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समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
भारत आए नामीबिया के चीतों ने पहली कमाई हासिल कर ली है!
एमपी स्थित कूनो नेशनल पार्क में दो नर चीतों फ्रेडी और एल्टन ने अपने प्राकृतिक वास में चीतल का शिकार कर इतिहास रच दिया है. चीतों का ये शिकार भारतीय भूमि में उनके पुनरुत्पादन की प्रक्रिया में एक बड़ी भूमिका के तौर पर देखा जा रहा है.
ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
चीतों से लंपी वायरस आया, वे नामीबिया की जगह नाइजीरिया से आए, कांग्रेसियों के 'ज्ञान' को क्या कहें?
नामीबिया से आए हुए चीतों की पहले ही बहुत दुर्गति हो चुकी है. ऐसे में अब कांग्रेस नेता ने लंपी वायरस के लिए भी उन्हें जिम्मेदार ठहराया है और उन्हें नाइजीरियाई बताया है. क्लियर हो गया है कि पीएम मोदी की आलोचना के नाम पर किसी दिन कांग्रेस सूरज को चांद भी बता सकती है.
ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
चीतों की सिक्योरिटी के लिए कुत्ते! इस व्यवस्था में चीतों की शान बढ़ी या बेइज्जती हुई?
कुनो नेशनल पार्क में नामीबियाई चीतों और अन्य जानवरों को शिकारियों से बचाने के लिए कुत्तों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि कुत्तों को बाघ की खाल, हड्डियों और अन्य अवैध वन्यजीव उत्पादों का पता लगाने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
ह्यूमर
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
नामीबिया में बैठे 'ब्रो चीते' को भेजे पत्र में भारत आए चीते ने अपना कलेजा निकाल कर रख दिया
पीएम मोदी के बर्थडे पर, भारत पहुंचे चीते ने नामीबिया के जंगल में घूमते चीते को खुला खत लिखा है. और आम से लेकर खास तक हर बात बताई है. चिट्ठी में जो चीते की बातें हैं वो न केवल इमोशनल करेंगी बल्कि कई जरूरी सवालों की तरफ हमारा ध्यान भी आकर्षित करेंगी.
समाज
| 2-मिनट में पढ़ें
Mormukut Goyal
@1203823200460755
भारत की जैव विविधता को समृद्ध बनाएगा चीतों को बसाने का सफल प्रयास...
भारत ही दुनिया का एकमात्र देश है जिसकी जैव विविधता इतनी समृद्ध है. चीते के विलुप्त होने से जो एक खालीपन हो गया था, इस प्रयास के जरिए जैव विविधता की विरासत को और समृद्ध करने की कोशिश है. ऐसा नही है कि चीते भारतीय परिस्थितियों में नही ढल सकते.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
इन 3 चीतों के शिकार के साथ भारत में खत्म हो गई थी इस प्रजाति की कहानी
बिल्ली की बड़ी प्रजातियों में चीते (Cheetah) इकलौते ऐसे जानवर हैं, जो 100 किमी/प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ लगा सकते हैं. और, जमीन पर चलने वाले जानवरों में चीते को 'उसैन बोल्ट' कहा जाता हैं. लेकिन, अहम सवाल ये है कि आखिर भारत से चीते विलुप्त क्यों हो गए? आइए जानते हैं चीतों के शिकार की वो कहानी जिससे ये विलुप्त हो गए...
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
पीएम मोदी के बर्थडे पर नामीबिया से चीता आ तो रहा है, लेकिन चुनौती कई हैं...
नामीबिया से आ रहे चीते पीएम मोदी के जन्मदिन के दिन विमान से करीब 16 घंटे की यात्रा कर ग्वालियर आएंगे. जहां से इन्हें एमपी के कूनो पार्क ले जाया जाएगा. पीएम एक भव्य प्रोग्राम करने वाले हैं जिसके बाद इन्हें खुले में छोड़ा जाएगा. माना जा रहा है तमाम चुनौतियां हैं जिनका सामना नामीबिया से आ रहे इन चीतों को करना पड़ेगा.