एक्टिंग से ज्यादा अपने पॉलिटिकल व्यूज और एंटी गवर्नमेंट स्टैंड के चलते ट्रोल्स के निशाने पर रहने वाली एक्टर स्वरा भास्कर पुनः चर्चा में हैं. स्वरा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का वीडियो शेयर किया है. वीडियो में राहुल पहले दो हाथों से फिर एक हाथ से पुशअप मारते हुए दिखाई दे रहे हैं. इंटरनेट पर जंगल की आग की तरह वायरल हो रहे इस वीडियो को शेयर करते हुए स्वरा ने वो भाव जाहिर किये हैं जो उन्हें इस वीडियो में राहुल गांधी को देखने के बाद आए. दरअसल कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी दक्षिण भारत की यात्रा पर हैं जहां वो चुनाव प्रचार कर रहे हैं और अलग अलग जगह जाकर लोगों से सीधा संवाद कर रहे हैं. वायरल किये जा रहे इस वीडियो का अवलोकन करें तो एक प्रोग्राम में छात्रों से संवाद के दौरान पहले राहुल ने जहां एक तरफ छात्र को कराटे की बारीकियों से रू-ब-रू कराया तो वहीं उन्होंने एक अन्य स्टूडेंट के साथ दोनों हाथों से पुशअप मारा. दोनों हाथों से पुशअप्स मारने के बाद राहुल यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि इसे और कठिन बनाएं. इसके बाद राहुल एक हाथ से पुशअप्स मारने लगते हैं. राहुल गांधी को एक हाथ से पुशअप्स मारते देख प्रोग्राम में मौजूद टीचर्स और स्टूडेंट्स बहुत उत्साहित हुए और उन्होंने तालियां बजाकर राहुल के इस अंदाज का प्रोत्साहन किया.
राहुल के पुशअप्स की तारीफ कर स्वरा ने एक नए संवाद को जन्म दे दिया है
जिक्र स्वरा का हुआ है तो बता दें कि स्वरा को राहुल गांधी का ये अंदाज खूब भाया है. स्वरा ने राहुल की तारीफ करते हुए लिखा है कि ये बंदा सच में खिलाड़ी है. इसके बाद स्वरा ने दिल वाला एक इमोजी भी लगाया है.
बात पुशअप्स और राहुल गांधी की फिटनेस की हुई है तो ये कोई पहली बार नहीं है जब हमने राहुल को इस अंदाज में देखा है. अभी बीते दिनों ही राहुल की एक तस्वीर और वायरल हुई थी जिसमें वो पानी से निकले थे और उनके एब्स दिख रहे थे.ये अच्छी बात है राहुल गांधी फिट हैं. एक नेता को फिट होना चाहिए मगर ये भी जरूरी नहीं है कि जो व्यक्ति फिट हो वो फिट राजनीति भी करे.विषय एकदम सीधा और साफ है. राफेल की खरीद फरोख्त से लेकर बेरोजगारी, महंगाई, पेट्रोल डीजल के दाम किसानों की समस्याओं को आधार बनाकर अलग अलग मोर्चों पर भाजपा विशेषकर पीएम मोदी से लोहा ले रहे राहुल गांधी के पीएम बनने की राह में अगर कोई सबसे बड़ी चुनौती है तो वो उनकी राजनीति नहीं बल्कि उनके समर्थक हैं.
पीएम मोदी के समर्थकों को राहुल गांधी के समर्थक भक्तों की संज्ञा देते हैं. वहीं जब हम राहुल गांधी के समर्थकों को देखते हैं तो उन्हें राहुल गांधी की बॉडी, एब्स, पुशअप्स, फिटनेस, स्माइल और क्यूटनेस से ज्यादा कुछ दिखाई ही नहीं देता. इसमें कोई शक नहीं है कि पीएम मोदी के विपरीत राहुल गांधी की राजनीति पीआर के फार्मूले पर चल रही है. और शायद राहुल गांधी की ये पीआर एक्सरसाइज ही वो कारण है जिसके चलते देश ने कांग्रेस पार्टी और उसकी नीतियों से दूरी बना ली है और भाजपा के खेमे में शिफ्ट हो गया है.
बहरहाल स्वरा द्वारा जिस तरह फिटनेस के मद्देनजर उन्हें प्रमोट करते हुए दिल वाला इमोजी दिया गया है तो कहा यही जा सकता है कि देश को अगर एब्स, पुशअप या क्यूट होने के चलते प्रधानमंत्री चुनना है तो ऋतिक रौशन, विद्युत जामवाल, शाहिद कपूर, अक्षय कुमार, जॉन अब्राहम में क्या बुराई है? चाहे स्वरा हों या कोई और 'कांग्रेस समर्थकों' को बहुत स्पष्ट तौर पर इस बात को समझना होगा कि राहुल गांधी कि यही फर्जी तारीफें उनके पॉलिटिकल विकास की राह में सबसे बड़ा रोड़ा हैं.
भारत के मद्देनजर चाहे वो इंदिरा गांधी रही हों या फिर वर्तमान में पीएम मोदी ये लोग सिर्फ इस वजह से कामयाब है क्योंकि इनका काम ग्राउंड पर दिखाई देता है. जिस तरह अलग अलग चुनावों में राहुल और एक पार्टी के रूप में कांग्रेस को देश की जनता ने नकारा है खुद राहुल गांधी को इस बात को समझना चाहिए कि आम आदमी का दिल वो सुपर ह्यूमन बनकर नहीं एक साधारण ह्यूमन बनकर ही जीत पाएंगे. बॉडी और फिटनेस से फ़िल्में, सीरियल और वेब सीरीज तो मिल सकती हैं लेकिन भारत जैसे विशाल देश के पीएम की कुर्सी हरगिज़ नहीं.
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