अब योगी को नए सिरे से समझने की बारी मुसलमानों की
योगी आदित्यनाथ के विरोधी उनपर समाज को बांटने वाली राजनीति करने का आरोप लगाते हैं. लेकिन इन सबसे बेपरवाह योगी आदित्यनाथ बेफिक्री से अपनी बात कहते रहे हैं.
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मुसलमानों को लेकर योगी आदित्यनाथ ने जब भी कुछ कहा है, दो टूक कहा है. फिर बात 2 मिनट में चलते-चलते कही हो, या लोकसभा के भीतर इत्मीनान से.
वे लव जिहाद के मुद्दे पर तो यहां तक कह जाते हैं कि यदि 1 हिन्दू लड़की मुसलमान के घर जाएगी, तो सौ मुसलमान लड़कियां हिंदुओं के घर आएंगी. वे मुस्लिम धर्मान्तरण और राम मंदिर निर्माण को लेकर भी सीधी-सीधी बात करते रहे हैं. उनके बयानों में मुस्लिम तुष्टिकरण या किसी लागलपेट का जरा भी अंश नहीं रहा है.
योगी आदित्यनाथ के विरोधी उनपर समाज को बांटने वाली राजनीति करने का आरोप लगाते हैं. लेकिन इन सबसे बेपरवाह योगी आदित्यनाथ बेफिक्री से अपनी बात कहते रहे हैं. जैसे-
लव जिहाद के मुद्दे पर मुसलिम लोगों के लिए तीखी बाते कहीं. उन्होंने कहा था कि जो व्यवहार वो लोग हमारे साथ करेंगे उसका 100 गुना हम उनके साथ करेंगे..
वो ये भी कह चुके हैं कि जिन्हें पाकिस्तान प्यारा है वो पाकिस्तान चले जाएं, हम उन्हें रोकेंगे नहीं बल्कि जाने का किराया भी देंगे. लेकिन भारत के अंदर रहकर कोई देश की संवैधानिक व्यवस्था को कोई चुनौती देगा तो वो स्वीकार नहीं.
हिंदुत्व पर लोकसभा में उनका ये भाषण बेहद चर्चित रहा था, जिसमें सांप्रदायिकता के मुद्दे पर असदुद्दीन औवैसी के साथ उनकी बहस हुई थी.
योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि मौका मिले तो वो हर मस्जिद में गौरी गणेश को विराजमान करवा देंगे.
राम मंदिर निर्माण को लेकर भी वो कई विवादित बयान दे चुके हैं.
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