चाइनामैन का नाम सुनते ही अनायास चीन के लोगों की याद आ जाती है. जिनका कद आम तौर पर पांच फ़ीट से नीचे होता है. लकिन दलाई लामा के शहर में अचानक यह चाइनामैन कहां से आ गया? जिसकी लंबाई लगभग 5'6" फ़ीट है. उत्तर प्रदेश पिछले कई दिनों से योगी के कारण काफी सुर्खियों में है और अब इस नया चाइना मैन के सामने आने से एक बार फिर यूपी फेमस हो गया है.
दरअसल कुलदीप यादव का दूर-दूर तक कोई चाइना कनेक्शन नहीं है. जानते हैं कौन हैं ये कुलदीप यादव, जिन्होंने धर्मशाला टेस्ट में पहली बार खेलते हुए अपने पहले ही टेस्ट मैच में चार विकेट लिए. कुलदीप भारत के पहले पुरुष चाइनामैन गेंदबाज हैं. कुलदीप यादव को इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय मैचों में सिलेक्शन हुआ था परंतु खलेने का उन्हीं मौका नहीं मिला था. दरसल कहा जाता है कि दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर चार्ली लेवेलिन ने 19वीं सदी के अंत में इस तरह की गेंदबाज़ी का प्रचलन शुरू किया था.
आखिर कहां से आया चाइनामैन शब्द
चाइनामैन शब्द की उतपत्ति कैसे हुई. इसकी भी अपनी एक कहानी है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच धर्मशाला टेस्ट के दौरान इस बात की जानकारी सबसे पहले भारत के पूर्व टेस्ट ओपनर सुनील गावस्कर ने अपनी क्रिकेट कॉमेंट्री की दौरान दी थी. बकौल गावस्कर, 'एलिस एचॉन्गप बाएं हाथ के चीनी स्पिनर थे. उन्होंने ही सबसे पहले इस तरह से गेंदबाजी की और एक लेफ्ट हैंडर की गेंद लेग स्पिन हुई इसलिए उसे चाइनामैन कहा गया.
अब जानते हैं इससे पहले कहां-कहां पैदा हुए हैं चाइनामैन गेंदबाज
• इंग्लैंड के जॉनी वार्डले
• ऑस्ट्रेलिया: माइकल बेवन, ब्रेड...
चाइनामैन का नाम सुनते ही अनायास चीन के लोगों की याद आ जाती है. जिनका कद आम तौर पर पांच फ़ीट से नीचे होता है. लकिन दलाई लामा के शहर में अचानक यह चाइनामैन कहां से आ गया? जिसकी लंबाई लगभग 5'6" फ़ीट है. उत्तर प्रदेश पिछले कई दिनों से योगी के कारण काफी सुर्खियों में है और अब इस नया चाइना मैन के सामने आने से एक बार फिर यूपी फेमस हो गया है.
दरअसल कुलदीप यादव का दूर-दूर तक कोई चाइना कनेक्शन नहीं है. जानते हैं कौन हैं ये कुलदीप यादव, जिन्होंने धर्मशाला टेस्ट में पहली बार खेलते हुए अपने पहले ही टेस्ट मैच में चार विकेट लिए. कुलदीप भारत के पहले पुरुष चाइनामैन गेंदबाज हैं. कुलदीप यादव को इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय मैचों में सिलेक्शन हुआ था परंतु खलेने का उन्हीं मौका नहीं मिला था. दरसल कहा जाता है कि दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर चार्ली लेवेलिन ने 19वीं सदी के अंत में इस तरह की गेंदबाज़ी का प्रचलन शुरू किया था.
आखिर कहां से आया चाइनामैन शब्द
चाइनामैन शब्द की उतपत्ति कैसे हुई. इसकी भी अपनी एक कहानी है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच धर्मशाला टेस्ट के दौरान इस बात की जानकारी सबसे पहले भारत के पूर्व टेस्ट ओपनर सुनील गावस्कर ने अपनी क्रिकेट कॉमेंट्री की दौरान दी थी. बकौल गावस्कर, 'एलिस एचॉन्गप बाएं हाथ के चीनी स्पिनर थे. उन्होंने ही सबसे पहले इस तरह से गेंदबाजी की और एक लेफ्ट हैंडर की गेंद लेग स्पिन हुई इसलिए उसे चाइनामैन कहा गया.
अब जानते हैं इससे पहले कहां-कहां पैदा हुए हैं चाइनामैन गेंदबाज
• इंग्लैंड के जॉनी वार्डले
• ऑस्ट्रेलिया: माइकल बेवन, ब्रेड हॉग
• वेस्टर इंडीज : सर गारफील्डइ सोबर्स, डेव मोहम्मउद, एलिस एचॉन्गा
• दक्षिण अफ्रीका के पॉल एडम्सर
• श्रीलंका के लक्षण संदकन
क्या हैं इनकी गेंदबाज़ी में खासियत
दाएं हाथ का लेग स्पिनर अगर बाएं हाथ से गेंदबाजी करने लगे, तो वो चाइनामैन कहलाती है. इस प्रकार के गेंदबाज़ (चाइनामैन स्पिनर) की गेंद सामान्य लेफ्ट आर्म स्पिनर की गेंद से विपरीत दिशा में जाती है. मतलब चाइनामैन की गेंद दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए अंदर आती है जबकि बाएं हाथ के बल्लेबाज की बाहर की ओर जाती है. टीवी स्क्रीन पर देखने पर गेंद बाएं से दांयी ओर जाती है. चाइनामैन स्पिनर की गुगली दाएं हाथ के बल्लैबाज के बाहर की तरफ जाएगी जबकि बाएं हाथ वालों के लिए गेंद अंदर आएगी.
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