उसने इस फाइट को जीतने के लिए सांपों का खून पीया था ताकि उसे सुपरनैचुरल पावर मिल सके और वह भारतीय स्टार बॉक्सर को रिंग में मात दे सके. लेकिन 12 मार्च को हुई इस फाइट को जीतने की उसकी हर कोशिशें धरी की धरी रह गईं. यह फाइट थी भारत के स्टार बॉक्सर विजेंदर सिंह और हंगरी के बॉक्सर अलेक्जेंडर होरवाट के बीच और जीत के तमाम दावों के बावजूद होरवाच इस फाइट में विजेंदर की मुक्कों की बरसात के सामने टिक नहीं सके.
विजेंदर की यह उनके प्रोफेशनल करियर की लगातार चौथी जीत है. होरवाट ने अपने बड़बोलेपन से इस फाइट को पहले ही काफी सुर्खियों में ला दिया था और उन्होंने यह कहकर सनसनी मचा दी थी कि वह विजेंदर को हराने के लिए सांपों का खून पी रहे हैं और इसके बाद विजेंदर उन्हें हरा ही नहीं पाएंगे. लेकिन रिंग में आमना-सामना होने पर होरवाट की विजेंदर के सामने एक न चली. आइए जानें विजेंदर ने कैसे चटाई होरवाट को धूल.
बड़बोले होरवाट विजेंदर के सामने हुए चारों खाने चित्तः
प्रोफेशनल बॉक्सिंग में अब तक अजेय रहे विजेंदर सिंह को हराने के लिए होरवाट ने हंगरी के सबसे जहरीले सांपों में से एक वाइपर के खून पीने को भी अपनी कड़ी ट्रेनिंग का हिस्सा बनाया था. होरवाट का मानना था कि इससे उन्हें सुपरनैचुरल पावर मिलेगी और विजेंदर उनके सामने टिक ही नहीं पाएंगे. लेकिन 12 मार्च को हुए इस मुकाबले में तीसरे राउंड तक जाते-जाते होरवाट की हालत इस कदर पतली हो गई कि वह नॉकआउट हो गए. इस मुकाबले के पहले राउंड में होरवाट ने जबर्दस्त हमला बोला जबकि विजेंदर ने सावधानी बरतते हुए अपने प्रतिद्व्ंद्वंदी को समझने की रणनीति बनाई.
विजेंदर ने होरवाट के मुक्कों से बचते हुए कुछ जोरदार प्रहार किए. अपने ताबड़तोड़ हमलों के बावजूद होरवाट विजेंदर के डिफेंस को भेद पाने में नाकाम रहे. दूसरे राउंड में दोनों ही बॉक्सर बचाव की मुद्रा में दिखे. लेकिन तीसरे राउंड में विजेंदर और होरवाट ने फिर से ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए, लेकिन विजेंदर ने होरवाट के बाएं कंधे पर एक जोरदार पंच...
उसने इस फाइट को जीतने के लिए सांपों का खून पीया था ताकि उसे सुपरनैचुरल पावर मिल सके और वह भारतीय स्टार बॉक्सर को रिंग में मात दे सके. लेकिन 12 मार्च को हुई इस फाइट को जीतने की उसकी हर कोशिशें धरी की धरी रह गईं. यह फाइट थी भारत के स्टार बॉक्सर विजेंदर सिंह और हंगरी के बॉक्सर अलेक्जेंडर होरवाट के बीच और जीत के तमाम दावों के बावजूद होरवाच इस फाइट में विजेंदर की मुक्कों की बरसात के सामने टिक नहीं सके.
