सेरेना विलियम्स. टेनिस की दुनिया का एक चमकता सितारा. सेरेना को दुनिया टेनिस कोर्ट पर उनके कीर्तिमानों के लिए तो जानती है लेकिन सेरेना के एक और रुप से कम ही वाकिफ होंगे. सेरेना महिला अधिकारों और लैंगिक समानता पर अपने विचारों के लिए भी जानी जाती हैं.
यही नहीं पिछले कुछ सालों में सेरेना ने लैंगिक समानता और इसके बीच की दरार के बारे में खूब बोला है. इसी मुद्दे को उठाते हुए सेरेना ने पिछले साल एक खुला पत्र भी लिखा था- 'सफलता पाने के लिए महिलाओं को कई तरह के मुश्किलों को पार करना पड़ेगा और कई बंदिशों को तोड़ना पड़ेगा. इनमें से एक बंदिश तो ये है कि हम महिलाओं को हमेशा इस बात का एहसास कराया जाता है कि हम पुरुषों से कम हैं. जैसे औरत होना कोई गुनाह है. औरतों को हमेशा उनकी सफलता पर जज करना चाहिए, जेंडर से नहीं.'
2014 में मारिया शारापोवा ने इसी मैगजिन के लिए स्विमसूट में फोटोशूट कराया था. तब आप सब कहां सोए थे? या तब आपलोगों को पता ही नहीं था कि मारिया शारापोवा कोई टेनिस स्टार हैं? सेरेना विलियम्स को सिर्फ इसलिए टारगेट किया जा रहा है क्योंकि महिला अधिकारों के लिए वो मुखर रही हैं. उन्होंने कभी अपने मन की बात को दबा कर नहीं रखा. साथ ही एक मुद्दा ये भी हो सकता है कि वो ब्लैक हैं. उन्हें ज्यादा आकर्षक नहीं माना जाता, ना ही उनकी दावेदारी को ही लोग सीरियसली लेते हैं.
शायद इसलिए ही सेरेना का स्विमसूट पहनना संस्कृति के ठेकदारों के गले नहीं उतर रहा. उन्हें ये बात पच ही नहीं रही कि सेरेना अपनी मर्जी की मालिक कैसे हो रही हैं. सेक्सी दिखने का अधिकार सेरेना को तो कम से कम नहीं है! लेकिन अपने चाहने और ना चाहने वालों दोनो को ही सेरेना ने...
सेरेना विलियम्स. टेनिस की दुनिया का एक चमकता सितारा. सेरेना को दुनिया टेनिस कोर्ट पर उनके कीर्तिमानों के लिए तो जानती है लेकिन सेरेना के एक और रुप से कम ही वाकिफ होंगे. सेरेना महिला अधिकारों और लैंगिक समानता पर अपने विचारों के लिए भी जानी जाती हैं.
यही नहीं पिछले कुछ सालों में सेरेना ने लैंगिक समानता और इसके बीच की दरार के बारे में खूब बोला है. इसी मुद्दे को उठाते हुए सेरेना ने पिछले साल एक खुला पत्र भी लिखा था- 'सफलता पाने के लिए महिलाओं को कई तरह के मुश्किलों को पार करना पड़ेगा और कई बंदिशों को तोड़ना पड़ेगा. इनमें से एक बंदिश तो ये है कि हम महिलाओं को हमेशा इस बात का एहसास कराया जाता है कि हम पुरुषों से कम हैं. जैसे औरत होना कोई गुनाह है. औरतों को हमेशा उनकी सफलता पर जज करना चाहिए, जेंडर से नहीं.'
2014 में मारिया शारापोवा ने इसी मैगजिन के लिए स्विमसूट में फोटोशूट कराया था. तब आप सब कहां सोए थे? या तब आपलोगों को पता ही नहीं था कि मारिया शारापोवा कोई टेनिस स्टार हैं? सेरेना विलियम्स को सिर्फ इसलिए टारगेट किया जा रहा है क्योंकि महिला अधिकारों के लिए वो मुखर रही हैं. उन्होंने कभी अपने मन की बात को दबा कर नहीं रखा. साथ ही एक मुद्दा ये भी हो सकता है कि वो ब्लैक हैं. उन्हें ज्यादा आकर्षक नहीं माना जाता, ना ही उनकी दावेदारी को ही लोग सीरियसली लेते हैं.
शायद इसलिए ही सेरेना का स्विमसूट पहनना संस्कृति के ठेकदारों के गले नहीं उतर रहा. उन्हें ये बात पच ही नहीं रही कि सेरेना अपनी मर्जी की मालिक कैसे हो रही हैं. सेक्सी दिखने का अधिकार सेरेना को तो कम से कम नहीं है! लेकिन अपने चाहने और ना चाहने वालों दोनो को ही सेरेना ने ठेंगा दिखा दिया. वो सिर्फ और सिर्फ यही बताना चाहती थी कि हर औरत स्पेशल है और उसे अपने शरीर को जैसा है वैसा ही स्वीकार करना चाहिए.
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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.