विश्वकप में आज मुकाबला तो भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाला है, लेकिन इसका सीधा असर पाकिस्तान पर दिखेगा. ये मुकाबला तय करेगा कि पाकिस्तान रोएगा या जश्न मनाएगा. अगर भारत जीत गया तो पाकिस्तान में पटाखे फूटना तय समझिए. इसलिए नहीं कि भारत जीता है, बल्कि इसलिए क्योंकि इंग्लैंड हारा है. इसकी वजह ये है कि अगर इंग्लैंड हारेगा, तभी पाकिस्तान सेमीफाइनल में पहुंचेगा. यही वजह है कि पाकिस्तान में भी भारत की जीत के लिए दुआएं हो रही हैं. हालांकि, पाकिस्तान के लोग मन ही मन ये जरूर सोच रहे होंगे कि आज का मैच भारत जानबूझ कर हार भी सकता है, ताकि पाकिस्तान सेमीफाइनल में ना जा सके.
भारत वो टीम है जो खेल को खेल की तरह लेती है. भारत के लिए हर मैच जीतना जरूरी है, ना कि एक मैच हारकर पाकिस्तान को बाहर करने में भारतीय खिलाड़ी दिलचस्पी रखते हैं. वैसे अगर कहीं गलती से ऐसा हो गया कि भारत हार गया, तो कल तक जो पाकिस्तान भारत की जीत के लिए दुआएं मांग रहा था, वह बददुआओं की झड़ी लगाने में सेकेंड भर की भी देरी नहीं करेगा. पाकिस्तान के लोगों के मन में भारत को लेकर क्या चल रहा है, उसे ये टीवी विज्ञापन बिल्कुल सटीक तरीके से पेश कर रहा है.
बासित अली जैसा खिलाड़ी भी यही मानता है
इस विज्ञापन को देखकर भले ही कोई ये कहे कि ये सिर्फ मौज-मस्ती के लिए बनाया गया है, लेकिन इस विज्ञापन ने सच भी जाहिर किया है. खुद पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी बासित अली ने विश्वकप को लेकर एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि क्रिकेट अब अनिश्चितताओं का खेल नहीं रहा है और इसमें सबकुछ फिक्स हो गया है. इंडिया पाकिस्तान से डरती है, वो चाहती है कि कहीं उसका मुकाबला सेमीफाइनल या फाइनल में...
विश्वकप में आज मुकाबला तो भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाला है, लेकिन इसका सीधा असर पाकिस्तान पर दिखेगा. ये मुकाबला तय करेगा कि पाकिस्तान रोएगा या जश्न मनाएगा. अगर भारत जीत गया तो पाकिस्तान में पटाखे फूटना तय समझिए. इसलिए नहीं कि भारत जीता है, बल्कि इसलिए क्योंकि इंग्लैंड हारा है. इसकी वजह ये है कि अगर इंग्लैंड हारेगा, तभी पाकिस्तान सेमीफाइनल में पहुंचेगा. यही वजह है कि पाकिस्तान में भी भारत की जीत के लिए दुआएं हो रही हैं. हालांकि, पाकिस्तान के लोग मन ही मन ये जरूर सोच रहे होंगे कि आज का मैच भारत जानबूझ कर हार भी सकता है, ताकि पाकिस्तान सेमीफाइनल में ना जा सके.
भारत वो टीम है जो खेल को खेल की तरह लेती है. भारत के लिए हर मैच जीतना जरूरी है, ना कि एक मैच हारकर पाकिस्तान को बाहर करने में भारतीय खिलाड़ी दिलचस्पी रखते हैं. वैसे अगर कहीं गलती से ऐसा हो गया कि भारत हार गया, तो कल तक जो पाकिस्तान भारत की जीत के लिए दुआएं मांग रहा था, वह बददुआओं की झड़ी लगाने में सेकेंड भर की भी देरी नहीं करेगा. पाकिस्तान के लोगों के मन में भारत को लेकर क्या चल रहा है, उसे ये टीवी विज्ञापन बिल्कुल सटीक तरीके से पेश कर रहा है.
बासित अली जैसा खिलाड़ी भी यही मानता है
इस विज्ञापन को देखकर भले ही कोई ये कहे कि ये सिर्फ मौज-मस्ती के लिए बनाया गया है, लेकिन इस विज्ञापन ने सच भी जाहिर किया है. खुद पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी बासित अली ने विश्वकप को लेकर एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि क्रिकेट अब अनिश्चितताओं का खेल नहीं रहा है और इसमें सबकुछ फिक्स हो गया है. इंडिया पाकिस्तान से डरती है, वो चाहती है कि कहीं उसका मुकाबला सेमीफाइनल या फाइनल में हमसे ना पड़ जाए इसलिए वह जानबूझकर बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ अपने मैच हार सकती है. ऐसा होता है तो पाकिस्तान के सेमीफाइनल में पहुंचने का रास्ता कठिन हो जाएगा. पाकिस्तान की सोच कितनी घटिया है, ये आप इस वीडियो को देखकर खुद ही समझ जाएंगे.
इस समय पूरा पाकिस्तान सिर्फ भारत की जीत की दुआ मांग रहा है. ये एक पुराना विज्ञापन आज के परिदृश्य में बिल्कुल सटीक बैठता है.
पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी बासित अली के साथ-साथ सोशल मीडिया पर जैसे रिएक्शन आ रहे हैं, उससे एक कहावत सच साबित हो रही है- 'इंसान अपने दुख से नहीं, दूसरे के सुख से दुखी है.' ये कहावत पाकिस्तान पर सटीक बैठती है, क्योंकि वह चाहते हैं कि इंग्लैंड हारे, ना कि ये चाहते हैं कि भारत जीते. हालांकि, वह ये भी कह रहे हैं कि भारत जानबूझ कर हारेगा. वो तो सुना ही होगा आपने कि जो जैसा होता है, दूसरों को भी वैसा ही समझता है. पाकिस्तान के साथ भी ऐसा ही है. तभी तो उसे ये लग रहा है कि पाकिस्तान को सेमीफाइनल में पहुंचने से रोकने के लिए भारत जानबूझ कर इंग्लैंड से हार जाएगा. जबकि भारत वो देश है, जो हर हाल में जीतना चाहेगा ताकि अगर सेमीफाइनल में मुकाबला तो खुद पाकिस्तान को बुरी तरह हराए.
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