विजेंदर की यह उनके प्रोफेशनल करियर की लगातार चौथी जीत है. होरवाट ने अपने बड़बोलेपन से इस फाइट को पहले ही काफी सुर्खियों में ला दिया था और उन्होंने यह कहकर सनसनी मचा दी थी कि वह विजेंदर को हराने के लिए सांपों का खून पी रहे हैं और इसके बाद विजेंदर उन्हें हरा ही नहीं पाएंगे. लेकिन रिंग में आमना-सामना होने पर होरवाट की विजेंदर के सामने एक न चली. आइए जानें विजेंदर ने कैसे चटाई होरवाट को धूल.
बड़बोले होरवाट विजेंदर के सामने हुए चारों खाने चित्तः
प्रोफेशनल बॉक्सिंग में अब तक अजेय रहे विजेंदर सिंह को हराने के लिए होरवाट ने हंगरी के सबसे जहरीले सांपों में से एक वाइपर के खून पीने को भी अपनी कड़ी ट्रेनिंग का हिस्सा बनाया था. होरवाट का मानना था कि इससे उन्हें सुपरनैचुरल पावर मिलेगी और विजेंदर उनके सामने टिक ही नहीं पाएंगे. लेकिन 12 मार्च को हुए इस मुकाबले में तीसरे राउंड तक जाते-जाते होरवाट की हालत इस कदर पतली हो गई कि वह नॉकआउट हो गए. इस मुकाबले के पहले राउंड में होरवाट ने जबर्दस्त हमला बोला जबकि विजेंदर ने सावधानी बरतते हुए अपने प्रतिद्व्ंद्वंदी को समझने की रणनीति बनाई.
विजेंदर ने होरवाट के मुक्कों से बचते हुए कुछ जोरदार प्रहार किए. अपने ताबड़तोड़ हमलों के बावजूद होरवाट विजेंदर के डिफेंस को भेद पाने में नाकाम रहे. दूसरे राउंड में दोनों ही बॉक्सर बचाव की मुद्रा में दिखे. लेकिन तीसरे राउंड में विजेंदर और होरवाट ने फिर से ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए, लेकिन विजेंदर ने होरवाट के बाएं कंधे पर एक जोरदार पंच लगाया, जिससे वह गिर पड़े. इसके बाद रेफरी ने गिनती गिननी शुरू की लेकिन होरवाट ने आगे फाइट न लड़ने का संकेत दे दिया और विजेंदर सिंह ने प्रोफेशनल बॉक्सिंग में अपनी लगातार चौथी जीत हासिल कर ली.
विजेंदर सिंह को रोक पाना नामुमकिन!
पिछले साल प्रोफेशन बॉक्सर बने विजेंदर सिंह को रोक पाना अब तक किसी भी बॉक्सर के लिए संभव नहीं हो पाया है. प्रोफेशनल बॉक्सिंग के मिडिलवेट (75 किलोग्राम) कैटिगरी में अपनी चारों फाइट विजेंदर ने अपने प्रतिद्वंद्वंदी को नॉक आउट या टेक्निकल नॉक आउट करके जीती है. उन्होंने अपने पहले मुकाबले में इंग्लिश बॉक्सर सोनी वाइटनिंग को तीसरे राउंड में टेक्निकल नॉकआउट से हराया.
अपनी दूसरी फाइट में विजेंदर ने इंग्लैंड के ही डीन गिलेन को पहले ही राउंड में नॉक आउट करते हुए आसानी से धूल चटा दी थी. वहीं अपनी तीसरी फाइट उन्होंने बुल्गारिया के सामेट ह्यूसेनोव को दूसरे राउंड में टेक्निकल नॉक आउट करके हराया. अब अपनी चौथी फाइट में उन्होंने हंगरी के होरवाट को भी हरा दिया.
जीत देश के शहीदों को की समर्पितः
देश के लिए ओलंपिक में मेडल जीत चुके विजेंदर सिंह ने शनिवार को हंगरी के होरवाट के खिलाफ मिली जीत को देश के शहीदों को समर्पित किया है. अपनी जीत के बाद विजेंदर सिंह ने ट्वीट करके अपनी इस जीत को देश के शहीदों को समर्पित किया.
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