गर नशा शराब में होता तो नाचती बोतल. इसी तरह अगर एग्जिट पोल्स सही होते होंगे तो नाच रहे होंगे भगवंत मान. क्रांति हो गयी है पंजाब में. फूल भले ही भौंरे (नवजोत सिंह सिद्धू ) ने खिलाया हो लेकिन जिस तरह उसे राजकुंवर (भगवंत मान) ले उड़ा है बड़े बड़े पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स विशेषकर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने दांतों तले अंगुली दबा ली है. दबाएं भी क्यों न! ऑल क्रेडिट गोज टू दिल्ली वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल. नहीं मतलब सच में. कई लोग हैं जो कह रहे हैं कि जो पंजाब में हुआ है वो विचलित करने वाला है. लेकिन क्या ऐसा हुआ? क्या ये बात हैरत में डालने वाली है? कोई कुछ कहे लेकिन माकूल जवाब है नहीं. सबको पता था कि सिद्धू की बगावत और कैप्टन की हाय कांग्रेस की खटिया खड़ी करेगी लेकिन इसका फायदा सीधे सीधे अरविंद केजरीवाल, आप और भगवंत मान को मिलेगा इसपर थोड़ा डाउट था. लोग कह रहे थे कि पंजाब में आप करिश्मा करेगी लेकिन ये करिश्मा भूचाल में परिवर्तित होगा कांग्रेसी खेमा अपना सर पकडे बैठा है.
आगे बात होगी लेकिन उससे पहले ये जान लीजिये कि आखिर कैसे पंजाब से आए एग्जिट पोल्स ने देश और देश की जनता को भौचक्का कर दिया है. भले ही पंजाब चुनावों के नतीजे 10 मार्च को आ रहे हों. लेकिन जो बातें इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में आई हैं.
मालूम यही दे रहा है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी के झाड़ू ने चाहे वो अकाली और भाजपा हों या फिर कांग्रेस. सबको ये कहने पर मजबूर कर दिया है कि क्या से क्या हुआ देखते देखते. वाक़ई देखते देखते पंजाब में ऐसा बहुत कुछ हुआ है जिसने इतिहास में जगह बना ली है.
पंजाब विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी के विषय में एग्जिट...
गर नशा शराब में होता तो नाचती बोतल. इसी तरह अगर एग्जिट पोल्स सही होते होंगे तो नाच रहे होंगे भगवंत मान. क्रांति हो गयी है पंजाब में. फूल भले ही भौंरे (नवजोत सिंह सिद्धू ) ने खिलाया हो लेकिन जिस तरह उसे राजकुंवर (भगवंत मान) ले उड़ा है बड़े बड़े पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स विशेषकर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने दांतों तले अंगुली दबा ली है. दबाएं भी क्यों न! ऑल क्रेडिट गोज टू दिल्ली वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल. नहीं मतलब सच में. कई लोग हैं जो कह रहे हैं कि जो पंजाब में हुआ है वो विचलित करने वाला है. लेकिन क्या ऐसा हुआ? क्या ये बात हैरत में डालने वाली है? कोई कुछ कहे लेकिन माकूल जवाब है नहीं. सबको पता था कि सिद्धू की बगावत और कैप्टन की हाय कांग्रेस की खटिया खड़ी करेगी लेकिन इसका फायदा सीधे सीधे अरविंद केजरीवाल, आप और भगवंत मान को मिलेगा इसपर थोड़ा डाउट था. लोग कह रहे थे कि पंजाब में आप करिश्मा करेगी लेकिन ये करिश्मा भूचाल में परिवर्तित होगा कांग्रेसी खेमा अपना सर पकडे बैठा है.
आगे बात होगी लेकिन उससे पहले ये जान लीजिये कि आखिर कैसे पंजाब से आए एग्जिट पोल्स ने देश और देश की जनता को भौचक्का कर दिया है. भले ही पंजाब चुनावों के नतीजे 10 मार्च को आ रहे हों. लेकिन जो बातें इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में आई हैं.
मालूम यही दे रहा है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी के झाड़ू ने चाहे वो अकाली और भाजपा हों या फिर कांग्रेस. सबको ये कहने पर मजबूर कर दिया है कि क्या से क्या हुआ देखते देखते. वाक़ई देखते देखते पंजाब में ऐसा बहुत कुछ हुआ है जिसने इतिहास में जगह बना ली है.
पंजाब विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी के विषय में एग्जिट पोल्स में कहा यही जा रहा है कि उसे 76 से 90 सीटें मिल सकती हैं.जबकि कांग्रेस को 19 से 31 सीटों पर संतोष करना पड़ेगा. पंजाब में भाजपा की हालत पतली हुई है जहां उसके खाते में सिर्फ 1से 4 सीटें आने के कयास हैं. सीटों के मामले में पंजाब में भाजपा से अच्छी पोजीशन में अकाली हैं. अकाली दल को लेकर कहा जा रहा है कि उसे 7 से 11 सीटें मिल रही हैं.
खैर जितने मुंह हैं उतनी बातें हैं. अलग अलग एग्जिट पोल्स आए हैं लेकिन कमोबेश सबका यही कहना है कि पंजाब की सफाई अब झाड़ू करेगी और जैसा कि हम जानते हैं कि झाड़ू थामने की जिम्मेदारी पंजाब में आप ने भगवंत मान को सौंपी है.पंजाब की इस सियासी पारी में यूं तो एक से एक खिलाडी हैं लेकिन सारी बातों से हटकर यदि सच में कोई तारीफों का हकदार है वो और कोई नहीं बल्कि अपने नवजोत सिंह सिद्धू ही हैं.
याद करिये वो गुजरे समय का दौर. किसी ज़माने में पंजाब में कैप्टन का जलवा था. चुनाव आ रहा था इसलिए कैप्टन की अपनी कुछ मांगें थीं जिन्हें उन्होंने राहुल गांधी के सामने रखा और फिर जो हुआ पूरे देश ने देखा. दिलचस्प ये कि अगर पंजाब में कांग्रेस की जड़े आज कटी हैं तो इसके लिए तेज धारधार कुल्हाड़ी किसी और ने नहीं बल्कि राहुल गांधी ने मुहैया कराई. सिद्धू एक कलाकार उन्होंने मौके का फायदा उठाया और भरपूर उठाया रख के काट दिया.
एग्जिट पोल में जो बातें पंजाब को लेकर सामने आई हैं सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स ऐसे हैं जिनका एक सुर में कहना है कि सिद्धू और कोई नहीं बल्कि भाजपा और भाजपा में भी अमित शाह के अंडर कवर एजेंट हैं जिन्होंने पंजाब को कांग्रेस मुक्त कर दिया और कुछ ऐसा किया कि चन्नी की सारी गरीबी छिन्न छिन्न हो गयी.
बात बाकी यही है पंजाब में कांग्रेस ने वही भोगा है जिसे उन्होंने बोया है. यूजर बिना किसी संकोच के इस बात को दोहरा रहे हैं कि राहुल गांधी ने पार्टी की भीतरी कलह को सुलझाया होता और सच में अपनी परफॉरमेंस पर काम किया होता.
चूंकि कहावत यही है कि अब पछताए होत का. राहुल गांधी पछता कर करेंगे भी क्या हो होना था हो गया. सिद्धू ने बता दिया कि वो सिर्फ दर्शानी घोड़ा नहीं हैं. उन्हें दुलत्ती मारना और अच्छा भला किला गिराना बखूबी आता है.
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