कश्मीरी पंडित ट्रेंड में हैं. देशभर में कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और घाटी से पलायन, निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की The kashmir Files राष्ट्रीय बहस के मुद्दे में तब्दील हो गई है. फिल्म जहां एक तरफ एक बड़े वर्ग को पसंद आ रही है तो वहीं जो बे-पेंदी के लोटे हैं (फेसबुकिया सेक्युलर लॉबी) वो इसे एजेंडा फिल्म बता रहे हैं. कह रहे हैं कि इस तरह के सिनेमा को संघ और भाजपा फंड कर रहे हैं. तर्क है कि देश का माहौल ख़राब हो इसलिए ऐसी फिल्मों का निर्माण किया जा रहा है. फिल्म को लेकर तमाम तरह की बातें और सैंकड़ों चर्चाएं हैं. इन चर्चाओं में इजाफा तब हुआ जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सभी सांसदों को इस फिल्म को देखने की सलाह दे डाली. पीएम मोदी के मुताबिक द कश्मीर फाइल्स बहुत अच्छी फिल्म है और ऐसी अच्छी फ़िल्में अधिक से अधिक बननी चाहिए.
बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिल्म और विवेक अग्निहोत्री के लिए तारीफों के पुल बांधे हैं. पीएम ने अपने सभी सांसदों को निर्देशित किया है कि वो इस फिल्म को जरूर देखें. बार बार देखें और अपने दोस्तों, रिश्तेदारों को फिल्म देखने के लिए प्रेरित करें.
तो भइया अब जबकि पीएम ने खुद कह दिया है कि तमाम भाजपा सांसदों को फिल्म देखनी चाहिए. सांसद फिल्म देखते हैं या नहीं? इसका फैसला तो समय करेगा. लेकिन इतना जरूर है कि जल्द ही हमें टीवी पर मीडिया से मुखातिब होते कांग्रेस पार्टी के सबसे बड़े प्रवक्ता और राहुल गांधी के वकील रणदीप सुरजेवाला दिखेंगे.
आप कुछ गलत समझें इससे पहले ये बता देना जरूरी है कि इस बार रणदीप सिंह सुरजेवाला पीएम मोदी की तारीफ नहीं बल्कि उनका आभार प्रकट करेंगे. हो ये भी...
कश्मीरी पंडित ट्रेंड में हैं. देशभर में कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और घाटी से पलायन, निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की The kashmir Files राष्ट्रीय बहस के मुद्दे में तब्दील हो गई है. फिल्म जहां एक तरफ एक बड़े वर्ग को पसंद आ रही है तो वहीं जो बे-पेंदी के लोटे हैं (फेसबुकिया सेक्युलर लॉबी) वो इसे एजेंडा फिल्म बता रहे हैं. कह रहे हैं कि इस तरह के सिनेमा को संघ और भाजपा फंड कर रहे हैं. तर्क है कि देश का माहौल ख़राब हो इसलिए ऐसी फिल्मों का निर्माण किया जा रहा है. फिल्म को लेकर तमाम तरह की बातें और सैंकड़ों चर्चाएं हैं. इन चर्चाओं में इजाफा तब हुआ जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सभी सांसदों को इस फिल्म को देखने की सलाह दे डाली. पीएम मोदी के मुताबिक द कश्मीर फाइल्स बहुत अच्छी फिल्म है और ऐसी अच्छी फ़िल्में अधिक से अधिक बननी चाहिए.
बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिल्म और विवेक अग्निहोत्री के लिए तारीफों के पुल बांधे हैं. पीएम ने अपने सभी सांसदों को निर्देशित किया है कि वो इस फिल्म को जरूर देखें. बार बार देखें और अपने दोस्तों, रिश्तेदारों को फिल्म देखने के लिए प्रेरित करें.
