सऊदी अरब का शुमार दुनिया के उन देशों में हैं जहां के कानून बहुत सख्त है. ये इतने सख्त हैं कि घटना होने पर पहले ही बता देते हैं कि देखो हम सख्त हैं. खबर है कि DGCA ने सऊदी अरब में रियाद हवाईअड्डे पर रनवे के समानांतर बने टैक्सीवे से उड़ान भरने के मामले में जेट एयरवेज के दो पायलटों का लाइसेंस निलंबित कर दिया है. जहाज में 7 क्रू मेम्बर्स समेत 148 लोग सवार थे और घटना 3 अगस्त की बताई जा रही है. हादसा होने के बावजूद जहां एक तरफ जहाज में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं तो वहीं जेट एयरवेज विमान को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
पायलट्स द्वारा की गई इस गलती को ढांकने की कवायद तेज हो गई है. एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है कि रनवे पर अवरोध होने की जानकारी मिलने के बाद पायलटों ने नजदीक के टैक्सीवे से उड़ान भरने का निर्णय लिया था. अधिकारी के अनुसार डीजीसीए ने दोनों पायलटों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं और मामले की जांच जारी है.
मामला संवेदनशील था तो खबरों में आना लाजमी था. मामले के खबर बनने के बाद सऊदी के विमानन जांच ब्यूरो (एआईबी) ने प्रेस रिलीज जारी की है. प्रेस रिलीज में कहा गया है कि विमान ने रनवे के समानांतर बने टैक्सीवे से उड़ान भरी. एआईबी ने कहा कि 141 यात्रियों और चालक दल के सात सदस्यों के साथ मुंबई जा रहे जेट एयरवेज बोइंग बी737, वीटीजेएफएस विमान ने टैक्सीवे से उड़ान भरी, जिसके कारण उसे टैक्सीवे (के) के उत्तर में टैक्सीवे (जीएफ) के पास उतरना पड़ा.
सऊदी अरब का शुमार दुनिया के उन देशों में हैं जहां के कानून बहुत सख्त है. ये इतने सख्त हैं कि घटना होने पर पहले ही बता देते हैं कि देखो हम सख्त हैं. खबर है कि DGCA ने सऊदी अरब में रियाद हवाईअड्डे पर रनवे के समानांतर बने टैक्सीवे से उड़ान भरने के मामले में जेट एयरवेज के दो पायलटों का लाइसेंस निलंबित कर दिया है. जहाज में 7 क्रू मेम्बर्स समेत 148 लोग सवार थे और घटना 3 अगस्त की बताई जा रही है. हादसा होने के बावजूद जहां एक तरफ जहाज में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं तो वहीं जेट एयरवेज विमान को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
पायलट्स द्वारा की गई इस गलती को ढांकने की कवायद तेज हो गई है. एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है कि रनवे पर अवरोध होने की जानकारी मिलने के बाद पायलटों ने नजदीक के टैक्सीवे से उड़ान भरने का निर्णय लिया था. अधिकारी के अनुसार डीजीसीए ने दोनों पायलटों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं और मामले की जांच जारी है.
मामला संवेदनशील था तो खबरों में आना लाजमी था. मामले के खबर बनने के बाद सऊदी के विमानन जांच ब्यूरो (एआईबी) ने प्रेस रिलीज जारी की है. प्रेस रिलीज में कहा गया है कि विमान ने रनवे के समानांतर बने टैक्सीवे से उड़ान भरी. एआईबी ने कहा कि 141 यात्रियों और चालक दल के सात सदस्यों के साथ मुंबई जा रहे जेट एयरवेज बोइंग बी737, वीटीजेएफएस विमान ने टैक्सीवे से उड़ान भरी, जिसके कारण उसे टैक्सीवे (के) के उत्तर में टैक्सीवे (जीएफ) के पास उतरना पड़ा.
गौरतलब है कि जहाज बोइंग बी737, वीटीजेएफएस रियाद हवाईअड्डे से चलकर मुंबई आ रहा था. मामले को देखें तो मिल रहा है कि जहाज के पायलट्स देसी थे और इन्होंने बिना पुलिस की परवाह किये भारतीय सड़कों पर बेख़ौफ़ होकर बाइक खूब चलाई है. जी हां सही सुन रहे हैं आप. अपनी सड़कों पर हमने अक्सर ही ऐसे बाइक सवार देखे हैं जो मीलों लगा जाम पांच या फिर दस मिनट में पार कर लेते हैं. कारण ये नहीं कि इनकी बाइक के पंख होते हैं और वो उड़ती है. कारण ये कि जैसे ही जाम दिखता है ये लोग अपनी अपनी बाइकें फुटपाथ पर चढ़ाकर धुंआ फेंकते हुए सुर्र से निकल जाते हैं.
ऐसे बाइक सवारों को ऐसा करते हुए देखिये. एक दिलचस्प चीज निकल कर सामने आएगी. होने को तो ऐसे लोग बहुत जल्दबाजी में होते हैं मगर एक्सीडेंट या हादसे के मामले में इनका परफॉरमेंस मिनिमम से मिनिमम रहता है. कह सकते हैं कि ऐसे 'जल्दबाज' बाइकर्स को नियम तोड़ते हुए इतना परफेक्शन हासिल हो जाता है कि इनके विषय में ये धारणा बन जाती है कि इनसे तो एक्सीडेंट हो ही नहीं सकता. प्रायः ये देखा भी गया है कि ये धारणा सही भी होती है.
बहरहाल हम बात पायलट्स पर कर रहे थे. एयरलाइन के पायलट्स या तो कुछ बहुत तूफानी करना चाह रहे थे या ये मान के इन्होंने जहाज उड़ाने की शपथ ली थी कि डर के आगे जीत है. खैर बात जो भी रही हो. अब इन्हें इनके पद से हटा दिया गया है और जांच चल रही है. ऐसे में ये वापस आएं और चुपचाप बाइक चलाएं क्योंकि इतने रिस्क के साथ इन्हें कोई जहाज तो चलाने देगा नहीं.
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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.