India Vs Pakistan ICC T20 World Cup: तो भइया वो पल आया. सीने पर ज़िन्दगी भर का बोझ दिया और तमाम बुरी यादों के साथ बीत गया. अब सिर्फ दास्तान है, किस्से हैं, फ़साने हैं. तरह तरह की बातें हो रहीं हैं. निष्कर्ष निकाले जा रहे हैं. इंडिया पाकिस्तान मैच है ही कुछ ऐसा कि जिसे क्रिकेट में कोई दिलचस्पी न हो. या फिर दूर दूर तक जिसका क्रिकेट से कोई नाता न हो वो भी एक दिन में कुछ घंटों के लिए क्रिकेट एक्सपर्ट है. बीते दिन की ही बात है वो क्षण जब भारत मैच हार चुका था और भारतीय खेमे में उदासी थी. मैंने भी हार का ग़म भुलाने के लिए घर से कुछ दूर एक चाय की दुकान का रुख किया. दुकान पर अलग ही नजारा. एक दूसरे ही लेवल की माथापच्ची. एक चचा जिनकी उम्र कोई 70 साल होगी हाथ में कटिंग चाय का गिलास पकड़े बैठे थे और बीड़ी का कश लगाते हुए पास खड़े लड़कों को बता रहे थे कि कोहली ने क्या किया होता जिससे भारत मैच जीत जाता और दुश्मन पाकिस्तान हार का मजा चखता. जैसा लोगों का रिएक्शन है अफसोस भारत के हारने का कम, भारत का पाकिस्तान से हारने का ज्यादा है. बात तो सही भी है चाहे वो मेन स्ट्रीम मीडिया हो या सोशल मीडिया जैसा माहौल इंडिया पाकिस्तान के मैच को लेकर बनाया गया एक बार तो ये लगा कि मैच ग्राउंड पर न होकर बॉर्डर पर हो रहा है.
जैसा कि हम बता चुके हैं कि मैच खत्म हो चुका है अब फ़साने हैं. किस्से हैं. दास्तानें हैं और साथ ही है वो तस्वीर जिसमें विराट कोहली ने वो कर दिखाया जिसकी कल्पना हिंदुस्तान से लेकर पाकिस्तान तक शायद ही किसी ने की हो. जी हां समझ तो आप गए ही होंगे. हां हमारा इशारा उसी तस्वीर की तरफ़ है जिसमें मैच के बाद कप्तान कोहली ने पाकिस्तानी विकेटकीपर और बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान को लगे लगाया था. रिजवान ही वो कारक थे जिसके बलबूते पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दर्ज की.
पाकिस्तान से हारने के बाद कप्तान कोहली ने मोहम्मद रिजवान को गले लगाया है जिसने कई बातें सोचने पर विवश कर दिया है
बात चूंकि इस तस्वीर की है तो न तो हम ये कहेंगे कि टीम पाकिस्तानी ने बीते दिन हुए खेल में कप्तान कोहली की टीम को 10 विकेट से हराया न ही हम ये कहेंगे कि भारत ने एड़ी से लेकर चोटी तक का जोर लगाते हुए अपनी पारी खेली. बात सिर्फ इस तस्वीर पर होगी. इसकी सुंदरता पर होगी. स्पोर्टमैन स्पिरिट पर होगी और इस बात पर भी होगी कि भारत पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच सिर्फ क्रिकेट मैच है. इसे न तो हव्वा बनाने की कोई जरूरत है और न ही युद्ध.
आगे तमाम चीजों/ कारकों का न केवल जिक्र होगा बल्कि उसका गहनता से विश्लेषण भी किया जाएगा लेकिन उससे पहले इतना जरूर समझ लीजिए कि विराट कोहली ने मोहम्मद रिजवान को गले लगाकर कई लोगों के 'जहर' पर पानी डाल दिया है.
उपरोक्त बातें असहज कर सकती हैं. तन बदन में आग लगा सकती हैं. हो सकता है ऐसे लोग भी हों जिनकी भावनाएं तक आहत हो जाएं लेकिन जो सनातन सत्य है उसे क्या बदला जा सकता है? जवाब है नहीं. जैसा कि हम पहले ही आपको इस बात से अवगत करा चुके हैं कि चाहे वो मेन स्ट्रीम मीडिया रहा हो या सोशल मीडिया जैसी फिजा बीते दिन होने वाले इस इंडिया पाकिस्तान मैच को लेकर बनाई गई थी उसे जंग कहना अतिश्योक्ति न होगा.
अखबारों की हेडलाइन से लेकर न्यूज़ चैनल्स के स्लग और टिकर तक चीख चीख के इस बात की तस्दीख कर रहे थे कि इंडिया पाकिस्तान के बीच क्रिकेट का मैच नहीं बल्कि युद्ध होने वाला है. एक छोर पर बाजवा आएंगे और दूसरे छोर सीडीएस जनरल बिपिन रावत होंगे और दोनों ही मुल्क किसी भी क्षण एक दूसरे पर टूट पड़ेंगे.
अब सवाल ये है कि क्या ऐसा हुआ? जवाब के लिए कई दिनों तक न खत्म होने वाली डिबेट हो सकती है. लेकिन बहुत गिने चुने शब्दों में जवाब देना हो तो रिजवान को गले लगाती ये तस्वीर काफी है. चाहे वो कप्तान कोहली हों या फिर बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों के खिलाड़ियों ने हम क्रिकेट फैंस को स्पष्ट संदेश दिया है.
इन खिलाड़ियों ने हमें ये बताया है कि भारत पाकिस्तान के बीच हुआ मैच और इस मैच में मिली जीत एवं हार सिर्फ क्रिकेट है और इसे लेकर दोनों ही मुल्कों के क्रिकेट प्रेमियों को न तो भावुक होने की जरूरत है न ही अपने अपने टीवी सेट तोड़ने की. कुल मिलाकर इंटरनेट पर जंगल की आग की तरह वायरल विराट की इस तस्वीर ने भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों के क्रिकेट फैंस का भ्रम तोड़ दिया है.
तस्वीर ने ये भी बता दिया है कि अब वो वक़्त आ गया है जब कम से कम इंडिया पाकिस्तान मैच को लेकर भारत और पड़ोसी मुल्क के क्रिकेट फैंस को अपने अंदर की नफरत को खत्म कर देना चाहिए. बाकी इस कड़ी में भी शुरुआत भारत ने की है देखना दिलचस्प रहेगा कि विराट कोहली के इस जेस्चर को पाकिस्तान और पाकिस्तानी क्रिकेट फैंस कैसे और किस तरह लेते हैं. साथ ही भारत में भी लोग इसे कैसे और किस तरह देखते हैं.
ये भी पढ़ें -
विराट कोहली को मीनिंगफुल दिवाली वाला 'ज्ञान' देने के लिए एक हफ्ते का समय मिल गया
SRK से कोई भी मुफ्त करवा सकता है अपनी दुकान का प्रचार, कभी नहीं हुआ था तकनीकी का ऐसा इस्तेमाल
बहुत हुईं क्रोनोलॉजी की बातें - कश्मीर में 370 हटाने का जमीनी फायदा कब दिखेगा ?
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.