हाल ही में आबूधाबी में एएफसी एशियन कप हो रहा था, जिसमें कतर ने जापान को हरा दिया. ये मुकाबला तीन वजहों से खास था. पहला तो इसलिए क्योंकि इस मैच में कतर ने चार बार के चैंपियन जापान को फाइनल में 3-1 से हरा दिया. दूसरा ये कि जापान को हराकर कतर ने पहली बार एएफसी एशियन कप का खिताब जीता. खैर, इन दोनों वजहों की चर्चा तो बस मैच खत्म होने के चंद घंटों तक हुई, लेकिन जिस तीसरी वजह से इसकी सबसे अधिक चर्चा हुई, वह बेहद खास है.
तीसरी वजह है जापान के खिलाड़ी अपने व्यवहार, उनकी परंपरा, उनका तौर तरीका. जापान के लोग सफाई के लिए जाने जाते हैं. आबूधाबी के जापान के ड्रेसिंग रूम की तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. बुरी तरह से हारने के बावजूद जापान के खिलाड़ियों ने गुस्सा नहीं दिखाया, बल्कि संयम के साथ अपनी परंपरा निभाते हुए जाते-जाते उस ड्रेसिंग रूम को पहले की तरह एकदम साफ कर के गए. यूं लगा जैसे इस ड्रेसिंग रूम में अभी तक कोई रहा ही नहीं हो.
थैंक्यू भी कहा
ड्रेसिंग रूम में मौजूद व्हाइट बोर्ड पर जापान के खिलाड़ियों ने थैंक्यू भी लिखा. एएफसी एशियन कप आबूधाबी में हुआ था, इसलिए उन्होंने अंग्रेजी के साथ-साथ अरबी में भी थैंक्यू लिखा और खुद जापानी होने के नाते जापानी में भी थैंक्यू लिखा. इस बोर्ड समेत उस ड्रेसिंग रूम की तस्वीर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. जो भी इन्हें देख रहा है, तारीफों के पुल बांधे बिना नहीं रह पा रहा है. लेकिन ऐसा नहीं है कि इस तरह सफाई करने के लिए जापान की तारीफ पहली बार हो रही है. ये वो चीज है जिसके लिए हर मौके पर जापान की तारीफ हुई है.
खिलाड़ी ही नहीं, दर्शकों ने भी की सफाई
ये बात है पिछले साल हुए फीफा...
हाल ही में आबूधाबी में एएफसी एशियन कप हो रहा था, जिसमें कतर ने जापान को हरा दिया. ये मुकाबला तीन वजहों से खास था. पहला तो इसलिए क्योंकि इस मैच में कतर ने चार बार के चैंपियन जापान को फाइनल में 3-1 से हरा दिया. दूसरा ये कि जापान को हराकर कतर ने पहली बार एएफसी एशियन कप का खिताब जीता. खैर, इन दोनों वजहों की चर्चा तो बस मैच खत्म होने के चंद घंटों तक हुई, लेकिन जिस तीसरी वजह से इसकी सबसे अधिक चर्चा हुई, वह बेहद खास है.
तीसरी वजह है जापान के खिलाड़ी अपने व्यवहार, उनकी परंपरा, उनका तौर तरीका. जापान के लोग सफाई के लिए जाने जाते हैं. आबूधाबी के जापान के ड्रेसिंग रूम की तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. बुरी तरह से हारने के बावजूद जापान के खिलाड़ियों ने गुस्सा नहीं दिखाया, बल्कि संयम के साथ अपनी परंपरा निभाते हुए जाते-जाते उस ड्रेसिंग रूम को पहले की तरह एकदम साफ कर के गए. यूं लगा जैसे इस ड्रेसिंग रूम में अभी तक कोई रहा ही नहीं हो.
थैंक्यू भी कहा
ड्रेसिंग रूम में मौजूद व्हाइट बोर्ड पर जापान के खिलाड़ियों ने थैंक्यू भी लिखा. एएफसी एशियन कप आबूधाबी में हुआ था, इसलिए उन्होंने अंग्रेजी के साथ-साथ अरबी में भी थैंक्यू लिखा और खुद जापानी होने के नाते जापानी में भी थैंक्यू लिखा. इस बोर्ड समेत उस ड्रेसिंग रूम की तस्वीर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. जो भी इन्हें देख रहा है, तारीफों के पुल बांधे बिना नहीं रह पा रहा है. लेकिन ऐसा नहीं है कि इस तरह सफाई करने के लिए जापान की तारीफ पहली बार हो रही है. ये वो चीज है जिसके लिए हर मौके पर जापान की तारीफ हुई है.
खिलाड़ी ही नहीं, दर्शकों ने भी की सफाई
ये बात है पिछले साल हुए फीफा वर्ल्ड कप की, जिसमें बेल्जियम ने जापान को 3-2 से हरा दिया था. इस मैच में जापान 16वें राउंड में बाहर हो गया था. जापान मैच तो हार गया था, लेकिन अपना ड्रेसिंग रूम साफ करना नहीं भूला. उस वक्त भी ड्रेसिंग रूम की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी और भारतीय खिलाड़ी युवराज सिंह ने भी उनकी तारीफ की थी. इतना ही नहीं, जापानी दर्शकों ने भी लोगों का दिल जीतने वाला काम किया था. मैच खत्म होने के बाद वह बड़ी-बड़ी थैलियां लेकर आए और स्टेडियम से खाली बोतलें, रैपर और तरह-तरह का कचरा थैलियों में भरकर पूरी सफाई कर दी. उसकी वीडियो और तस्वीरें भी इंटरनेट पर खूब वायरल हुई थीं, जिसके चलते जापान ने पूरी दुनिया से वाहवाही लूटी थी.
इससे पहले जब जापान ने कोलंबिया को 2-1 से हराया था, उसके बाद भी जापान के दर्शक अपने सेक्शन की सफाई करते दिखे थे. उसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था, जिसमें बड़ी-बड़ी थैलियां लिए जापानी दर्शक दिख रहे थे.
इस बार के एएफसी एशियन कप में जापान की टीम पांचवी बार पहुंची थी, लेकिन खिताब अपने नाम करने से चूक गई. इससे पहले चार बार जापान फाइनल में पहुंचकर विजेता बनी थी. हारने के बाद भी संयम न खोना और अपनी परंपरा न भूलना कोई जापान से सीखे. जहां-जहां जापान की टीमें जाती हैं, वहां सफाई का पूरा ध्यान रखती हैं, भले ही उन्हें जीत हासिल हो या फिर हार का मुंह देखना पड़े. वाकई, सफाई के मामले में जापान और जापानी खिलाड़ियों की जितनी तारीफ की जाए कम है.
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