तो भइया अब जबकि पीएम ने खुद कह दिया है कि तमाम भाजपा सांसदों को फिल्म देखनी चाहिए. सांसद फिल्म देखते हैं या नहीं? इसका फैसला तो समय करेगा. लेकिन इतना जरूर है कि जल्द ही हमें टीवी पर मीडिया से मुखातिब होते कांग्रेस पार्टी के सबसे बड़े प्रवक्ता और राहुल गांधी के वकील रणदीप सुरजेवाला दिखेंगे.
आप कुछ गलत समझें इससे पहले ये बता देना जरूरी है कि इस बार रणदीप सिंह सुरजेवाला पीएम मोदी की तारीफ नहीं बल्कि उनका आभार प्रकट करेंगे. हो ये भी सकता है सुरजेवाला कह दें कि 'आइस क्रीम के बाद राहुल गांधी का कोल्ड ड्रिंक के साथ पॉपकॉर्न और नाचोज खाना ही सबका साथ और सबका विकास है.'
आइस क्रीम, कोल्ड ड्रिंक, पॉपकॉर्न, नाचोज... हो सकता है आप कन्फ्यूज हो गए हों. तो बता दें कि अगर कल की डेट में राहुल गांधी को फिल्म की आलोचना करनी हुई तो उनके लिए फिल्म देखना जरूरी है. जैसी अप ब्रिंगिंग हम भारतीयों की है आदमी जब फिल्म देखता है तो अपने साथ भरपूर माल मसाला लेकर बैठता है. राहुल गांधी तो यूं भी बड़े आदमी हैं इतना प्रिविलेज उनके लिए तो बनता ही है.
यूं तो ट्रेंड में The Kashmir Files है लेकिन रणदीप सिंह सुरजेवाला के कन्धों पर बंदूक रख कर जिक्र राहुल गांधी का हुआ तो राहुल को राजनेता कहूं या संत कह दूं वाक़ई समझ में नहीं आ रहा. क्यों? खुद सोचिये एक ऐसे वक़्त में जब एक साम्राज्य के रूप में कांग्रेस के किले की दीवारें ढह रही हों और बेताज बादशाह आंखें मूंदे बैठा हो, मुस्कुरा रहा हो और दिल की तन्हाई को आवाज बनाते हुए बिना चप चप के चम्मच से आइस क्रीम खा रहा हो तो इसे और क्या ही कहा जाए. क्या ही समझा जाए.
बताइये? क्या आपने आज तक देखा है कोई ऐसा व्यक्ति जो मोह माया से इतना और इस हद तक परे हो. आलोचना हो या फिर तारीफ सब अपनी जगह लेकिन चीजों के प्रति जो नजरिया राहुल गांधी का है विरले हैं वो. अद्भुत हैं इनके कारनामें.
राहुल गांधी का व्यक्तित्व तिलिस्मी है इसलिए हर कोई उसे समझ नहीं सकता. हम जैसे आम आदमी तो किसी भी सूरत में नहीं. बात बाकी ये है कि किसी खाटी कांग्रेसी के लिए राहुल गांधी God हैं. अगर सच में ऐसा है तो फिर राहुल गांधी रूपी इस God के कई मैसेंजर भी हैं लेकिन उनमें भी जो टॉप पर है वो और कोई नहीं बल्कि The Randeep Singh Surjewala हैं.
कई मौके आए हैं जब हमने रणदीप सिंह सुरजेवाला रुपी इस मैसेंजर को अपने God के समर्थन में एक से एक दिलचस्प तर्क गढ़ते हुए देखा है. उन तर्कों को कभी सुरजेवाला की तारीफ हुई तो कभी गाली से लेकर आलोचना तक उन्हें सब कुछ सहना पड़ा. लेकिन सबसे मनमोहक ये कि भाई की निष्ठा में रत्ती भर भी फर्क नहीं पड़ा.
सुरजेवाला पहले भी अपने मिशन के लिए गंभीर थे और जब तक कांग्रेस में हैं आगे भी रहेंगे. देश का तो पता नहीं लेकिन हां कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस पार्टी में भी राहुल गांधी को रणदीप सिंह सुरजेवाला से काफी उम्मीदें हैं.
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