ICC World Cup 2019 इस बार रोमांच से ज्यादा पाकिस्तान की हार के लिए जाना जा रहा है. आलम ये है कि India Vs Afganistan का मैच India Vs Pakistan के मैच से ज्यादा बेहतर लगा क्योंकि पाकिस्तान टीम की हालत ऐसी थी कि वो वर्ल्ड कप वाला रोमांच भी पैदा नहीं कर पाई. पाकिस्तानी टीम की शर्मनाक हार को कई लोग Sarfaraz Ahmed की गलती मान रहे हैं. 16 जून के बाद से ही लगातार सरफराज़ अहमद को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है. सरफराज़ अहमद के मोटापे, उनकी उबासी, उनकी फिटनेस, पाकिस्तानी टीम का खाना-पीना सब कुछ पाकिस्तानी क्रिकेट फैन्स के निशाने पर आ गया. किसी भी खिलाड़ी के हारने पर उसे फैन्स का गुस्सा जरूर झेलना पड़ता है, लेकिन इसकी हद क्या होती है?
हाल ही में सरफराज़ अहमद के साथ एक पाकिस्तानी फैन ने जो हरकर की है वो किसी भी तरह से पाकिस्तानी आवाम का गुस्सा नहीं कहलाई जाएगी बल्कि ये सीधे-सीधे उस व्यक्ति विशेष की बेशर्मी कही जाएगी. सरफराज के छोटे बच्चे के सामने उन्हें सुअर कहा गया और आलम ये था कि उस फैन ने सेल्फी लेने के बहाने वीडियो बनाया और दो बार सरफराज को सुआर कहा.
ये आलम था बेशर्मी का कि इस वीडियो को शेयर भी कर दिया गया. जैसा कि विवादित वीडियो के साथ होता है ये वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो गया. फैट शेमिंग करना या किसी टीम पर अपना गुस्सा उतरना एक हद तक ही सही है, लेकिन ये जरूर पता होना चाहिए कि रुकना कहां है. ऐसा कोई भी सफल क्रिकेट कैप्टन नहीं होगा जिसने कोई अहम मैच हारा न हो. क्रिकेट के देवता कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर और सबसे सफल कैप्टनों में शुमार सौरभ गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी ने भी कई मैच हारे हैं इसका मतलब ये नहीं कि उन्हें इस तरह से गाली दी जाए.
इस मामले में कुछ जरूरी बातें साफ कर देना जरूरी है. इस वीडियो में दो बातें सही हैं, तो दो बातें बेहद गलत भी हैं.
1. जो 2 बातें सही...
ICC World Cup 2019 इस बार रोमांच से ज्यादा पाकिस्तान की हार के लिए जाना जा रहा है. आलम ये है कि India Vs Afganistan का मैच India Vs Pakistan के मैच से ज्यादा बेहतर लगा क्योंकि पाकिस्तान टीम की हालत ऐसी थी कि वो वर्ल्ड कप वाला रोमांच भी पैदा नहीं कर पाई. पाकिस्तानी टीम की शर्मनाक हार को कई लोग Sarfaraz Ahmed की गलती मान रहे हैं. 16 जून के बाद से ही लगातार सरफराज़ अहमद को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है. सरफराज़ अहमद के मोटापे, उनकी उबासी, उनकी फिटनेस, पाकिस्तानी टीम का खाना-पीना सब कुछ पाकिस्तानी क्रिकेट फैन्स के निशाने पर आ गया. किसी भी खिलाड़ी के हारने पर उसे फैन्स का गुस्सा जरूर झेलना पड़ता है, लेकिन इसकी हद क्या होती है?
हाल ही में सरफराज़ अहमद के साथ एक पाकिस्तानी फैन ने जो हरकर की है वो किसी भी तरह से पाकिस्तानी आवाम का गुस्सा नहीं कहलाई जाएगी बल्कि ये सीधे-सीधे उस व्यक्ति विशेष की बेशर्मी कही जाएगी. सरफराज के छोटे बच्चे के सामने उन्हें सुअर कहा गया और आलम ये था कि उस फैन ने सेल्फी लेने के बहाने वीडियो बनाया और दो बार सरफराज को सुआर कहा.
ये आलम था बेशर्मी का कि इस वीडियो को शेयर भी कर दिया गया. जैसा कि विवादित वीडियो के साथ होता है ये वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो गया. फैट शेमिंग करना या किसी टीम पर अपना गुस्सा उतरना एक हद तक ही सही है, लेकिन ये जरूर पता होना चाहिए कि रुकना कहां है. ऐसा कोई भी सफल क्रिकेट कैप्टन नहीं होगा जिसने कोई अहम मैच हारा न हो. क्रिकेट के देवता कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर और सबसे सफल कैप्टनों में शुमार सौरभ गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी ने भी कई मैच हारे हैं इसका मतलब ये नहीं कि उन्हें इस तरह से गाली दी जाए.
इस मामले में कुछ जरूरी बातें साफ कर देना जरूरी है. इस वीडियो में दो बातें सही हैं, तो दो बातें बेहद गलत भी हैं.
1. जो 2 बातें सही हैं:
- सरफराज का मोटापा उसके अनफिट होने की निशानी है
पाकिस्तानी फैन्स ने लगातार सरफराज को मोटापे को निशाना बनाया है. और हां, मोटापे का मतलब फिटनेस उतनी नहीं है जितनी एक क्रिकेट टीम के कप्तान में होनी चाहिए. सरफराज अहमद का क्रिकेट फील्ड पर उबासी लेना असल में इतना खराब था कि पाकिस्तानी फैन्स की नजरें झुक गईं. एक रोमांचक खेल में अगर किसी कैप्टन को दो-तीन बार उबासी आ रही है वो भी तब जब वो फील्डिंग कर रहा है तो ये सही तो कहीं से भी नहीं है. फैन का गुस्सा इस बात को लेकर हो सकता है.
