इंसान का स्वभाव अजीब है. बेहद अजीब. वो कुछ भी और कहीं भी कर सकता है. वो टिंडर पर बहन भी खोज सकता है. जी हां टिंडर पर... हैरान-परेशां होने की कोई जरूरत नहीं है. भले ही टिंडर के मेकर्स के सपनों में भी कभी ये बात न आई हो. मगर, अपने एक हिंदुस्तानी भाई ने न केवल ऐसा सोचा, बल्कि कर के दिखाया. अब इसे भगवान का आशीर्वाद कहें या निष्ठा के अलावा किस्मत. भाई की आज एक नहीं बल्कि दो-दो बहनें हैं. जल्द ही सब मिलेंगे सेलिब्रेशन होगा. घनघोर होगा. घमासान होगा.
मामला भले ही प्योर नॉन वेज फौजी ढाबे पर लौकी की तरी वाली सब्जी ढूंढने जैसा हो. लेकिन सच्चाई वही है जिसका जिक्र ऊपर हो चुका है. टाइम रक्षाबंधन वाला चल रहा है. त्योहार के मद्देनजर ऐसे पोस्ट भी वायरल हो रहे हैं जहां लोगों की बहन नहीं है. ऐसी ही मुंबई के रहने वाले एक शख्स की पोस्ट reddit पर तैर रही है.
u/NotAKindGuyAnymore नाम के reddit यूजर ने लिखा है कि पिछले 2 सालों से वह टिंडर का इस्तेमाल सिर्फ इसलिये कर रहा है ताकि रक्षाबंधन पर उसे एक बहन मिल सके. त्योहार आने में अभी वक़्त है इसलिए उसने अपने बायो में लिखा है कि ... 'रक्षाबंधन में हैंगआउट के लिए एक बहन की तलाश में.'
युवक के अनुसार मैंने हमेशा रक्षाबंधन के दौरान बहन की कमी महसूस की है. मुझे राखी बांधने वाला कोई नहीं. पिछले 2 वर्षों से मैं रक्षाबंधन से पहले इस प्रकार का पोस्ट डालता हूं. टिंडर का धन्यवाद जिसकी वजह से मुझे दो बहनें मिलीं. इस साल हम तीनों एक साथ मिलकर रक्षाबंधन मनाएंगे और गिफ्ट्स का आदान-प्रदान करेंगे. मैं बहुत एक्साइटेड हूं.'
मामले में दिलचस्प ये रहा कि दो लड़कियां ऐसी थीं जिन्होंने भाई का राइट स्वाइप...
इंसान का स्वभाव अजीब है. बेहद अजीब. वो कुछ भी और कहीं भी कर सकता है. वो टिंडर पर बहन भी खोज सकता है. जी हां टिंडर पर... हैरान-परेशां होने की कोई जरूरत नहीं है. भले ही टिंडर के मेकर्स के सपनों में भी कभी ये बात न आई हो. मगर, अपने एक हिंदुस्तानी भाई ने न केवल ऐसा सोचा, बल्कि कर के दिखाया. अब इसे भगवान का आशीर्वाद कहें या निष्ठा के अलावा किस्मत. भाई की आज एक नहीं बल्कि दो-दो बहनें हैं. जल्द ही सब मिलेंगे सेलिब्रेशन होगा. घनघोर होगा. घमासान होगा.
मामला भले ही प्योर नॉन वेज फौजी ढाबे पर लौकी की तरी वाली सब्जी ढूंढने जैसा हो. लेकिन सच्चाई वही है जिसका जिक्र ऊपर हो चुका है. टाइम रक्षाबंधन वाला चल रहा है. त्योहार के मद्देनजर ऐसे पोस्ट भी वायरल हो रहे हैं जहां लोगों की बहन नहीं है. ऐसी ही मुंबई के रहने वाले एक शख्स की पोस्ट reddit पर तैर रही है.
u/NotAKindGuyAnymore नाम के reddit यूजर ने लिखा है कि पिछले 2 सालों से वह टिंडर का इस्तेमाल सिर्फ इसलिये कर रहा है ताकि रक्षाबंधन पर उसे एक बहन मिल सके. त्योहार आने में अभी वक़्त है इसलिए उसने अपने बायो में लिखा है कि ... 'रक्षाबंधन में हैंगआउट के लिए एक बहन की तलाश में.'
युवक के अनुसार मैंने हमेशा रक्षाबंधन के दौरान बहन की कमी महसूस की है. मुझे राखी बांधने वाला कोई नहीं. पिछले 2 वर्षों से मैं रक्षाबंधन से पहले इस प्रकार का पोस्ट डालता हूं. टिंडर का धन्यवाद जिसकी वजह से मुझे दो बहनें मिलीं. इस साल हम तीनों एक साथ मिलकर रक्षाबंधन मनाएंगे और गिफ्ट्स का आदान-प्रदान करेंगे. मैं बहुत एक्साइटेड हूं.'
मामले में दिलचस्प ये रहा कि दो लड़कियां ऐसी थीं जिन्होंने भाई का राइट स्वाइप एक्सेप्ट कर लिया है और बहन बनने को राजी हो गयी हैं. युवक को अब बस उस दिन का इंतजार है जब तीनों मिलेंगे और रक्षाबंधन सेलिब्रेट किया जाएगा.
मामला अजीब था तो प्रतिक्रिआएं भी खूब आईं कुछ लोग तो ऐसे भी थे जिन्होंने कह दिया कि वो अनाथ हैं और इस घटना के बाद अब वो मां बाप की तलाश के लिए शादी डॉट कॉम का रुख कर रहे हैं. वहीं प्रतिक्रिया ऐसी भी थीं जहां लोगों ने इस पूरे मामले को पब्लिसिटी स्टंट बता दिया है. लोग चूंकि अजीब अजीब रिएक्शन दे रहे हैं इसलिए अधिकांश लड़कियां जो इस पोस्ट पर आईं, बेकार के और भद्दे तर्कों से आहत हैं.
बात सिर्फ प्रतिक्रियाओं या लोगों के रवैये की नहीं है. खोजने को तो आदमी कहीं भी कुछ भी खोज सकता है. लेकिन टिंडर पर बहन का कॉन्सेप्ट इसलिए भी अटपटा है. क्योंकि अमूमन आदमी यही चाहता कि दुनिया में कहीं तो ऐसा स्पेस हो जो भइया दीदी वाली फॉर्मेलिटी से अलग हो. टिंडर बॉय फ्रेंड के लिए है. गर्ल फ्रेंड के लिए है. फ्रेंड और फॉरएवर फ्रेंड के लिए है लेकिन बहन के लिए... हम डंके की चोट पर इस बात को कह सकते हैं कि टिंडर रक्षाबंधन पर बहन खोजने के लिए तो हरगिज़ नहीं है.
चूंकि टिंडर के कॉन्सेप्ट में ही बहन का कॉन्सेप्ट नहीं है. इसलिए इस मामले में हैरत हमें उन दो लड़कियों पर भी होती है जो एक अकेले भाई के लिए बहन बनने को राजी हुई हैं.
सवाल ये है कि, कैजुअल रिलेशनशिप के दौर में अगर लड़कियां फॉर्मल रिलेशनशिप की तलाश करने टिंडर आई हैं तो या तो वो बहुत भोली हैं. या फिर बहुत शातिर. बाकी अब जब सबको सब मिल ही चुके हैं तो हम यही कहकर अपनी बातों को विराम देंगे कि भाई को बहन और बहन को भाई मुबारक. यूं भी फैशन के दौर में गारंटी की इच्छा रखना मूर्खता से ज्यादा और कुछ नहीं है.
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