घरेलू क्रिकेट में गौतम गंभीर का बल्ला लगातार हल्ला मचा रहा था. आईपीएल में भी हर सीजन में गौतम गंभीर दहाड़ रहे थे. अपने दमदार प्रदर्शन से टीम इंडिया की दरवाजे पर लगातार दस्तक दे रहे थे. मगर सेलेक्टर्स हर बार गंभीर की तरफ से आती आवाज को सुन कान पर हाथ रख लेते थे. औपचारिक या अनौपचारिक तरीके से वजह यही बताई जाती थी कि टीम की स्कीम में वो फिट नहीं बैठ रहे थे. मगर हालात ने ऐसी करवट ली कि रातों रात गंभीर की भारतीय टेस्ट टीम में 2 साल बाद वापसी हो गई.
जाहिर है इससे गंभीर काफी खुश हैं और ट्विटर पर उन्होंने इसका इजहार कुछ ऐसे किया ‘अपने देश के लिए फिर से खेलने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता... टेस्ट क्रिकेट... रेड बॉल और इंडिया का कैप...
ऐसा लग रहा है जैसे करियर का आगाज होने जा रहा है... अनुभव की ताकत भी महसूस कर रहा हूं... मगर नए नवेले खिलाड़ी की तरह नर्वस भी हूं... इडेन गार्डन्स मैं बहुत सारी उम्मीदों के साथ आ रहा हूं'.
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कैसे आई गंभीर की याद?
तो अचानक गौतम गंभीर टीम मैनेजमेंट की स्कीम में कैसे फिट बैठ गए?
34 साल के गंभीर को 2 साल बाद टेस्ट टीम में क्यों शामिल किया गया?
अगर इस सवाल को ठीक से टटोला जाए तो 2 वजह सबसे मजबूत नजर आ रही हैं. पहली वजह- केएल राहुल के चोटिल होने की वजह से टीम इंडिया को ओपनिंग स्लॉट के लिए बैकअप चाहिए था. एक ओपनर मुरली विजय तो ठीक हैं मगर राहुल की गैरमौजूदगी में टीम के पास शिखर धवन ही बच जाते. मगर उनका फॉर्म कुछ ठीक नहीं चल रहा जिसकी वजह से उन्हें कानपुर टेस्ट में प्लेइंग इलेवन में भी जगह नहीं मिली.
घरेलू क्रिकेट में गौतम गंभीर का बल्ला लगातार हल्ला मचा रहा था. आईपीएल में भी हर सीजन में गौतम गंभीर दहाड़ रहे थे. अपने दमदार प्रदर्शन से टीम इंडिया की दरवाजे पर लगातार दस्तक दे रहे थे. मगर सेलेक्टर्स हर बार गंभीर की तरफ से आती आवाज को सुन कान पर हाथ रख लेते थे. औपचारिक या अनौपचारिक तरीके से वजह यही बताई जाती थी कि टीम की स्कीम में वो फिट नहीं बैठ रहे थे. मगर हालात ने ऐसी करवट ली कि रातों रात गंभीर की भारतीय टेस्ट टीम में 2 साल बाद वापसी हो गई. जाहिर है इससे गंभीर काफी खुश हैं और ट्विटर पर उन्होंने इसका इजहार कुछ ऐसे किया ‘अपने देश के लिए फिर से खेलने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता... टेस्ट क्रिकेट... रेड बॉल और इंडिया का कैप... ऐसा लग रहा है जैसे करियर का आगाज होने जा रहा है... अनुभव की ताकत भी महसूस कर रहा हूं... मगर नए नवेले खिलाड़ी की तरह नर्वस भी हूं... इडेन गार्डन्स मैं बहुत सारी उम्मीदों के साथ आ रहा हूं'. इसे भी पढ़ें: भारत की 5 सबसे यादगार टेस्ट मैच जीत कैसे आई गंभीर की याद? तो अचानक गौतम गंभीर टीम मैनेजमेंट की स्कीम में कैसे फिट बैठ गए? 34 साल के गंभीर को 2 साल बाद टेस्ट टीम में क्यों शामिल किया गया? अगर इस सवाल को ठीक से टटोला जाए तो 2 वजह सबसे मजबूत नजर आ रही हैं. पहली वजह- केएल राहुल के चोटिल होने की वजह से टीम इंडिया को ओपनिंग स्लॉट के लिए बैकअप चाहिए था. एक ओपनर मुरली विजय तो ठीक हैं मगर राहुल की गैरमौजूदगी में टीम के पास शिखर धवन ही बच जाते. मगर उनका फॉर्म कुछ ठीक नहीं चल रहा जिसकी वजह से उन्हें कानपुर टेस्ट में प्लेइंग इलेवन में भी जगह नहीं मिली.
अब टीम इंडिया को इस सीजन में अपने घर में 12 टेस्ट और खेलना है. ऐसे में तीसरे ओपनर के बिना बात कुछ जमती नहीं. और फिलहाल गौतम गंभीर से बेहतर विकल्प भी सेलेक्टर्स के पास नहीं था. एक तो गंभीर अुनभवी बल्लेबाज हैं और दूसरा जबरदस्त फॉर्म में भी हैं. हाल ही में दलीप ट्रॉफी की 5 पारियों में 4 अर्धशतक समेत गंभीर ने कुल 356 रन बनाए. दूसरी वजह-चूंकि टीम इंडिया आनेवाले दिनों में ज्यादातर टेस्ट घर में खेलने वाली है जहां स्पिन फ्रेंडली विकेट ही मिलेगा. गंभीर की तकनीक स्पिन खेलने के मुफीद है. वो स्पिनर्स को अच्छा खेलते भी रहे हैं. भारतीय बल्लेबाज हाल के दिनों में स्पिनरों के खिलाफ संघर्ष करते दिखे हैं ऐसे में उन्हें टॉप ऑर्डर में एक बल्लेबाज चाहिए था जो टर्निंग ट्रैक पर जमकर बल्लेबाजी कर सके. इसे भी पढ़ें: रंगीन होने से बचेगा टेस्ट क्रिकेट या मर जाएगी इसकी आत्मा लड़ेगा फाइटर, खेलेगा फाइटर गंभीर की पहचान एक फाइटर के तौर पर रही है. बतौर खिलाड़ी भी और मैदान पर भी जो कोई उनसे भिड़ने की कोशिश करता है उसे छोड़ते नहीं हैं गंभीर. दुनिया के कई विरोधी खिलाड़ियों के अलावा वो आईपीएल में विराट कोहली से भी भिड़ चुके हैं. आया मौसम वापसी का पिछले साल जब तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को टीम इंडिया की टी 20 टीम में जगह मिली तो इससे हर कोई हैरान था. नेहरा कहीं से भी टीम के स्कीम में नहीं थे लेकिन 37 साल के नेहरा को टी 20 में वापसी कराके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सबको हैरत में डाल दिया. हालांकि वर्ल्ड टी 20 के बाद नेहरा टीम से बाहर हैं. मगर अब गंभीर की वापसी के बाद इस बात की खबरें भी आ रही हैं कि युवराज सिंह भी वनडे टीम में वापसी कर सकते हैं. तो क्या युवा खिलाड़ी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं या अचानक टीम को अनुभव की कमी महसूस होने लगी है जो सालों से भूले बिसरे खिलाड़ियों की वापसी कराई जा रही है? इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है. ये भी पढ़ेंRead more! संबंधित ख़बरें |