केरल में 1000 जोड़ों का पार्टनर स्वैपिंग रैकेट में शामिल होना चिंता में डालता है!
केरल में वाइफ स्वैपिंग का मामला न केवल देश के सबसे शिक्षित राज्य के रूप में केरल की लिखाई पढ़ाई पर सवालिया निशान लगाता है. बल्कि ये भी बताया है कि राज्य अपनी गतिविधियों के चलते ऐसा बहुत कुछ कर रहा है जो उसे सीधे सीधे गर्त के अंधेरों में ले जा रहा है.
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तमाम बातें हैं जिनके विषय में हमारे बीच चर्चा तो हुई लेकिन क्योंकि जानकारी का आभाव था उन चर्चाओं को भी बीच में अधूरा छोड़ना पड़ा. ऐसा ही एक मुद्दा है पार्टनर/ वाइफ स्वैपिंग इस विषय पर जो थोड़ी बहुत जानकारी हमें है उसका सोर्स बॉलीवुड ही था. बॉलीवुड ने कुछ एक फिल्में तो बनाईं लेकिन जानकारी सतही थी तो लोगों को ज्यादा कुछ पता नहीं चला. मौजूदा दौर OTT ka दौर है. Alt Balaji, Ullu, एम एक्स प्लेयर जैसे प्लेटफॉर्म्स ने इस मुद्दे को उठाया और नतीजे के रूप में वाइफ स्वैपिंग को दर्शाती तमाम वेब सीरीज हमारे सामने हैं. चूंकि अब ये मुद्दा किसी परिचय का मोहताज नहीं रह गया है तो इसको लोग अपनी जिंदगी में भी शामिल कर रहे हैं और जैसा कि लाजमी है ऐसी चीजें अनर्थ ही करती हैं और फिर जो सवाल खड़े होते हैं उसके बाद केरल जैसे पढ़े लिखे राज्य की सारी लिखाई पढ़ाई एक तरफ रह जाती है और जो बचता है वो सिर्फ और सिर्फ बदनामी का कारण बनता है.
यहां केरल का जिक्र सिर्फ इसलिए क्योंकि वहां 1000 के आस पास जोड़े पार्टनर स्वैपिंग रैकेट में शामिल हैं जो न केवल गहरी चिंता का विषय है बल्कि देश के सबसे शिक्षित राज्य के रूप में केरल पर सवालिया निशान लगाता है.
गिरफ्तार लोगों से इस जानकारी के बाद कि केरल में 1000 लोग वाइफ स्वैपिंग में शामिल हैं केरल पुलिस सकते में आ गयी है
जी हां बिल्कुल सही सुन रहे हैं आप. दरअसल वाइफ स्वैपिंग का सनसनीखेज मामला तब सामने आया जब केरल में एक शख्स अपनी पत्नी को लेकर दो लोगों के घर गया और उसे उनके साथ सोने को मजबूर किया. घटना कोट्टायम की है जहां स्थानीय पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है वहीं 25 लोग ऐसे हैं जो पुलिस की निगरानी में हैं.
शिकायत के लिए महिला खुद सामने आई.
मामले में दिलचस्प ये है कि घटना की जानकारी महिला ने खुद ही पुलिस को दी थी. महिला के अनुसार उसका पति दूसरे पुरुष के साथ यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर कर रहा था. ये कोई पहली बार नहीं है जब केरल में ऐसा हुआ है. इससे पहले कायमकुलम में भी ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया था.
वाइफ स्वैपिंग के लिए लिया जा रहा था व्हाट्सएप और टेलीग्राम का सहारा
इस तरह की वारदात ने खुद पुलिस को भी हैरत में डाल दिया है. मामले पर जानकारी देते हुए चांगनचेरी के डिप्टी एसपी, आर श्रीकुमार ने कहा है कि ' ऐसे लोग तकनीक का सहारा ले रहे हैं और ऐसे कुकृत्य के लिए व्हाट्सएप और टेलीग्राम का सहारा ले रहे हैं. पुलिस ने जांच में ये पाया है कि वाइफ स्वैपिंग में शामिल लोग पहले तो टेलीग्राम और व्हाट्सएप मैसेंजर ग्रुप्स में शामिल होते फिर एक-दूसरे से मिलते थे.पुलिस के अनुसार उसने शिकायत करने वाली महिला के पति को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही ये भी बताया जा रहा है कि इसके पीछे एक बड़ा रैकेट है और इस मामले के बाकी आरोपियों की तलाश जारी है.
गिरफ्तार अभियुक्तों से हासिल हुई है बड़ी जानकारी
पुलिस के अनुसार इस मामले में कोई छोटे मोटे लोग नहीं बल्कि एलीट वर्ग शामिल है. दिलचस्प ये कि पुलिस ने मामले के मद्देनजर जिन लोगों को गिरफ्तार किया है वो भी इसी वर्ग के हैं और अलाप्पुझा, कोट्टायम और एर्नाकुलम जैसे केरल के बड़े शहरों के रहने वाले हैं. पुलिस ने इस बात की पुष्टि भी की है कि राज्य के कई एलीट क्लास के लोग इस रैकेट का हिस्सा हैं. पुलिस के अनुसार आगे आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है. पुलिस को इस रैकेट के व्हाट्सएप और मैसेंजर ग्रुप में 1000 से ज्यादा सदस्य होने का शक है.
गौरतलब है कि कोट्टायम की एक महिला ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई कि उसका पति किसी दूसरे शख्स के साथ यौन संबंध बनाने के लिए उसके ऊपर दबाव डाल रहा है. अपने पति पर ऐसे गंभीर आरोपों के बाद पुलिस भी हरकत में आई और उसने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक्शन लिया और पति और उसके दोस्तों को गिरफ्तार किया.
अभियुक्तों से पुलिस को जो जानकारी हाथ लगी है वो होश को उड़ा कर रख देने वाली है. अभियुक्तों के अनुसार केरल के 1000 लोग वाइफ स्वैपिंग के इस घिनौने कृत्य में शामिल हैं.
बहरहाल भले ही पुलिस मामले की जांच कर रही हो मगर अब जबकि मामला ठीक हमारे सामने है तो ये कहना अतिशयोक्ति नहीं है कि मौज मस्ती के चक्कर में केरल की एक बड़ी आबादी एक ऐसी गतिविधि में शामिल है जिसे इजाजत न तो कानून ही देता है और न ही संविधान. जैसा कि तय है. अभी इस मामले में और गिरफ्तारियां होंगी. तो माना यही जा रहा है तमाम सफेदपोशों के नाम भी इसमें सामने आएंगे और हो ये भी सकता है कि मामले के तार केरल के साथ साथ अन्य पड़ोसी राज्यों से भी जुड़े हों.
खैर जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं केरल में वाइफ स्वैपिंग का ये मामला न केवल देश के सबसे शिक्षित राज्य के रूप में केरल की लिखाई पढ़ाई पर सवालिया निशान लगाता है बल्कि ये भी बताया है कि राज्य अपनी गतिविधियों के चलते ऐसा बहुत कुछ कर रहा है जो उसे सीधे सीधे गर्त के अंधेरों में ले जा रहा है.
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