30 मई से इंग्लैंड और वेल्स में होने वाले विश्व कप 2019 के लिए टीम इंडिया का चयन 15 अप्रैल को मुंबई में होना है. अब ऐसे में ये देखना वाकई दिलचस्प होगा कि किसे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया में खेलने का मौका मिलता है. ऐसे में क्रिकेट के दीवाने इस घड़ी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं. हालांकि विराट की संभावित टीम तो पहले से ही तय मानी जा रही है लेकिन फिर भी 2-3 स्थानों के लिए अभी भी होड़ मची हुई है.
जैसे कि टीम रिजर्व ओपनर के तौर पर किस खिलाड़ी को आजमाती है और नंबर-4 के लिए किस खिलाड़ी को मौका दिया जाएगा या फिर टीम में चौथा तेज गेंदबाज कौन होगा. ऐसे में कुछ चौंकाने वाले नाम भी सामने आ सकते हैं. अब मुंबई में चयनकर्ताओं के लिए एक चैंपियन टीम चुनना सबसे बड़ी चुनौती होगी. भारतीय टीम के लिए नंबर चार की परेशानी सबसे बड़ी पहेली बन गई है .एक ऐसी पहेली जो सुलझने के बजाए उलझती ही जा रही है.
ऐसे में टीम मैनजमेंट ने पिछले 2 सालों में कई खिलाड़ियों को इस नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतारा. लेकिन कोई भी बल्लेबाज विराट कोहली और टीम की आशाओं पर खरा नहीं उतर सका. चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के बाद से नंबर- 4 के लिए 11 बल्लेबाजों को आजमाया जा चुका है और अब तक हमें नंबर- 4 का सही दावेदार नहीं मिला है.
विश्व कप शुरू होने में थोड़ा ही समय बचा है और इस क्रम पर कौन बल्लेबाजी करेगा इसका सही जवाब न तो टीम मैनेजमेंट के पास है और न ही कप्तान विराट कोहली के पास. वैसे भी नंबर - 4 वनडे क्रिकेट में सबसे अहम स्थान माना जाता है क्योंकि यहीं से मैच हारा और जीता जाता है. अब चयनकर्ताओं के पास एक नहीं बल्कि कई दावेदार हैं जो नंबर 4 की समस्या का हल बन सकते हैं. इन खिलाड़ियों में अंबाती रायडू, केएल...
30 मई से इंग्लैंड और वेल्स में होने वाले विश्व कप 2019 के लिए टीम इंडिया का चयन 15 अप्रैल को मुंबई में होना है. अब ऐसे में ये देखना वाकई दिलचस्प होगा कि किसे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया में खेलने का मौका मिलता है. ऐसे में क्रिकेट के दीवाने इस घड़ी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं. हालांकि विराट की संभावित टीम तो पहले से ही तय मानी जा रही है लेकिन फिर भी 2-3 स्थानों के लिए अभी भी होड़ मची हुई है.
जैसे कि टीम रिजर्व ओपनर के तौर पर किस खिलाड़ी को आजमाती है और नंबर-4 के लिए किस खिलाड़ी को मौका दिया जाएगा या फिर टीम में चौथा तेज गेंदबाज कौन होगा. ऐसे में कुछ चौंकाने वाले नाम भी सामने आ सकते हैं. अब मुंबई में चयनकर्ताओं के लिए एक चैंपियन टीम चुनना सबसे बड़ी चुनौती होगी. भारतीय टीम के लिए नंबर चार की परेशानी सबसे बड़ी पहेली बन गई है .एक ऐसी पहेली जो सुलझने के बजाए उलझती ही जा रही है.
ऐसे में टीम मैनजमेंट ने पिछले 2 सालों में कई खिलाड़ियों को इस नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतारा. लेकिन कोई भी बल्लेबाज विराट कोहली और टीम की आशाओं पर खरा नहीं उतर सका. चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के बाद से नंबर- 4 के लिए 11 बल्लेबाजों को आजमाया जा चुका है और अब तक हमें नंबर- 4 का सही दावेदार नहीं मिला है.
विश्व कप शुरू होने में थोड़ा ही समय बचा है और इस क्रम पर कौन बल्लेबाजी करेगा इसका सही जवाब न तो टीम मैनेजमेंट के पास है और न ही कप्तान विराट कोहली के पास. वैसे भी नंबर - 4 वनडे क्रिकेट में सबसे अहम स्थान माना जाता है क्योंकि यहीं से मैच हारा और जीता जाता है. अब चयनकर्ताओं के पास एक नहीं बल्कि कई दावेदार हैं जो नंबर 4 की समस्या का हल बन सकते हैं. इन खिलाड़ियों में अंबाती रायडू, केएल राहुल, रिषभ पंत, दिनेश कार्तिक, विजय शंकर और अंजिक्य रहाणे शामिल हैं आइए एक नज़र डालते हैं उन खिलाड़ियों पर.
क्या अंबाती रायडू को मिलेगा मौका
आईपीएल के 11 वें सीजन में अंबाती रायडू ने अपने बल्ले से धमाकेदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने चैन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेलते हुए 16 मैचों में 602 रन बनाए थे. जिसके बाद उनको आईपीएल के आधार पर टीम में जगह मिल गई थी. अगर देखा जाए तो एक समय तो अंबाती रायडू को नंबर 4 के लिए लगभग फिक्स मान लिया गया था लेकिन उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में अपने बल्ले से फीका प्रदर्शन कर सबको अपनी बल्लेबाजी से निराश किया.
