आईपीएल (IPL) की सबसे दिग्गज टीम चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का सफर 2020 के आईपीएल में खत्म हो चुका है. अब चेन्नई सुपर किंग्स का बचा हुआ मैच महज खानापूर्ती ही है. वह लीग की रेस में बची टीमों का खेल बिगाड़ने का काम ही कर सकती है. चेन्नई सुपर किंग्स और आईपीएल के सबसे कामयाब कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के बारे में तरह तरह की चर्चाएं हैं. वह बेहद चतुर और कूल दिमाग वाले कप्तान हैं. यह सीजन न तो उनके लिए खास रहा है और न ही उनकी टीम चेन्नई के लिए. चेन्नई सुपर किंग्स प्वाइंट टेबल पर इस समय आखिरी पायदान पर है. आईपीएल के अबतक 12 सीजन हो चुके हैं इसमें से सबसे अधिक 8 बार फाइनल मुकाबला खेलने वाली टीम चेन्नई सुपर किंग्स ही है. आईपीएल के तेरहवें संस्करण में चेन्नई प्लेआफ से ही बाहर हो गई है. चेन्नई को सबसे पहला झटका तो आईपीएल शुरू होने से पहले ही लग गया था जब उसके सबसे कामयाब खिलाड़ी सुरैश रैना (Suresh Raina) और हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने पूरे सीजन से ही बाहर होने का फैसला ले लिया था. सुरेश रैना जैसे दिग्गज मिडिल आर्डर खिलाड़ी के बाहर होने से चेन्नई को सबसे अधिक नुकसान हुआ.
चेन्नई की टीम पूरे आईपीएल में कम से कम खिलाड़ियों का बदलाव करने के लिए जानी जाती थी लेकिन इस बार चेन्नई अब तक 17 खिलाड़ियों को बदल बदल टीम में जगह दे चुकी है. इस पूरे सीजन में चेन्नई अपने रंग में ही नज़र नहीं आई है. ऐसे में सोशल मीडिया पर चेन्नई की टीम और उसके कप्तान धोनी को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. कुछ चेन्नई को बूढ़ी टीम बता रहे हैं तो कुछ धोनी को अब आईपीएल से भी विदा हो लेने की सलाह दे रहे हैं.
हालांकि चेन्नई के मालिकों को धोनी पर पूरा भरोसा है. धोनी के आईपीएल...
आईपीएल (IPL) की सबसे दिग्गज टीम चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का सफर 2020 के आईपीएल में खत्म हो चुका है. अब चेन्नई सुपर किंग्स का बचा हुआ मैच महज खानापूर्ती ही है. वह लीग की रेस में बची टीमों का खेल बिगाड़ने का काम ही कर सकती है. चेन्नई सुपर किंग्स और आईपीएल के सबसे कामयाब कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के बारे में तरह तरह की चर्चाएं हैं. वह बेहद चतुर और कूल दिमाग वाले कप्तान हैं. यह सीजन न तो उनके लिए खास रहा है और न ही उनकी टीम चेन्नई के लिए. चेन्नई सुपर किंग्स प्वाइंट टेबल पर इस समय आखिरी पायदान पर है. आईपीएल के अबतक 12 सीजन हो चुके हैं इसमें से सबसे अधिक 8 बार फाइनल मुकाबला खेलने वाली टीम चेन्नई सुपर किंग्स ही है. आईपीएल के तेरहवें संस्करण में चेन्नई प्लेआफ से ही बाहर हो गई है. चेन्नई को सबसे पहला झटका तो आईपीएल शुरू होने से पहले ही लग गया था जब उसके सबसे कामयाब खिलाड़ी सुरैश रैना (Suresh Raina) और हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने पूरे सीजन से ही बाहर होने का फैसला ले लिया था. सुरेश रैना जैसे दिग्गज मिडिल आर्डर खिलाड़ी के बाहर होने से चेन्नई को सबसे अधिक नुकसान हुआ.
