लाइफ स्टाइल को लेकर सारी बहस एक तरफ. ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिनर शेन वॉर्न की मौत एक तरफ. बीते दिनों क्रिकेट फैंस को तब गहरा शॉक लगा, जब ये खबर आई कि शेन वॉर्न की हार्ट अटैक से मौत हुई है. क्योंकि वॉर्न स्पोर्टमैन थे और फैंस की नजर में 'फिट थे. इसलिए हार्ट अटैक की बात पर फैंस यकीन कर पाने में असमर्थ थे. वॉर्न की अचानक हुई मौत के असल कारण क्या थे? क्योंकि 52 साल के वॉर्न थाईलैंड में थे और वहां छुट्टी मना रहे थे इसलिए थाईलैंड पुलिस मौत की जांच में जुटी थी. और अब जबकि विवेचना कर रही थाईलैंड पुलिस ने वॉर्न की पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट को आधार बनाकर इसे नैचुरल मौत कहा है पुनः पूरी बहस का रुख मुड़ गया है. सवाल होगा कैसे ? तो उसे जानने से पहले इतना जरूर समझ लीजिये कि शेन वॉर्न की मौत नैचुरल है और नैचुरल नहीं भी.
शेन वॉर्न की मौत ने एक बार फिर ट्विटर को नयी तरह की बहस में पड़ने का मौका दे दिया है
हो सकता है कि इतना सुनने के बाद कि शेन वॉर्न की मौत नैचुरल है और नैचुरल नहीं भी. फैंस कन्फ्यूज हों जाएं या फिर उपरोक्त बातों को अतार्किक बता दें तो हमारे लिए भी यह बताना बहुत जरूरी है कि हम जो कुछ भी कह रहे हैं उसका मजबूत आधार हमारे पास है और इसका सिरा खुद हमें शेन वॉर्न ने दिया है. आइये कुछ और बात करने से पहले शेन वॉर्न की ट्विटर प्रोफाइल और उनके द्वारा किये गए ट्वीट का रुख कर लें.
बात गुजरे 28 फ़रवरी 2022 की है. शेन ने ट्वीट कर बताया था कि उन्होंने ऑपरेशन श्रेड की शुरुआत की है (इसमें वॉर्न अपना वजन काम करने की बात कह रहे थे और इसकी शुरुआत किये हुए उन्हें 10 दिन हो गए थे) वॉर्न का लक्ष्य जुलाई तक दोबारा शेप में आना है अपने को मोटिवेट करने के लिए वॉर्न ने अपनी एक पुरानी तस्वीर भी साझा की थी.
भले ही हार्ट अटैक को साधारण मानते हुए थाईलैंड पुलिस ने वॉर्न की मौत को नैचुरल कहा हो. लेकिन क्या फैट से फिट होने वाला शख्स नैचुरल तरीके से अपने शरीर में बढ़ चुकी वसा को कम करता है? इस सवाल का सबसे माकूल जवाब क्या है विज्ञान और तकनीक के इस युग में जनता उसे जानती है. बावजूद इसके हम ये बताना चाहेंगे कि जहां मील स्किप करना वेट लॉस की एक अहम रणनीति रहती है तो वहीं तमाम तरह की दवाएं और सप्लीमेंट्स भी वो अहम कारण हैं जो आदमी की मौत की वजह बन सकते हैं.
जैसा कि हम बता चुके हैं शेन वॉर्न की मौत के बाद लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं इसलिए अगर उन प्रतिक्रियाओं का अवलोकन करें तो तमाम लोग ऐसे हैं जो बार बार इसी बात को दोहरा रहे हैं कि कभी भी वो लुकिंग फिट वाले चोंचले का हिस्सा रहे ही नहीं. इसने हमेशा ही इंसान और उकसी सेहत का नुकसान किया है.
वॉर्न की मौत के बाद बड़ा सवाल ये भी है कि क्या वो वजन कम करने के लिए दवाओं के भरोसे थे?
ट्विटर पर तमाम यूजर्स ऐसे भी हैं जो इस बात को दोहरा रहे हैं कि फैट से फिट होने की मुहीम एक निरर्थक और फर्जी का मुद्दा है जिसने तमाम लोगों की जान ली है और अब वॉर्न भी इसी कड़ी का एक हिस्सा बन गए हैं.
वहीं यूजर इस बात को भी दोहरा रहे हैं कि पुरुषों की उम्र जैसे जैसे बढ़े उन्हें अपने रेगुलर हेल्थ चेक अप जरूर कराने चाहिए. इससे वो खुद को बचा सकते हैं.
इंटरनेट पर यूजर्स के सामने बड़ा सवाल ये भी है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि कसरत ही वॉर्न की जान की दुश्मन बन बैठी?
लोग ये भी कह रहे हैं कि फैट से फिट होने में कोई बुराई नहीं है लेकिन सबसे पहले हमें अपने शरीर की भी सुननी चाहिए.
बहरहाल शेन वॉर्न के रूप में क्रिकेट जगत का चमकता सितारा सदा के लिए बुझ गया है और अपने पीछे छोड़ गया है सैंकड़ों सवाल जिनके जवाब जानना वक़्त की जरूरत इसलिए भी है क्योंकि सवाल सीधे सीधे इंसान की जिंदगी और मौत से जुड़े हैं. शेन की मौत ने बता दिया है कि फैट से फिट होना इतना भी आसान नहीं है और इसकी कीमत इंसान की जान है.
बाकी आदमी शुरुआत में ही अपनी सेहत का ध्यान रख ले तो ठीक है. वरना बाद में यूं भी बचने की संभावनाएं बिलकुल न के बराबर हैं.
ये भी पढ़ें -
RIP Shane Warne: ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के अजेय रथ के 7 घोड़ों में से एक वॉर्न बहुत याद आएंगे!
India vs West Indies: विराट के ख़राब फॉर्म पर कप्तान रोहित ने सही और समझदारी भरी बात कही है!
विराट कोहली के बाद बात अजिंक्य रहाणे की, वो भी बेंच स्ट्रेंथ की जगह खा रहे हैं
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.