बॉलीवुड बड़े ही मजेदार दौर से गुजर रहा है. पत्नी दीपिका जहां अपनी अपकमिंग फिल्म पठान के गाने बेशर्म रंग में गोल्डन मोनोकिनी बिकनी और भगवा वस्त्रों के कारण विवादों में हैं तो वहीं ' 23 दिसंबर, 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली सर्कस में रणबीर एक ऐसे रूप में दिखेंगे जिसे लेकर दर्शकों की मिक्स प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गयी हैं. लोग अभी ढंग से रणवीर के लुक पर बात कर भी नहीं पाए थे कि सर्कस के मेकर्स ने फिल्म का मोस्ट अवेटेड गाना सुन ज़रा लॉन्च कर दिया. गाने में रणबीर का रेट्रो वाला लुक और 60 के दशक का ड्रेसिंग स्टाइल जहां एक तरफ बवाल काट रहा है. तो वहीं जब हम फिल्म की एक्ट्रेस जैकलिन को देखते हैं तो रेट्रो दिखने के चक्कर में मेकर्स ने उन्हें बार्बी डॉल टाइप बना दिया है.
ध्यान रहे कि अभी बीते दिनों ही अपने ऑफिशियल इंस्टा हैंडल से 'सर्कस' के दूसरे गाने का टीजर रिलीज किया था. गाने को देखें तो इसमें रणवीर के साथ जैकलिन फर्नांडीज और पूजा हेगड़े भी हैं. वीडियो में जैकलिन फर्नांडिस जहां एक तरफ रेड कलर का टॉप और ब्राउन कलर की शर्ट पहने रणवीर के साथ कमर थिरकाती नजर आ रही हैं. तो वहीं पूजा हेगड़े का मामला दूसरा है. गाने में पूजा ने पीले रंग की साड़ी पहनी है और उनके लिए निर्देशक ने बिलकुल अलग ट्रीटमेंट रखा है. पूजा खेत में रणवीर से नजरें दो चार कर रही हैं.
अच्छा क्योंकि फिल्म का बैकड्रॉप भी वही 60 के दशक का समय है तो गाने में जो दिख रहा है वो वैसा नहीं है जैसा होना चाहिए लेकिन फिल्म है और बॉलीवुड की फिल्म है तो जैसा दस्तूर है सब चलता है. गाने को लेकर तो यूं तमाम तरह की बातें हो सकती हैं लेकिन मानना पड़ेगा रणवीर को. बतौर एक्टर कपड़ों को लेकर रणवीर...
बॉलीवुड बड़े ही मजेदार दौर से गुजर रहा है. पत्नी दीपिका जहां अपनी अपकमिंग फिल्म पठान के गाने बेशर्म रंग में गोल्डन मोनोकिनी बिकनी और भगवा वस्त्रों के कारण विवादों में हैं तो वहीं ' 23 दिसंबर, 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली सर्कस में रणबीर एक ऐसे रूप में दिखेंगे जिसे लेकर दर्शकों की मिक्स प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गयी हैं. लोग अभी ढंग से रणवीर के लुक पर बात कर भी नहीं पाए थे कि सर्कस के मेकर्स ने फिल्म का मोस्ट अवेटेड गाना सुन ज़रा लॉन्च कर दिया. गाने में रणबीर का रेट्रो वाला लुक और 60 के दशक का ड्रेसिंग स्टाइल जहां एक तरफ बवाल काट रहा है. तो वहीं जब हम फिल्म की एक्ट्रेस जैकलिन को देखते हैं तो रेट्रो दिखने के चक्कर में मेकर्स ने उन्हें बार्बी डॉल टाइप बना दिया है.
ध्यान रहे कि अभी बीते दिनों ही अपने ऑफिशियल इंस्टा हैंडल से 'सर्कस' के दूसरे गाने का टीजर रिलीज किया था. गाने को देखें तो इसमें रणवीर के साथ जैकलिन फर्नांडीज और पूजा हेगड़े भी हैं. वीडियो में जैकलिन फर्नांडिस जहां एक तरफ रेड कलर का टॉप और ब्राउन कलर की शर्ट पहने रणवीर के साथ कमर थिरकाती नजर आ रही हैं. तो वहीं पूजा हेगड़े का मामला दूसरा है. गाने में पूजा ने पीले रंग की साड़ी पहनी है और उनके लिए निर्देशक ने बिलकुल अलग ट्रीटमेंट रखा है. पूजा खेत में रणवीर से नजरें दो चार कर रही हैं.
अच्छा क्योंकि फिल्म का बैकड्रॉप भी वही 60 के दशक का समय है तो गाने में जो दिख रहा है वो वैसा नहीं है जैसा होना चाहिए लेकिन फिल्म है और बॉलीवुड की फिल्म है तो जैसा दस्तूर है सब चलता है. गाने को लेकर तो यूं तमाम तरह की बातें हो सकती हैं लेकिन मानना पड़ेगा रणवीर को. बतौर एक्टर कपड़ों को लेकर रणवीर की पसंद किसी से छिपी नहीं है. जिस तरह के अतरंगे कपड़े वो अपनी डेली लाइफ में पहनते हैं, पूरा मौका दिया गया है कि वो वैसे ही कपड़े इस गाने में भी पहनें.
गाना आप ऊपर देख ही चुके होंगे. अब आप खुद बताइये कि धूप में कोट पहनकर डांस करना कोई बच्चों का खेल है? नहीं न. ये रणवीर का जिगरा था उन्होंने किया और अच्छा किया. वहीं जब हम जैकलिन को देखते हैं तो ईश्वर ही जाने निर्माता निर्देशकों को क्या सूझा उन्होंने जैकलिन को गुड़िया या ये कहें कि बार्बी डॉल बना कर रख दिया.
गाना अच्छा है या बुरा अब क्योंकि पसंद सबकी अपनी अपनी है इसलिए इसका फैसला तो जनता ही करे लेकिन बतौर दर्शक जब हम इस गाने को देखते हैं तो सिवाए पूजा के इस गाने में कुछ भी ऐसा नहीं है जिसकी तारीफ हो. सच में गाने में पूजा सुन्दर लगी हैं.
अच्छा बात चूंकिकपड़ों पर चल रही है और रणवीर के साथ साथ दीपिका भी अपने गाने बेशर्म रंग में कपड़ों को लेकर चर्चा में हैं तो कहा यही जाएगा कि काश थोड़ी सी प्रेरणा उन्होंने पति रणवीर से ले ली होती. अपने गाने में उन्होंने अगर रणवीर के आधे भी कपड़े पहन लिए होते तो न तो इतना बवाल ही बढ़ता न ही फिल्म का बहिष्कार ही होता.
अंत में हम बस ये कहते हुए अपनी बातों को विराम देंगे कि मुश्किल दौर से गुजर रहा है बॉलीवुड और एक्टर्स की कपड़ों की चॉइस उसे और कॉम्प्लिकेटेड और कॉम्प्लेक्स बना रही है. बेहतर है कि एक इंडस्ट्री के रूप में बॉलीवुड जाग जाए. यूं भी कहा यही गया है जब जागो तब सवेरा.
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