चेन्नई की टीम पूरे आईपीएल में कम से कम खिलाड़ियों का बदलाव करने के लिए जानी जाती थी लेकिन इस बार चेन्नई अब तक 17 खिलाड़ियों को बदल बदल टीम में जगह दे चुकी है. इस पूरे सीजन में चेन्नई अपने रंग में ही नज़र नहीं आई है. ऐसे में सोशल मीडिया पर चेन्नई की टीम और उसके कप्तान धोनी को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. कुछ चेन्नई को बूढ़ी टीम बता रहे हैं तो कुछ धोनी को अब आईपीएल से भी विदा हो लेने की सलाह दे रहे हैं.
हालांकि चेन्नई के मालिकों को धोनी पर पूरा भरोसा है. धोनी के आईपीएल से सन्यास लेने के कयास इसलिए भी लगाए जा रहे हैं कि धोनी इस सीजन के हर मैच के बाद अपने प्रशंसको को टी-शर्ट और आटोग्राफ बांट रहे हैं, इसको धोनी के सन्यास लेने की खबर से जोड़ा जा रहा है. चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने हमेशा की तरह इस पर भी चुप्पी साधे रखी है. चेन्नई के मालिकों ने ऐलान करते हुए कहा है कि धोनी सीजन 2021 में भी उनके कप्तान होंगे.
उन्होंने टीम को हमेशा बेस्ट दिया है और तीन बार खिताब जीता है. एक खराब सीजन के चलते हमें बदलाव की ज़रूरत नहीं है. आईपीएल का अगला सीजन ठीक 6 महीने के बाद ही शुरू होने वाला है, यह सीजन कोरोना वायरस महामारी के चलते कई महीने टल गया था. उम्मीद है अगला सीजन अपने तय कैलेंडर के साथ ही भारत में होगा. भारत के सभी मैदानों पर धोनी को काफी तजुर्बा है और वह नए खिलाड़ियों को भी ट्रेनिंग देकर उन्हें बेस्ट देने के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं.
कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो धोनी के मार्गदर्शन में चलकर ही आईपीएल में अपनी ओर सबको आकर्षित कर चुके है. अब धोनी जैसे काबिल कप्तान पर पूरे टीम की नाकामी का ठीकरा फोड़ देने वाले लोगों को ये समझ लेना चाहिए कि धोनी ने चेन्नई को बहुत कुछ दिया है जिसके लिए चेन्नई जैसी टीम हमेशा उनके योगदान को याद करेगी. इस सीजन में टीम के खराब प्रदर्शन की कई वजहें रही हैं. टीम ने ऐसे कई मैच गंवाए है जो मैच आसानी के साथ टीम जीत रही थी.
बहुत छोटी छोटी गलतियां मैदान पर चेन्नई के लिए भारी पड़ गई. अब क्या इतनी कामयाब टीम के एक सीजन से बाहर हो जाने से उस टीम की क्षमता को क्या टार्गेट किया जा सकता है? अब अगर धोनी खुद ही विदा लेने का मन बना रहे हैं तो धोनी को ऐसा हरगिज़ नहीं करना चाहिए. आईपीएल का अगला सीजन बेहद करीब है धोनी को उस सीजन तक बने रहना चाहिए और एक बेहतरीन सीजन अपने नाम करने के बाद ही आईपीएल से विदा लेने की सोचना चाहिए.
इतने दिग्गज कप्तान को टीम के फिसड्ड़ी होने के बाद विदाई की कभी नहीं सोचना चाहिए. धोनी एक मजबूत क्षमता वाले खिलाड़ी हैं वह जब तक मैदान में रहेंगें तब तक चमकेंगें. कोई एक सीजन या किसी एक ख़राब प्रदर्शन से धोनी के कैरियर को नहीं तौला जा सकता है. धोनी आईपीएल के वह खिलाड़ी हैं जिनके बिना आईपीएल की चकाचौंध में कुछ कमी ज़रूर रहती है.
धोनी में अभी बहुत क्रिकेट बचा हुआ है. धोनी ने भारतीय टीम से रुखसती ले ली है तो उनके चाहने वाले उन्हें आईपीएल में ज़रूर देखते रहना चाहते हैं. धोनी को भी जल्दबाजी में किसी भी तरह का फैसला नहीं करना चाहिए. धोनी के चाहने वाले सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी खूब भरे पड़े हैं. धोनी आप क्रिकेट खेलते रहो सबकी यही दुआ है.
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