अंबाती रायडू ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मैचों में महज 11 की औसत से केवल 33 रन बनाए. शायद वो टीम मैनजमेंट की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए. इस आईपीएल में अंबाती रायडू ने 6 मैचों में 76 रन बनाए हैं. बहरहाल जो भी हो फिलहाल वो इस स्थान के लिए सबसे बड़े दावेदार हो सकते हैं.
केएल राहुल सुलझाएगें नंबर - 4 की गुत्थी
बात अगर स्टाइलिश बल्लेबाज केएल राहुल की कि जाए तो उनका फॉर्म इंटरनेशनल क्रिकेट में उतार-चढ़ाव भरा रहा है. टीम मैनजमेंट और कप्तान विराट कोहली ने पिछले 1 साल में सबसे ज्यादा मौके अगर किसी खिलाड़ी को दिए हैं तो उनमें केएल राहुल का नाम सबसे उपर आता है. लेकिन केएल राहुल भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज़ में अच्छा खेल नहीं दिखा पाए.
कप्तान विराट पहले ही कह चुके हैं कि आईपीएल का प्रदर्शन टीम में चयन का आधार नहीं होगा. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि राहुल का क्या होता है. वैसे राहुल के टीम में होने से टीम को एक अतिरिक्त ओपनर विकल्प जरूर मिल जाएगा जो टीम के लिए फायदे की बात है. टीम मैनजमेंट उनको उस लिहाज से भी तवज्जो दे सकती है.
क्या दिनेश कार्तिक से बनेगी बात
निदहास ट्रॉफी के फानल में खेली गई 8 गेंदो पर 29 रनों की शानदार मैच जिताऊ पारी के बाद दिनेश कार्तिक का नाम भी चयनकर्ताओं के दिमाग में जरूर घूम रहा होगा. दिनेश कार्तिक ने साल 2004 में वनडे क्रिकेट में इंग्लैड के खिलाफ डेब्यू किया था. लेकिन दिनेश कार्तिक अपने इस लंबे क्रिकेट करियर में टीम से अंदर - बाहर होते रहें. कोलकाता की कमान संभालने वाले दिनेश कार्तिक ने 6 मैचों में 91 रन बनाए हैं.
टीम इंडिया में दिनेश कार्तिक भी इस नंबर के लिए भी दावेदार हो सकते हैं लेकिन जिस तरह से उन्हें ऑस्ट्रेलिया सीरीज में ड्रॉप किया गया था तो उसके बाद तो विश्व कप टीम में उनके खेलने की संभावना कम नजर आने लगी लेकिन उनकी जगह रिषभ पंत को मौका दिया गया.
रिषभ पंत का प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उतना अच्छा नहीं रहा था और फिर से मांग होने लगी कि अनुभवी खिलाड़ी को मौका मिले. यानी अनुभव के मामले में कार्तिक बाजी मार सकते हैं और वो विकेटकीपर का रोल भी निभा सकते हैं.
ऋषभ पंत बन सकते हैं टीम का ट्रंप कार्ड
इस समय विस्फोटक बल्लेबाजों की लिस्ट में ऋषभ पंत का नाम सबसे उपर आता है. ये बल्लेबाज मैदान पर निडर होकर बल्लेबाजी करता है. इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने दुनिया के सभी गेंदबाजों में भय बनाया हुआ है. खास बात ये है कि पंत कभी - कभी एक हाथ से भी छक्का लगा देते हैं और उनकी बैट स्पीड़ भी कमाल की है. नंबर-4 की रेस में सबसे नए दावेदार के तौर पर ऋषभ पंत का नाम सामने आया है.
हालांकि पंत ने भारत के लिए सिर्फ 5 वनडे मैच खेले हैं लेकिन उनकी बेबाक बल्लेबाजी अंदाज से टीम मैनजमेंट और कप्तान विराट कोहली काफी प्रभावित हैं. यहां तक की इंडिया ए के कोच राहुल द्रविड़ का भी मानना है कि बाएं हाथ का ये बल्लेबाज मध्यक्रम के लिए सॉलिड बल्लेबाज है. ऋषभ की खासियत ये है कि वो तेज गेंदबाज व स्पिनर को भी अच्छी तरह से खेल लेते हैं.
रहाणे मिलेगा साथ
अजिंक्य रहाणे भारत के लिए 90 वलडे मैच खेल चुके हैं. रहाणे ने आईपीएल में अब तक 5 मैचों में 24.80 की औसत से 124 रन बनाए हैं. इस आईपीएल में रहाणे ने सबसे ज्यादा 70 रनों की पारी हैदराबाद के खिलाफ खेली थी. वैसे रहणे आईपीएल के शुरू होने से पहले ही कह चुके हैं कि वर्ल्ड कप को लेकर वह ज्यादा नहीं सोच रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अगर मैं आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करता हूं तो मैं खुद ही भारतीय टीम में जगह बना लूंगा. वर्ल्ड कप टीम में रहाणे नंबर 4 के बेहतर विकल्प हो सकते हैं. अजिंक्य रहाणे 2015 वर्ल्ड कप में भी नंबर चार पर आजमाए जा चुके हैं.
रहाणे जैसे क्लासिकल बल्लेबाज का होना भारत के लिए फायदेमंद हो सकता है. दिलीप वेंगसकर के मुताबिक रहाणे टीम इंडिया के मध्यक्रम को मजबूती देते हैं और रहाणे तकनीकी रूप से काफी सक्षम बल्लेबाज हैं. रहाणे जरूरत पड़ने पर ओपनिंग भी कर सकते हैं.
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