IPL के 11वें सीजन के लिए सभी आठ फ्रेंचाइजियों की नजर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर्स को अपनी टीम में शामिल करने पर टिकी हुई है. 10वें सीजन के बाद आईपीएल में अब एक बार फिर नए सिरे से सभी खिलाड़ियों की बोली लगने वाली है. हालांकि टीमों ने कुल 18 खिलाड़ियों को रिटेन किया है.
नियमानुसार एक टीम तीन खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती थी. वैसे फ्रेंचाइजी 'राइट टू मैच' कार्ड की मदद से भी अपने पुराने खिलाड़ियों को वापस खरीद सकती है. 27 और 28 जनवरी को बेंगलुरु में होने वाले ऑक्शन में कुल 578 खिलाड़ियों की बोली लगाई जाएगी. जिनमें से 360 भारतीय खिलाडी हैं.
इनमें से इन युवा गेंदबाजों को फ्रेंचाइजी अपनी टीम में देखना चाहेंगी जिससे इनके लिए लगाई जाने वाली बोली सबको चकित कर सकती है.
# जयदेव उनादकट (कुल ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच: 89, विकेट: 113)-
ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट में भारतीय तेज गेंदबाजों में उनादकट ने अपनी सूझबुझ भरी गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया है. पिछले साल उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ बेहतरीन गेंदबाजी की थी और तीन मैचों की सीरीज में उन्हें "मैन ऑफ़ द सीरीज" चुना गया था. बता दें कि भारत ने श्रीलंका को तीनों ही मैचों में हराया था. पिछले आईपीएल सीजन में उन्होंने राइजिंग पुणे सुपरजाईंट्स की ओर से खेलते हुए 12 मैचों में 24 विकेट लिए थे. इस दौरान उन्होंने कई मौकों पर उम्दा प्रदर्शन किया साथ ही इस फॉर्मेट के लिहाज से काफी किफायती भी रहे थे. आखिरी के ओवरों में उनादकट की सधी गेंदबाजी ने पुणे टीम को प्लेऑफ तक ले जाने में अहम् भूमिका निभाई थी. जिससे इस बार होने वाली नीलामी में सभी की नजरें उनपर रहेगी.
# युजवेंद्र चहल (कुल ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच: 106, विकेट: 122)-
साल 2017 में भारतीय टीम की ओर से लेग-स्पिनर युजवेंद्र चहल 23 विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे. इसी साल उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 25 रन देकर 6 विकेट भी लिए. ये ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट में भारत की ओर से बेस्ट परफॉरमेंस है. युजवेंद्र चहल ने पिछले कुछ आईपीएल सीजन में आरसीबी की ओर से खलेते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किये हैं. लेकिन टीम ने अपने तीन खिलाडियों को रिटेन किया है. इसमें युजवेंद्र शामिल नहीं हैं. पर ऐसा माना जा रहा है कि टीम नीलामी के दौरान उनको राइट टू मैच कार्ड के जरिये फिर से अपने पास रख सकती है. हां इतना जरूर है कि इसके लिए शायद टीम को बड़ी रकम खर्च करनी पड़े. क्योंकि लगभग हर टीम उनके जैसे आक्रामक गेंदबाज को अपनी ओर करना चाहेगी, जो किसी भी परिस्थिति में गेंदबाजी कर सकते हैं. बता दें कि युजवेंद्र चहल एक अच्छे फील्डर भी हैं और मैदान पर अपना 100 % देते हैं.
# कुलदीप यादव (कुल ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच: 54, विकेट: 68)-
उत्तर प्रदेश के इस युवा गेंदबाज ने पिछले साल सभी फॉर्मेट्स में भारतीय टीम में डेब्यू किया. बाएं हाथ के रिस्ट-स्पिनर कुलदीप ने चहल के साथ मिलकर भारतीय टीम के लिए काफी सराहनीय प्रदर्शन किये हैं. अपने प्रदर्शन की बदौलत दोनों ने वनडे और ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट में अपनी जगह बना ली है. यही वजह है कि भारत के दो अनुभवी गेंदबाजों आर. आश्विन और रविंद्र जडेजा को हाल में छोटे फॉर्मेट में खेलने का मौका नहीं मिला है. हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच में कुलदीप ने हैट्रिक ली है. भारत की ओर से 1991 के बाद यह पहला हैट्रिक था. कुलदीप आईपीएल में कोलकाता नाईट राइडर्स की ओर से खेलते रहे हैं और ऐसा माना जा रहा है कि फ्रेंचाइजी उन्हें फिर से अपनी टीम में शामिल करना चाहेगी.
# वाशिंगटन सुन्दर (कुल ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच: 19, विकेट: 19)-
इस 18 वर्षीय खिलाड़ी ने पिछले साल भारत की ओर से श्रीलंका के खिलाफ वनडे और ट्वेंटी-ट्वेंटी दोनों ही फॉर्मेट में डेब्यू किया था. इससे पहले पिछले साल ही अप्रैल में उन्होंने आईपीएल में राइजिंग पुणे सुपरजॉएंट्स की ओर से डेब्यू किया था. यहां ये जानना दिलचस्प होगा कि करियर की शुरुआत में आश्विन की तरह वाशिंगटन का भी झुकाव बल्लेबाजी की ओर ज्यादा था. लेकिन वो एक ऑफ-स्पिनर के तौर पर उभरे. अंडर 19 में वर्ष 2016 में भारत की ओर से वो खेल चुके हैं. पिछले साल आश्विन की जगह खेलते हुए उन्होंने अपनी टीम राइजिंग पुणे सुपरजॉएंट्स के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया था.
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