कमिंडू मेंडिस बांग्लादेश में चल रहे अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्डकप टूर्नामेंट में श्रीलंका की ओर से बतौर ऑलराउंडर खेल रहे हैं. लेकिन, गुरुवार को इनकी दो गेंदों ने दुनिया को चौंका दिया. पाकिस्तान के खिलाफ मैच के 27वें ओवर में उन्होंने गेंदबाजी शुरू की. क्रीज पर मौजूद दाहिने हाथ से बल्लेबाजी करने वाले उमर मसूद को कमिंडू ने बाएं हाथ से लेग ब्रेक गेंद फेंकी. मसूद ने इस पर एक रन लिया और स्ट्राइक बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले हसन मोहसिन को दे दी. इसके बाद मैदान में जो हुआ उसने देखने वालों को हैरान कर दिया.
बाएं हाथ से गेंदबाजी कर रहे कमिंडू ने दाहिने से मोहसिन को लेग ब्रेक फेंकी. मैच के इस बेहद गंभीर मोड़ पर 17 साल के इस गेंदबाज के इस प्रयोग से कॉमेंटेटर भी हैरान रह गए. इसके बाद कमिंडू ने हर बार दाहिने और बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी के हिसाब से अपना बॉलिंग हैंड भी बदल दिया.
मैच के बाद चर्चा में इस बेहद विनम्र खिलाड़ी ने बताया कि वह 12 साल की उम्र से ही दोनों हाथों से गेंदबाजी की प्रैक्टिस कर रहा है. वह हसन तिलकरत्ने से प्रेरित से है, जिन्होंने 1996 के वर्ल्डकप में केन्या के खिलाफ आखिरी ओवर में दोनों हाथों से गेंदबाजी की थी. हालांकि, वह कोई गंभीर प्रयास नहीं था, लेकिन कमिंडू ने इसे एक रणनीति के लिए खासतौर पर अपना हथियार बना लिया.
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अब कमिंडू को क्या कहेंगे, श्रीलंका का एक और सितारा. जहां के जयसूर्या ने शुरुआती 15 ओवर में बल्लेबाजी की दिशा ही बदल दी. मलिंगा ने तेज गेंदबाजी की एक्शन से दुनिया को हैरान किया. मुरलीधरन अपनी स्पिन पर बल्लेबाजों को नाच नचाते रहे. अजंता...
कमिंडू मेंडिस बांग्लादेश में चल रहे अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्डकप टूर्नामेंट में श्रीलंका की ओर से बतौर ऑलराउंडर खेल रहे हैं. लेकिन, गुरुवार को इनकी दो गेंदों ने दुनिया को चौंका दिया. पाकिस्तान के खिलाफ मैच के 27वें ओवर में उन्होंने गेंदबाजी शुरू की. क्रीज पर मौजूद दाहिने हाथ से बल्लेबाजी करने वाले उमर मसूद को कमिंडू ने बाएं हाथ से लेग ब्रेक गेंद फेंकी. मसूद ने इस पर एक रन लिया और स्ट्राइक बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले हसन मोहसिन को दे दी. इसके बाद मैदान में जो हुआ उसने देखने वालों को हैरान कर दिया.
बाएं हाथ से गेंदबाजी कर रहे कमिंडू ने दाहिने से मोहसिन को लेग ब्रेक फेंकी. मैच के इस बेहद गंभीर मोड़ पर 17 साल के इस गेंदबाज के इस प्रयोग से कॉमेंटेटर भी हैरान रह गए. इसके बाद कमिंडू ने हर बार दाहिने और बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी के हिसाब से अपना बॉलिंग हैंड भी बदल दिया.
मैच के बाद चर्चा में इस बेहद विनम्र खिलाड़ी ने बताया कि वह 12 साल की उम्र से ही दोनों हाथों से गेंदबाजी की प्रैक्टिस कर रहा है. वह हसन तिलकरत्ने से प्रेरित से है, जिन्होंने 1996 के वर्ल्डकप में केन्या के खिलाफ आखिरी ओवर में दोनों हाथों से गेंदबाजी की थी. हालांकि, वह कोई गंभीर प्रयास नहीं था, लेकिन कमिंडू ने इसे एक रणनीति के लिए खासतौर पर अपना हथियार बना लिया.
यह भी पढ़ें: क्यों जीतकर भी हार गई वेस्ट इंडीज अंडर-19 वर्ल्डकप में
अब कमिंडू को क्या कहेंगे, श्रीलंका का एक और सितारा. जहां के जयसूर्या ने शुरुआती 15 ओवर में बल्लेबाजी की दिशा ही बदल दी. मलिंगा ने तेज गेंदबाजी की एक्शन से दुनिया को हैरान किया. मुरलीधरन अपनी स्पिन पर बल्लेबाजों को नाच नचाते रहे. अजंता मेंडिस की कैरम बॉल अबूझ पहेली ही रही. वहीं के कमिंडू बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में दस्तक दे चुके हैं.
इस सब में यह भी जोड़ लीजिए कि इसी मैच में कमिंडू ने पाकिस्तान के खिलाफ 68 रन भी बनाए.
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