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समाज
| बड़ा आर्टिकल
Shwet Kumar Sinha
प्रिये प्रियतमा, आज एकबार फिर तुम्हारी नगरी में हूं...
किसी बस स्टॉप पर बस के रूकने पर जब वो परचून वाला चढ़ता तो हमदोनों के ही जीभ लपलपा उठते थे और हमदोनों जी भरकर फिर अपना बचपन जीते. अबकी भी अभी उसी बस में बैठा हूं, पर अकेला. तुम नहीं हो साथ मेरे. पिछली सीट पर ही हूं और बस की उछल-कूद जारी है. पर इसबार बचपन नहीं, तुम्हारे साथ बिताए वो सारे पल जी रहा हूं.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| बड़ा आर्टिकल
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
सोनाली ने कहा लड़कियां आलसी हैं उन्हें अच्छी नौकरी वाला पति चाहिए, इस बात के कितने मायने हैं?
लड़कियों के दिमाग में भी यही होता है कि जब च्वाइस है तो फिर कंप्रोमाइज क्यों करें? वह भी अपने लिए कंफर्ट का ही चुनाव करती हैं. जब उनके पास ऑप्शन है तो वे शादी के बाद क्यों पूरे खानदान का खाना बनाएं?
सोशल मीडिया
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
पहले वार, फिर दुलार फिर से वही दुत्कार और प्रक्रिया बार बार... कहानी किसी एक महिला की नहीं है!
पहले वार, फिर दुलार फिर से वही दुत्कार और ये पूरी प्रक्रिया बार बार... आर्थिक, मानसिक शारीरिक शोषण की ये कहानी सिर्फ इंस्टाग्राम सेलिब्रिटी the.pixie.travels की नहीं है. तमाम महिलाएं / लड़कियां हैं जो एक कड़वे रिश्ते का सामना सिर्फ इसलिए कर रही हैं क्योंकि वो व्यक्ति जिसके साथ वो रिलेशनशिप में हैं उनके पास 'सॉरी' के रूप में एक मजबूत हथियार है.
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
श्वेत कुमार सिन्हा
@409932558004725
हाथों में गुलाब पकड़े प्रेम चतुर्दशी का प्रेममयी पदार्पण हो चुका है!
14 फरवरी नज़दीक आने को है और गुलाब अपनी ख़ुशबू से सबों को राग-द्वेश त्यागकर प्रेमराग फैलाने का संदेश दे रहा है. चाहे शाहजहां हो या दशरथ मांझी, प्रेम के इस पवित्र सप्ताह में फूहड़पन को त्यागकर आइए प्यार की इन प्रतिमूर्ति को याद करें और समूचे संसार के समक्ष एक ऐसा उदाहरण पेश करें जो आने वाली नस्लो के लिए एक मिसाल बनकर सामने आए.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
शादी से पहले और बाद के वैलेंटाइन डे में कितना अंतर होता है?
शादी से पहले प्रेमी अपनी जिस प्रेमिका की एक झलक पाने के लिए घंटों इंतजार करता था पति बनने के बाद अब वह वैलेंटाइन डे विश करना भी जरूरी नहीं समझता. यह बात वैसे प्रेमिका से पत्नी बनी लड़की भी समझ जाती है कि अब उसकी गृहस्थी शुरु हो चुकी है तो पहले वाला रोमांस नहीं रहेगा. वह भी स्तिथी के अनुसार, खुद को बदलने की कोशिश करने लगती है.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 3-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
करिश्मा मेरी है, बारात लेकर मत आना वरना श्मशान बना दूंगा...यह लिखने वाला प्रेमी नहीं नमूना है
एकतरफा प्यार में ये नमूना अपना होश खो बैठा, तभी तो भाई साहब को फिल्म डर का राहुल मेहरा बनने का शौक चढ़ा था. अब जब पुलिस पकड़ कर चार डंडे बरसाएगी तो सारी आशिकी निकल जाएगी.
समाज
| 7-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
'स्मार्ट फोन मेरी तौबा'...पहले तुमने पर्दा उठाया फिर भेद खोल दिया!
विवाह सात जन्मों का बंधन ना भी मानें तो ये एक सोशल एग्रीमेंट तो है ही. दोनों के बीच तालमेल नहीं है तो तलाक का प्रावधान है. लेकिन संबंध में बने रहते दूसरे संबंध बनाना केवल अनैतिक ही नहीं बल्कि अपने सामाजिक दायित्वों से मुंह मोड़ना जैसा भी है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 2-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
प्रेमिका पर लात-घूसे बरसाने वाले के घर पर चला बुलडोजर, आप इस न्याय से कितना सहमत हैं?
मध्य प्रदेश के रीवा में लड़की को पीट-पीटकर अधमरा कर देने वाले युवक को प्रशासन ने अपनी तरह से नसीहत दे दी है. लेकिन, इसके बाद सवाल यही हो रहा है कि क्या ऐसा करने से कुछ बदल जाएगा?
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
इस तरह के पुरुषों से शादी करने का मतलब अपनी जिंदगी बर्बाद करना है
रिश्ते में प्यार का होना चाहिए मगर जब बात शादी और जिंदगी भर की साझेदारी की आती है तो सम्मान बेहद जरूरी है. एक समय के बाद जिम्मेदारियों के आने के बाद प्यार कहीं छिप जाता है. ऐसे में अगर आप एक-दूसरे का सम्मान करते हैं तो रिश्ता चल सकता है.