बदनाम हुए तो क्या नाम ना हुआ? IPL का इतना बड़ा हो जाना तो यही दिखाता है !
आईपीएल हर गुजरते साल के साथ और लोकप्रिय होता गया और अब 10 साल बाद इसने एक नया रिकॉर्ड बना दिया है. इस समय आईपीएल की ब्रैंड वैल्यू 6.3 अरब डॉलर यानी करीब 430 अरब रुपए की हो गई है.
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आईपीएल यानी इंडियन प्रीमियर लीग. हर ओर चकाचौंध. पैसों की बारिश. खिलाड़ियों की दोगुनी-चौगुनी कीमत. मैदान पर क्रिकेट और बाउंड्री पर चीयर लीडर्स. आईपीएल में ये यही सब होता है. आईपीएल हर गुजरते साल के साथ और लोकप्रिय होता गया और अब 10 साल बाद इसने एक नया रिकॉर्ड बना दिया है. इस समय आईपीएल की ब्रैंड वैल्यू 6.3 अरब डॉलर यानी करीब 430 अरब रुपए की हो गई है. जब 2008 में ललित मोदी ने ये क्रिकेट बोर्ड को आईपीएल शुरू करने का आइडिया दिया था, तब शायद किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन ये सोच इतनी आगे पहुंच जाएगी और पैसे कमाने का सबसे बड़ा जरिया बन जाएगी.
आईपीएल में चीयरलीडर्स इसे ग्लैमरस बना देती हैं.
आईपीएल की ब्रैंड वैल्यू आज के समय में 19 फीसदी बढ़कर 6.3 अरब डॉलर हो चुकी है. 2017 में इसकी वैल्यू 5.3 अरब डॉलर थी, जो 2016 में 4.16 अरब डॉलर थी. यानी हर साल आईपीएल की न सिर्फ लोकप्रियता बढ़ रही है, बल्कि इसकी ब्रैंड वैल्यू भी बढ़ रही है. जैसा कि आप जानते हैं कि आईपीएल में पैसों की बारिश होती है. ऐसे में घोटाले, फिक्सिंग और अन्य विवादों से तो आईपीएल का नाम जुड़ना तय ही था और जुड़ा भी. लेकिन विवादों से घिरे रहने के बावजूद न तो इसके दर्शकों में कोई कमी आई, ना ही विज्ञापन देने वाली कंपनियों पैसे लुटाने में कोई कमी की. इसी का नतीजा है कि आज आईपीएल इस मुकाम पर आ पहुंचा है. लेकिन एक बार कुछ विवादों को भी याद कर लीजिए, जो आईपीएल से पैदा हुए.
इन विवादों ने आईपीएल को कठघरे में खड़ा किया
जहां पैसा होता है वहां विवाद खुद-ब-खुद पैदा हो जाते हैं. ऐसा ही हुआ आईपीएल के साथ भी. लेकिन विवादों से जूझने के बावजूद आईपीएल ने एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है. आइए जानते हैं कुछ खास विवादों के बारे में-
- 2013 में क्रिकेट प्रमोटर गुरुनाथ मयप्पन को सट्टेबाजी के मामले में गिरफ्तार किया गया. इस मामले में शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा भी फंसे थे. इसके बाद चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स पर 2 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया था.
- इसी साल राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी श्रीसंत, अजित चंदोलिया और अंकित चव्हाण को फिक्सिंग के मामले में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. श्रीसंत पर आरोप था कि वह सट्टेबाजों से इशारे के लिए तौलिए का इस्तेमाल करते थे.
- 2008 में हरभजन सिंह ने श्रीसंत को थप्पड़ मार दिया था, जिसके बाद उन्हें 11 मैचों से बैन कर दिया गया था.
- रविंद्र जाडेजा पर आरोप लगा था कि उन्होंने दूसरी फ्रेंचाइजी की तरफ से समझौता करने की कोशिश की. जिसके बाद 2010 के आईपीएल में जाडेजा टूर्नामेंट से बाहर रहे.
- मोहम्मद आसिफ को 2009 के आईपीएल उद्घाटन के दौरान ड्रग के मामले में पॉजिटिव पाया गया, जिसके बाद फरवरी 2009 में उन पर एक साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया.
- 2012 में शाहरुख खान की वानखेड़े स्टेडियम में एक गार्ड के साथ झड़प हो गई थी. इसके बाद कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक और बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान पर 5 साल तक वानखेड़े स्टेडियम में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.
क्या होता है आईपीएल में?
आईपीएल का आइडिया ये था कि इसमें दुनिया भर के खिलाड़ियों को एक साथ खेलने का मौका मिलेगा. ये आइडिया देखते ही देखते खूब लोकप्रिय भी हो गया. आईपीएल में खिलाड़ियों के लिए बोली लगती है और कई बार तो खिलाड़ी दोगुने-चौगुने दामों पर खरीदे जाते हैं. यानी ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि इसमें पैसों की तो बारिश होती है. जहां पैसा होता है वहां ग्लैमर खुद ही खिंचा चला आता है. आईपीएल को ग्लैमरस बनाने का काम करती हैं चीयरलीडर्स. आपको बता दें कि बहुत से लोग तो आईपीएल के मैच के दौरान क्रिकेट देखने के बजाय चीयर लीडर्स को देखने के लिए टिकट खरीद लिया करते हैं.
Priorities.???? pic.twitter.com/5JcRMJUItN
— Mishaa (@Padishaah) April 27, 2018
तमाम विवादों के बावजूद आईपीएल लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ता रहा. वो कहते हैं ना, बदनाम हुए तो क्या नाम ना हुआ? बस वही बात यहां भी लागू होती है और दामन पर कई दाग लगने के बावजूद आईपीएल का स्वागत दर्शकों ने दोनों बाहें फैला कर किया. और जहां दर्शक होंगे वहां विज्ञापन देने वाली कंपनियां तो झक मार कर आएंगी. यही कारण है कि विवादों से नाता होने के बावजूद आईपीएल ने एक नया मुकाम हासिल कर लिया है.
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