- फैन ने उसे डाइटिंग (अनुशासन) में रहने की सलाह दी
फैन ने मोटापे पर तंज कसा जो एक तरह से सरफराज को अनुसाशन की सलाह दे जाता है. सरफराज अहमद अगर अपनी फिटनेस पर ध्यान दें तो ये कहा जा सकता है कि वो एक सफल कैप्टन हैं. चैम्पियन्स ट्रॉफी में सरफराज अहमद ने ही साबित किया था कि वो कितने सफल क्रिकेटर हैं. उन्हें ये अहसास करवाना कि टीम में और उनके खुद के लिए अनुशासन कितना जरूरी है ये कुछ हद तक सही कहा जा सकता है.
2. जो 2 बातें गलत हैं:
- सरफराज के मोटापे की तुलना सुअर से करना
फैन्स का गुस्सा और उन्हें मोटापे के लिए ताना देना ठीक कहा भी जाए तो भी उनकी तुलना सुअर से करना बेहद निंदनीय है और इसका सीधा मतलब ये है कि लोगों को इसका अंदाजा भी नहीं कि वो इंसान किस हद तक परेशान हो सकता है, कितना प्रेशर उसने लिया है, देश के लिए उसने क्या किया है, लेकिन बस उसको गाली दे दो क्योंकि एक बार उसने निराश कर दिया. सुअर जो इस्लाम में वैसे भी हराम माना गया है उससे जोड़कर गाली देना किसी भी फैन को शोभा नहीं देता. कम से कम ये तो ध्यान रखना चाहिए था कि उस इंसान ने कई बार पाकिस्तान का नाम रौशन किया है और क्रिकेट के इस महामुकाबले में वो पाकिस्तान को रीप्रेजेंट कर रहा है.
- सरफराज पर टिप्पणी के दौरान उनका छोटा बच्चा साथ होना
उस फैन को ये भी नहीं दिखा कि सरफराज के साथ उनका छोटा बच्चा भी है. उस फैन ने माफी भी मांग ली और कहा कि उसे नहीं पता था कि वो बच्चा सरफराज का है. अगर न भी होता तो भी इतना तो फैन को दिख ही रहा होगा कि सरफराज के साथ एक छोटा बच्चा है. उस छोटे बच्चे के सामने पाकिस्तानी टीम के कप्तान को सुअर कहा जा रहा था, उनकी बेइज्जती की जा रही थी. क्या ये सही था? कितना भी गुस्सा हो उसका असर ऐसा नहीं हो सकता.
माफी का कारण हाफिज-ए-कुरान!
जिस फैन ने सरफराज के साथ ये हरकत की उसने आखिर में सरफराज से माफी मांग ली है. एक और वीडियो जारी कर उसने अपने किए के लिए माफी मांगी और कहा कि उसे ये नहीं पता कि कैसे ये वीडियो अपलोड हो गया जब्कि उसने इसे डिलीट किया था.
ट्विटर पर इसी के साथ #SorrySarfraz भी ट्रेंड होने लगा. पर इस माफी में भी कई बातें खटक रही हैं. पहली ये कि फैन का ये कहना कि ये वीडियो उसने डिलीट कर दिया था और उसे नहीं पता कि ये कैसे पब्लिक हो गया. ये सरासर गलत है. अपनी मस्ती के लिए वीडियो बनाना ही गलत था भले ही किसी भी मंशा से बनाया गया हो.
दूसरा ये कि उस शख्स ने सरफराज से माफी मांगी वो भी इस बात के लिए कि सरफराज हाफिज-ए-कुरान (कुरान कंठस्थ) हैं. इसका मतलब ये हुआ कि अगर सरफराज हाफिज-ए-कुरान न होते तो उनकी बेइज्जती करना, इस तरह से उन्हें गाली देना सही था? सरफराज क्या उस समय पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के प्लेयर नहीं रहे थे? वो सिर्फ हाफिज-ए-कुरान थे इसीलिए वो माफी के काबिल थे? ये तो बेहद गलत तरीका है माफी मांगने का. अगर आलोचना के लिहाज से देखा जाए तो भी क्या एक खिलाड़ी आलोचना के लायक नहीं रहता अगर वो हाफिज-ए-कुरान हो तो? सरफराज के ट्विटर हैंडल पर भी पहले ये लिखा है कि वो हाफिज-ए-कुरान हैं बाद में ये लिखा है कि वो पाकिस्तान क्रिकेट टीम कैप्टन हैं. माफी मांगने की ये तो कोई वजह नहीं होती. माफी मांगने की वजह ये हो सकती थी कि सरफराज को बेइज्जत करके उस फैन ने सही नहीं किया क्योंकि वो पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कैप्टन थे. क्योंकि किसी भी इंसान की अनुमति के बिना इस तरह से उसका वीडियो बनाना सही नहीं था. क्योंकि एक बच्चे के सामने सरफराज को गाली दी गई थी. पर हाफिज-ए-कुरान वाला कॉन्सेप्ट तो बेहद अजीब था.
इस फैन ने न तो वीडियो बनाकर सही किया न ही माफी के लिए सही कारण बताया. सरफराज इस बेइज्जती को डिजर्व नहीं करते थे और न ही इतनी हल्की माफी को.
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