'प्रणाम' करके करते हैं वहीं मुंबई के लोगों से इस तरह की बातों का सामना ना के बराबर होता है. मुंबई के लोगों का इतना प्यार भरा व्यवहार देख अभिषेक खुद को रोक नहीं पाते और अबतक 40 अंकलों को गले लगा चुके हैं! सिर्फ 15 लड़कियों से मार भी खाए हैं!
मुंबई में गरीबी दिखती है तो वहीं दिल्ली में गरीबी होने के बावजूद दिखती नहीं है. यही नहीं अभिषेक ने अमीर और गरीब के सोच में कैसे अंतर है उसको भी सपाट शब्दों में मजाक के जरिए बता दिया. अमीरों को ये लगता है कि लोगों के पास पैसे तो होते ही हैं बस उन्हें खर्च करना नहीं आता! 2011 में आई ज़ोया अख्तर की फिल्म ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा के उदाहरण से अभिषेक ने लोग और उनके बीच के अंतर को बड़े ही सटीक तरीके से रखा.
अभिषेक ने अपनी कॉमेडी के कई वीडियो अपलोड किए हैं. लेकिन दिल्ली और मुंबई के बीच के शीत युद्ध में हर किसी को ज्यादा इंटरेस्ट होता है. शायद यही कारण है कि तीन दिनों के भीतर ही अभिषेक के इस वीडियो को 5 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं!
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भारत की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई. राजधानी दोनों हैं पर कल्चर में ज़मीन आसमान का अंतर है. रहन-सहन से लेकर खान-पान तक. दिल्ली उत्तर है तो मुंबई दक्षिण. Delhiites और मुंबईकरों के बीच का ये घमासान कभी खत्म नहीं होगा. चाहे दुनिया खत्म हो जाए !
इन दोनों शहरों के बीच का ये झगड़ा कॉमेडियन के लिए राशन है. अधिकतर कॉमेडियन इन दो शहरों की तुलना कर जोक्स बनाते हैं और हंसाते हैं. ऐसे ही एक स्टैंड-अप कॉमेडियन हैं अभिषेक उपमन्यु. इन्होंने दिल्ली और मुंबई के लोगों के लिए अपना अलग ही वर्जन बताया. दिल्ली के लोगों को सॉरी का जवाब नहीं पता होता. वो तो हमेशा आक्रामक रहते हैं!
दिल्ली वाले जहां हर बात की शुरुआत मां-बहन को 'प्रणाम' करके करते हैं वहीं मुंबई के लोगों से इस तरह की बातों का सामना ना के बराबर होता है. मुंबई के लोगों का इतना प्यार भरा व्यवहार देख अभिषेक खुद को रोक नहीं पाते और अबतक 40 अंकलों को गले लगा चुके हैं! सिर्फ 15 लड़कियों से मार भी खाए हैं!
मुंबई में गरीबी दिखती है तो वहीं दिल्ली में गरीबी होने के बावजूद दिखती नहीं है. यही नहीं अभिषेक ने अमीर और गरीब के सोच में कैसे अंतर है उसको भी सपाट शब्दों में मजाक के जरिए बता दिया. अमीरों को ये लगता है कि लोगों के पास पैसे तो होते ही हैं बस उन्हें खर्च करना नहीं आता! 2011 में आई ज़ोया अख्तर की फिल्म ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा के उदाहरण से अभिषेक ने लोग और उनके बीच के अंतर को बड़े ही सटीक तरीके से रखा.
अभिषेक ने अपनी कॉमेडी के कई वीडियो अपलोड किए हैं. लेकिन दिल्ली और मुंबई के बीच के शीत युद्ध में हर किसी को ज्यादा इंटरेस्ट होता है. शायद यही कारण है कि तीन दिनों के भीतर ही अभिषेक के इस वीडियो को 5 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं!
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