आईसीसी द्वारा जारी ताजा वनडे रैंकिंग ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम और उसके चाहनेवालों के लिए एक बुरी खबर की तरह है. पांच बार विश्व विजेता रही ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम अब वनडे रैंकिंग में छठे स्थान पर पहुंच गई है और अपने 34 साल के सबसे निचले स्तर पर है.
बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई टीम फिलहाल इंग्लैंड के साथ पांच वनडे मैचों की सीरीज खेल रही है. इस सीरीज में अभी तक खेले गए तीनों मैचों में ऑस्ट्रेलियाई टीम को हार का सामना करना पड़ा है. इंग्लैंड से मिली लगातार हार की वजह से टीम को लिस्ट में छठे स्थान से संतोष करना पड़ा है. उसे टॉप 5 में जगह बनाने के लिए चल रही सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करना होगा. इस सीरीज में बाकी के मैच 21 और 24 जून को खेले जाने हैं. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की टीम 1984 में छठे स्थान पर थी.
मौजूदा विश्व विजेता दो साल से कम समय में नंबर-1 से छठे स्थान पर आ गई है. पूरे विश्व में अपने उत्कृष्ट क्रिकेट से सबको प्रभावित करने वाली आस्ट्रेलिया की टीम के लिए निराशा का दौर दक्षिण अफ्रीका के हाथों मिली 5-0 की हार से शुरू हुआ था. तब से आस्ट्रेलिया ने 15 वनडे मैचों में से 13 हारे हैं. इस दौरान वो न्यूजीलैंड, भारत और इंग्लैंड से लगातार तीन द्विपक्षीय सीरीज भी हारी है. यही नहीं, चैंपियंस ट्रॉफी में तो ऑस्ट्रेलिया की टीम शुरुआती दौर में ही बाहर हो गई थी.
कह सकते हैं कि जिस टीम ने कभी क्रिकेट की दुनिया में राज किया था उसके लिए अब राह उतनी आसान नहीं लग रही है और उसका मुकाम खत्म होता जा रहा है. लेकिन इस टीम के जुझारू रवैये को भी कोई नकार नहीं सकता जो कि रिकी पोंटिंग, एडम गिलक्रिस्ट, मैथ्यू हेडेन और शेन वार्ने जैसे दिग्गज खिलाडियों के टीम से रिटायर होने के बाद...
आईसीसी द्वारा जारी ताजा वनडे रैंकिंग ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम और उसके चाहनेवालों के लिए एक बुरी खबर की तरह है. पांच बार विश्व विजेता रही ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम अब वनडे रैंकिंग में छठे स्थान पर पहुंच गई है और अपने 34 साल के सबसे निचले स्तर पर है.
बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई टीम फिलहाल इंग्लैंड के साथ पांच वनडे मैचों की सीरीज खेल रही है. इस सीरीज में अभी तक खेले गए तीनों मैचों में ऑस्ट्रेलियाई टीम को हार का सामना करना पड़ा है. इंग्लैंड से मिली लगातार हार की वजह से टीम को लिस्ट में छठे स्थान से संतोष करना पड़ा है. उसे टॉप 5 में जगह बनाने के लिए चल रही सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करना होगा. इस सीरीज में बाकी के मैच 21 और 24 जून को खेले जाने हैं. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की टीम 1984 में छठे स्थान पर थी.
मौजूदा विश्व विजेता दो साल से कम समय में नंबर-1 से छठे स्थान पर आ गई है. पूरे विश्व में अपने उत्कृष्ट क्रिकेट से सबको प्रभावित करने वाली आस्ट्रेलिया की टीम के लिए निराशा का दौर दक्षिण अफ्रीका के हाथों मिली 5-0 की हार से शुरू हुआ था. तब से आस्ट्रेलिया ने 15 वनडे मैचों में से 13 हारे हैं. इस दौरान वो न्यूजीलैंड, भारत और इंग्लैंड से लगातार तीन द्विपक्षीय सीरीज भी हारी है. यही नहीं, चैंपियंस ट्रॉफी में तो ऑस्ट्रेलिया की टीम शुरुआती दौर में ही बाहर हो गई थी.
कह सकते हैं कि जिस टीम ने कभी क्रिकेट की दुनिया में राज किया था उसके लिए अब राह उतनी आसान नहीं लग रही है और उसका मुकाम खत्म होता जा रहा है. लेकिन इस टीम के जुझारू रवैये को भी कोई नकार नहीं सकता जो कि रिकी पोंटिंग, एडम गिलक्रिस्ट, मैथ्यू हेडेन और शेन वार्ने जैसे दिग्गज खिलाडियों के टीम से रिटायर होने के बाद भी टीम अपने मुकाम को बचाए रखने में कामयाब रही थी और ऐसा माना जा रहा है कि वो फिर से एक बार बाउंस-बैक जरूर करेगी.
वैसे खोयी चमक को वापस पाने के लिए न सिर्फ टीम को बल्कि मैनेजमेंट को भी काफी कुछ करने की जरुरत है, क्योंकि साल के शुरू में हुए बॉल टैंपरिंग विवाद ने टीम की साख पर बट्टा लगाने का काम किया और इसकी वजह से टीम के दो सबसे अनुभवी और प्रभावी खिलाड़ी तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर को बाहर किया गया.
कह सकते हैं कि ऑस्ट्रेलिया के लिए आने वाला समय काफी चुनौतीपूर्ण है ऐसे में उसकी आईसीसी वनडे रैंकिग से ज्यादा जरूरी अपने आत्मविश्वास को हासिल करने का है. क्योंकि हाल की परिस्थितियों से टीम पर मनोवैज्ञानिक दबाव भी पड़ा है जिससे उबरना जरूरी है तभी टीम 2019 के विश्व कप में विश्वास के साथ उतर पाएगी.
आइए एक नजर डालते हैं आईसीसी की ताजा वनडे रैंकिंग पर-
टीम | रेटिंग |
इंग्लैंड | 124 |
इंडिया | 122 |
साउथ-अफ्रीका | 113 |
न्यूजीलैंड | 112 |
पाकिस्तान | 102 |
ऑस्ट्रेलिया | 102 |
बांग्लादेश | 93 |
श्रीलंका | 77 |
वेस्टइंडीज | 69 |
अफ़ग़ानिस्तान | 63 |
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