भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड के मैदान पर हुए दूसरे वनडे मैच में भारत ने 6 विकेट से शानदार जीत हासिल की. पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 299 रनों का लक्ष्य दिया था. इस मैदान के लिहाज से ये लक्ष्य पहले मुश्किल लग रहा था लेकिन एक बेहद रोमांचक मोड़ से भारतीय बल्लेबाजों ने इसे अपनी झोली में डाल लिया. पर्थ टेस्ट में सेंचुरी बनाने वाले कोहली का बल्ला पिछली कुछ इनिंग से उनका साथ नहीं रहा था, लेकिन उन्होंने एडिलेड में शतक जड़कर फिर सबका मुंह बंद किया. लेकिन, इस मैच के दौरान बाद में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय रहे महेंद्र सिंह धोनी. सिडनी मैच में धीमी बल्लेबाजी के कारण उनकी बहुत आलोचना हुई थी. वह मैच इंडिया हार गया था. धोनी ने मंगलवार को उसी अंदाज में सधे हुई बल्लेबाजी से शुरुआत की. दर्शकों को लगा कि यह मैच भी भारत के हाथ से निकल जाएगा, लेकिन धोनी ने आज अपना 'ग्रेट फिनिशर' वाला जलवा दिखाया.
एडिलेड में शिखर धवन और रोहित के आउट होने के बाद कोहली मैदान में डटे रहे और शतक बनाया. धोनी कोहली का साथ दे रहे थे. लेकिन मुश्किल उस वक्त आ गई जब 44वें ओवर में 103 रन बनाकर कोहली आउट हो गए. अब सारा दारोमदार धोनी पर था. लेकिन धोनी ने जो परफॉर्मेंस सिडनी में दी थी उसे लेकर खेल प्रेमी धोनी को लेकर बहुत आश्वस्त नहीं थे. सिडनी में हुए मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया से मिली हार के पीछे धोनी के खराब प्रदर्शन को ही जिम्मेदार माना गया था. वहां धोनी का स्ट्राइक रेट काफी कम था. उन्होंने 96 बॉल पर 51 रन बनाए थे. तब धोनी के हेटर्स ने उन्हें बहुत कुछ सुनाया था.