भारतीय टीम एशिया कप में दूसरी बार आज फिर से पाकिस्तान के सामने होगी. यह मैच सुपर 4 मैच का दूसरा मैच है, इससे पहले भारतीय टीम अपने पहले सुपर 4 के मैच में बांग्लादेश को आसानी से हरा चुकी है. वहीं एशिया कप के पहले चरण में भारत ने पाकिस्तान को भी एकतरफा मुकाबले में धूल चटा दी थी. पाकिस्तान के 162 रनों के जवाब में भारत ने 29 ओवरों में ही दो विकेट खो कर लक्ष्य को हासिल कर लिया. भारतीय टीम के इस आसान जीत ने भारत पाकिस्तान के बीच रोमांचक मैच देखने की उम्मीद को भी खत्म कर दिया.
हालांकि, यह कोई अकेला मैच नहीं है जो भारत पाकिस्तान के बीच रोमांच पैदा करने में नाकाम रहा है, बल्कि पिछले 10 सालों के आकंड़े देखें तो भारत पाकिस्तान के बीच ऐसे कम ही मैच हुए हैं जो करीबी हुए हों या कहें कि भारत पाकिस्तान मैच के रोमांच को पैदा कर पाए हैं. एशिया कप के पहले भारत पाकिस्तान का पिछला मुकाबला साल 2017 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हुआ, मगर यह मुकाबला भी एकतरफा ही रहा था, जब पाकिस्तान टीम के 338 रन के जवाब में भारतीय टीम 158 रन पर ही ढेर हो गई थी.
भारत पाकिस्तान ने पिछले 10 सालों में 13 एकदिवसीय मैच खेले हैं, जिसमें भारत ने 8 जबकि पाकिस्तान ने 5 मैचों में जीत दर्ज की है. हालांकि, इन 13 मैचों में मात्र 4 मैच ही ऐसे रहे जिन्हें करीबी या रोमांचक कहा जा सकता है. इसमें 2014 के एशिया कप के दौरान खेला गया मैच भी शामिल है, जिसमें शाहिद अफरीदी ने आखिरी ओवर में दो छक्के लगा कर भारत से मैच छीन लिया था, इसके अलावा भारत पाकिस्तान के बीच 2011 का सेमीफइनल मैच, 2013 में दिल्ली में खेला गया मैच ही भारत पाकिस्तान के मैच के स्टैंडर्ड को कुछ हद तक मैच कर सके.
एक दौर था जब भारत...
भारतीय टीम एशिया कप में दूसरी बार आज फिर से पाकिस्तान के सामने होगी. यह मैच सुपर 4 मैच का दूसरा मैच है, इससे पहले भारतीय टीम अपने पहले सुपर 4 के मैच में बांग्लादेश को आसानी से हरा चुकी है. वहीं एशिया कप के पहले चरण में भारत ने पाकिस्तान को भी एकतरफा मुकाबले में धूल चटा दी थी. पाकिस्तान के 162 रनों के जवाब में भारत ने 29 ओवरों में ही दो विकेट खो कर लक्ष्य को हासिल कर लिया. भारतीय टीम के इस आसान जीत ने भारत पाकिस्तान के बीच रोमांचक मैच देखने की उम्मीद को भी खत्म कर दिया.
हालांकि, यह कोई अकेला मैच नहीं है जो भारत पाकिस्तान के बीच रोमांच पैदा करने में नाकाम रहा है, बल्कि पिछले 10 सालों के आकंड़े देखें तो भारत पाकिस्तान के बीच ऐसे कम ही मैच हुए हैं जो करीबी हुए हों या कहें कि भारत पाकिस्तान मैच के रोमांच को पैदा कर पाए हैं. एशिया कप के पहले भारत पाकिस्तान का पिछला मुकाबला साल 2017 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हुआ, मगर यह मुकाबला भी एकतरफा ही रहा था, जब पाकिस्तान टीम के 338 रन के जवाब में भारतीय टीम 158 रन पर ही ढेर हो गई थी.
भारत पाकिस्तान ने पिछले 10 सालों में 13 एकदिवसीय मैच खेले हैं, जिसमें भारत ने 8 जबकि पाकिस्तान ने 5 मैचों में जीत दर्ज की है. हालांकि, इन 13 मैचों में मात्र 4 मैच ही ऐसे रहे जिन्हें करीबी या रोमांचक कहा जा सकता है. इसमें 2014 के एशिया कप के दौरान खेला गया मैच भी शामिल है, जिसमें शाहिद अफरीदी ने आखिरी ओवर में दो छक्के लगा कर भारत से मैच छीन लिया था, इसके अलावा भारत पाकिस्तान के बीच 2011 का सेमीफइनल मैच, 2013 में दिल्ली में खेला गया मैच ही भारत पाकिस्तान के मैच के स्टैंडर्ड को कुछ हद तक मैच कर सके.
एक दौर था जब भारत पाकिस्तान के मैच को भारत पाकिस्तान के बल्लेबाज और गेंदबाजों की जंग के रूप में भी देखा जाता था, मसलन सचिन तेंदुलकर- शोएब अख्तर, वसीम अकरम, अजय जडेजा- वक़ार यूनुस, महेंद्र सिंह धोनी- शहीद अफरीदी का मुकाबला देखने का इंतजार विश्व भर के दर्शक किया करते थे, और इसका गवाह भारत पाकिस्तान के मैचों को मिलने वाले रेकॉर्ड तोड़ व्यूवरशिप से भी समझी जा सकती है. हालांकि, दर्शकों को इस इंतजार का फल एक रोमांचक मुकाबले के रूप में भी देखने को मिलता था, जब आखिरी ओवरों तक दर्शक यह तय नहीं कर पाते थे कि आखिर मैच में विजेता कौन होगा.
हालांकि, हाल के दौर में भारत पाकिस्तान मैच की यह चमक कुछ फीकी नजर आ रही है. ज्यादातर मैच या तो एकतरफा हो रहे हैं या दर्शकों के लिए परिणाम पहले ही पता कर पाना आसान हो रहा है. अब खिलाड़ियों के बीच वैसी प्रतिद्वंदिता भी कम ही दिखाई देती है, इसका कारण कहें तो पाकिस्तान टीम में हो रहे लगातार बदलाव और भारत पाकिस्तान का कम खेलना भी रहा है. ऐसी स्थिति में आज फिर से भारत पाकिस्तान आमने सामने होंगे और दर्शकों को फिर से एक रोमांचक मुकाबले की उम्मीद भी होगी, और अगर सबकुछ ठीक ठाक रहा तो भारत पाकिस्तान के बीच एशिया कप का फाइनल होने की भी पूरी संभावना है, ऐसे में भारत पाकिस्तान फाइनल के साथ दर्शकों को यह उम्मीद भी होगी इन चिर प्रतिद्वंद्वी टीमों के मैच से खोया रोमांच भी वापस आ जाए.
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