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सिनेमा
| 6-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
भारतीय सिनेमा के 'पितामह' दादा साहब फाल्के की कमसुनी दास्तान
Dadasaheb Phalke Birth Anniversary: हिंदी सिनेमा के जनक कहे जाने वाले धुंडीराज गोविंद फाल्के उर्फ दादा साहब फाल्के की आज जयंती है. महज 19 साल के करियर में उन्होंने 95 से ज्यादा फिल्में बनाई हैं. उनको प्रयोगधर्मी फिल्मकार माना जाता था. वो आज के फिल्म मेकर्स की तरह लकीर के फकीर नहीं थे. बल्कि सिनेमा में नित नए प्रयोग के लिए जाने जाते थे.
सिनेमा
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
ओम पुरी: खुरदरे चेहरे के पीछे छिपा खुद्दार शख्स, जो व्यक्तिगत खुन्नस का हुआ शिकार
चेचक की वजह से ओम पुरी (Om Puri) के चेहरे पर कई गड्ढे पड़ गए थे. जिसकी वजह से उनका चेहरा खुरदरा (Rough Face) हो गया था. वैसे, ओम पुरी इसे लेकर खुलकर बात करते थे. एक इंटरव्यू में ओम पुरी ने कहा था कि 'मुझे गलतफहमी नहीं थी. मुझे पता था कि कमर्शियल सिनेमा (Commercial Cinema) हमें एक्सेप्ट नहीं करेगा. क्योंकि शक्ल-सूरत ही नहीं है.'
सिनेमा
| 6-मिनट में पढ़ें
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
सदाबहार अभिनेता देव आनंद की जिंदगी से सीखिए 5 अद्भुत बातें
Dev Anand Birth Anniversary: बॉलीवुड में कितने ही हीरो आए और चले गए, लेकिन ऐसे कुछेक ही हैं जिनके किस्सों के जिक्र किए बिना हिंदी सिनेमा का इतिहास अधूरा है. सदाबहार अभिनेता देव आनंद भी ऐसे ही फिल्मी सितारों में से एक है, जो अपने जमाने में रूमानियत और फैशन आइकन थे.
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
अल्पयू सिंह
@alpyu.singh
खुदा के दरबार में मंटो की जिरह सही सी लगती है...
मंटो जब खुदा के दरबार में पहुंचा तो उसने खुदा से कहा 'तुमने मुझे क्या दिया, 42 साल, कुछ महीने, और कुछ दिन.' वाकई मंटो की ज़रुरत हर दौर को है और इसीलिए खुदा से उनकी ये जिरह सही ही लगती है.