प्यारे पब्जी
एक ऐसे वक्त में जब कोरोना वायरस के चलते ज़िंदगी तबाह हो रखी हो और घर के नौकरीशुदा बड़े, घर पर रहकर वर्क फ्रॉम होम कर रहे हों और छोटों की पढ़ाई भी डिजिटली जारी हो बोरियत भगाने के लिए हम सवा सौ करोड़ देशवासियों के एक बड़े वर्ग के पास टाइम पास के रूप में तुम एक बड़ी राहत थे. अभी कुछ दिन पहले की ही बात है हमारे मोहल्ले में सोनू का जलवा था. दबंग था वो. नहीं नहीं उसने कभी मार पीट या गाली गलौज किसी से नहीं की. सोनू के बारे में मशहूर था कि उसे और उसकी टीम को गेम्स खासतौर से पब्जी (PBG) में कोई नहीं हरा सकता. सोनू इसी गुमान में पूरे मोहल्ले में ठाठ के साथ घूमता था. सब उसे सोनू भइया सोनू भइया करते. मुझसे उसका ये जलवा देखा नहीं गया और मैंने भी मारे ताव के उसे चैलेंज दे दिया. क्या करता? औरों की तरह मैं भी चाहता था कि मेरा कद बढ़े. सोनू ने भी इस बात को ईगो पर लिया और चैलेंज एक्सेप्ट कर लिया. सोनू को लगा कि ये लड़का जिसे अभी मोहल्ले में आए अभी 4 दिन भी नहीं हुए हैं मुझे क्या हरा पाएगा. हमारा मैच हुआ जो कि ग्रुप में हुआ और ये एक TDM (Team Death Match) मैच था. हमारी ब्लू थीं थी जबकि सोनू एंड पार्टी की रेड टीम थी. क्या धुआंधार मैच हुआ हमारा हमारी ब्लू टीम ने 6 मिनट के अंदर ही 40 Kill कर लीं और सोनू एंड टीम को छठी का दूध याद दिला दिया. क्योंकि ब्लू सोनू में सबसे ज्यादा 20 Kill मेरे थे तो मैं उस गेम का MVP यानी Most Valuable Player बना.
सोनू को लगा ये सब तुक्के में हुआ उसके बाद मेरी और उसकी टीम में दो तीन बार मैच और हुए और नतीजा वही पुराना निकला मेरी टीम जीती और हर गेम में MVP मैं रहा. सोनू जो कि मोहल्ले का दबंग था और जिसके आगे सब लोग झुकते थे अब वो मेरे...
प्यारे पब्जी
एक ऐसे वक्त में जब कोरोना वायरस के चलते ज़िंदगी तबाह हो रखी हो और घर के नौकरीशुदा बड़े, घर पर रहकर वर्क फ्रॉम होम कर रहे हों और छोटों की पढ़ाई भी डिजिटली जारी हो बोरियत भगाने के लिए हम सवा सौ करोड़ देशवासियों के एक बड़े वर्ग के पास टाइम पास के रूप में तुम एक बड़ी राहत थे. अभी कुछ दिन पहले की ही बात है हमारे मोहल्ले में सोनू का जलवा था. दबंग था वो. नहीं नहीं उसने कभी मार पीट या गाली गलौज किसी से नहीं की. सोनू के बारे में मशहूर था कि उसे और उसकी टीम को गेम्स खासतौर से पब्जी (PBG) में कोई नहीं हरा सकता. सोनू इसी गुमान में पूरे मोहल्ले में ठाठ के साथ घूमता था. सब उसे सोनू भइया सोनू भइया करते. मुझसे उसका ये जलवा देखा नहीं गया और मैंने भी मारे ताव के उसे चैलेंज दे दिया. क्या करता? औरों की तरह मैं भी चाहता था कि मेरा कद बढ़े. सोनू ने भी इस बात को ईगो पर लिया और चैलेंज एक्सेप्ट कर लिया. सोनू को लगा कि ये लड़का जिसे अभी मोहल्ले में आए अभी 4 दिन भी नहीं हुए हैं मुझे क्या हरा पाएगा. हमारा मैच हुआ जो कि ग्रुप में हुआ और ये एक TDM (Team Death Match) मैच था. हमारी ब्लू थीं थी जबकि सोनू एंड पार्टी की रेड टीम थी. क्या धुआंधार मैच हुआ हमारा हमारी ब्लू टीम ने 6 मिनट के अंदर ही 40 Kill कर लीं और सोनू एंड टीम को छठी का दूध याद दिला दिया. क्योंकि ब्लू सोनू में सबसे ज्यादा 20 Kill मेरे थे तो मैं उस गेम का MVP यानी Most Valuable Player बना.
सोनू को लगा ये सब तुक्के में हुआ उसके बाद मेरी और उसकी टीम में दो तीन बार मैच और हुए और नतीजा वही पुराना निकला मेरी टीम जीती और हर गेम में MVP मैं रहा. सोनू जो कि मोहल्ले का दबंग था और जिसके आगे सब लोग झुकते थे अब वो मेरे कदमों में था. उसने मुझे गुरु माना और कई मौके वो भी आए जब हमने साथ टूर्नामेंट खेला और इस गेम का एक अहम हिस्सा 'चिकन डिनर' जीता. कुल मिलाकर कहना ये था कि अगर आज मैं अपने एरिया के लड़कों के बीच हीरो वाला स्टेटस रखता हूं तो उसकी एकमात्र वजह तुम यानी पब्जी है.
2 सिंतबर 2020, ये वो तारीख है जिसे हम गेमर शायद ही कभी भूल पाएं. हम लोग अपने नए मैच की प्लानिंग कर रहे थे. एक दूसरे ग्रुप से हमारा मैच होना था. हमारी सारी रणनीति बन चुकी थी इसी बीच हमारे व्हाट्सएप ग्रुप पर एक मैसेज फ़्लैश हुआ कि केंद्र की मोदी सरकार ने तुमपर यानी पब्जी पर बैन लगा दिया है. अपनी बातों में सरकार ने इस बात का हवाला दिया है कि उसे तुमसे खतरा है. तुम्हारी भूमिका पर सवालिया निशान लगाते हुए सरकार ने ये तक बोला है कि तुमने हम भारतीयों की निजी जानकारियों का गलत इस्तेमाल किया है.
अब सरकार के ये दावे सच हैं या फिर ये झूठ से लबरेज हैं इसपर मैं कोई बात नहीं कहूंगा लेकिन हां इतना जरूर है कि एक गेमर के रूप में मैंने जैसा चाल चलन तुम्हारा देखा मैं इस बात को डंके की चोट पर कह सकता हूं वो पब्जी जो कोरोना के इन मुश्किल दिनों में भी सबके चेहरे पर मुस्कान बिखेर रहा हो वो कुछ भी हो लेकिन एन्टी नेशनल और जासूस तो हरगिज़ नहीं है.
मुझे आज भी वो तमाम चीजें याद करके खीझ उठती है जब लोगों ने तुमको निशाने पर लिया था और एक से एक गंभीर आरोप लगाए थे. और किसी की क्या कहूं मुझे ख़ुद से जुड़ा एक किस्सा याद आ जाता है. मेरे फाइनल सेमेस्टर के इम्तेहान चल रहे थे. मेरी तबियत ठीक नहीं थी और इसी खराब तबियत के बीच मैंने परीक्षा दी. रिजल्ट मुझे पता था कैसा आने वाला है.
खैर वो दिन भी आया जब रिजल्ट निकला और कई महत्वपूर्ण विषयों में मेरे नम्बर कम आए. मेरी ख़ुद की चाची जिनका तुमसे दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं है उन्होंने तुम्हें निशाने पर लिया. एक से एक भद्दी बातें की तुम्हारे बैन होने की मन्नतें मांगीं. जानते हो उस दिन मैंने अपनी चाची को खूब से समझाया था. मैंने उनसे कहा था कि मेरे नम्बर कम आने का जिम्मेदार ये पब्जी नहीं मैं ख़ुद हूं. मैं कह कह कर मर गया लेकिन मेरी बात किसी ने न समझी और दोषी तुम बने.
ये तो बस एक मामला है. तमाम मामले ऐसे हैं जब किसी और के किये की सजा तुम्हें मिली. कई बार लड़के फेसबुक ट्विटर चलाते या फिर मोबाइल में पोर्न वीडियो देखते. लेकिन चूंकि उनके हाथ में मोबाइल होता यही कहा जाता कि 'देखो उस नालायक को बेकार बैठा है और पब्जी खेल रहा है, ध्यान रहे , मैं फिर कह रहा हूं उस वक़्त व्यक्ति कुछ और काम कर रहा था लेकिन उसकी बेकारी का ठीकरा तुम्हारे ऊपर फोड़ा गया.
आज भले ही भारत और भारत सरकार ने चीन मसले के अंतर्गत तुम्हारे कंधे पर रखकर गोली चलाई हो मगर जानती पूरी दुनिया है कि तुम्हारे नाम पर राजनीतिकरण हुआ है. देखो बात सीधी साफ है कोई भी कुछ कह ले मैं इस बात पर विश्वास नहीं कर सकता कि तुम किसी इंसान की बर्बादी की वजह बने हो.
खैर अब जबकि सरकार ने तुमको बैन कर दिया है मैं बस इस विश्वास के साथ तुमको गुड बाय कहना चाहूंगा कि 'फिर मिलेंगे लेकिन कभी अलविदा न कहना' बाक़ी यूं तो जैसे ग़ालिब की तरह और सुख़नवर हुए हैं अच्छे. गेम तमाम हैं जैसे Call Of Duty, Free Fire लेकिन जो मजा तुममें यानी पब्जी में है वो और किसी में नहीं है.
दुनिया का कोई डेवलपर कितना भी अच्छा गेम क्यों न बना ले लेकिन जो ग्राफिक, जो फील तुममें है वो और कहीं नहीं. न कोई पहले तुम्हारा मुकाबला कर पाया है न आगे कर पाएगा. बहरहाल अब बातें बहुत हो गईं हैं इसलिए चलता हूं. अपना ख्याल रखना. तुम बहुत याद आने वाले हो.
तुम्हारा
ग़म में डूबा हुआ एक 'गेमर'
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