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समाज
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एक अलग नज़रिया
| 3-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनन्या पांडे के सिगरेट पीने से हम आहत क्यों न हों?
अनन्या पांडे सिगरेट पी रही हैं तो आप कह देंगे कि उनकी लाइफ है हमें क्या? मगर मान लीजिए कल को आपकी बेटी या बहन सिगरेट पीने लगे तो क्या आप यही कहेंगे कि तुम्हारी जिंदगी है तुम जानो? और फिर उन युवाओं का क्या जो अनन्या पांडे को फॉलो करते हैं. उन्हें अपना आइडियल मानते हैं.
ह्यूमर
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
No Smoking Day: क्विट स्मोकिंग पर किसी को क्या ही ज्ञान देना, स्मोकर्स ही सच्चे 'राष्ट्रवादी' हैं!
No Smoking Day: क्विट स्मोकिंग पर भारी भरकम ज्ञान दे तो दूं फिर कभी कभी मेरे दिन में ये ख्याल आता है कि सिगरेटची और शराबी ही तो हैं तो देश चला रहे हैं और जीडीपी को आसमान की ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
एडिक्शन का दोहन ही है सिगरेट के दाम बढ़ाना...
सिगरेट के दाम बढ़ाना जनहित में नहीं, सिर्फ राजस्व बढ़ाने के लिए है. जनहित तो तब होता जब सिगरेट को बैन कर दिया जाता. जब कभी भी बैन की दिशा में कदम उठा भी है तो केस अगेंस्ट बैन बन ही जाता है. पता नहीं कौन से निहित स्वार्थ सक्रिय हो जाते हैं...
सोशल मीडिया
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एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
Budget 2023: देखिए सिगरेट के दाम बढ़ने पर लोग कैसा रिएक्शन दे रहे हैं?
बजट 2023 सुनकर सिगरेट पीने वालों को सदमा सा लगा है. दाम बढ़ने के बाद ऐसे लोगों ने सोशल मीडिया पर अपना रोना-धोना शुरु कर दिया है. उनका कहना है कि हर बार सिगरेट के दाम बढ़ाना जरूरी है क्या?
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
इन टेडी बियर में है जली हुई सिगरेट के ठूंठ वाला डीएनए, इनकी उदासी समझिए
ये बात भले ही दुर्भाग्यपूर्ण हो. लेकिन एक बड़ा सत्य यही है कि, जैसे जैसे सिगरेट की ठूंठ से बने गुड्डे नुमा सॉफ्ट टॉयज पर नजर जा रही है. कहीं भी प्रसन्नता की अनुभूति नहीं हो रही है. यदि कुछ महसूस हो रहा है तो वो एक ऐसी मायूसी है जो इन गुड्डों की तरह हमें भी अपनी आगोश में ले रही है.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
तो क्या जनहित में हर सिगरेट पर चेतावनी को और मजबूती से नहीं लिखा जा सकता?
पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने धूम्रपान की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 करने और खुले में सिगरेट की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश देने की याचना करने वाली वाली याचिका को खारिज कर दिया है. कोर्ट के इस फैसले के बाद तमाम सवाल हैं जो उठ रहे हैं.
सिनेमा
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एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अल्लू अर्जुन ने करोड़ों के शराब का विज्ञापन ठुकराया, बॉलीवुड वालों को बताया असली हीरो कौन है?
अल्लू अर्जुन (Allu Arjun) सिर्फ फिल्मों में ही नशा करते दिखते हैं, रियल लाइफ में वे इन चीजों से कोसों दूर रहते हैं. वहीं बॉलीवुड के कुछ दिग्गज भले ही फिल्मों में साफ सुथरे दिखते हैं लेकिन असल जिंदगी में वे नशे में डूब रहते हैं.
समाज
| 2-मिनट में पढ़ें
अनु रॉय
@anu.roy.31
फेसबुकिया फेमिनिस्टों की सतही क्रांतियां किन औरतों का भला करेंगी?
फेमिनिज्म पर फेमिनिस्टों के सोशल मीडिया पर अपने तर्क हैं. सभी फेमिनिस्टों को फ़ेस्बुक से निकल कर ज़रा हक़ीक़त की दुनिया में जाना चाहिए. 'आह दीदी'-'वाह दीदी' वाले झुंड से निकल कर उन औरतों से मिलना चाहिए जिनको घर में ही रेप-फ़िज़िकल एब्यूज़, मार-कुटाई का सामना करना पड़ रहा है.
सोशल मीडिया
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Kaali Poster Controversy: काली विचित्र हैं या नहीं, लेकिन लीना 'विकृत' जरूर हैं!
विवादित काली फिल्म को बनाने वाली लीना मनिमेकलाई ने फिर से एक विवादित ट्वीट पोस्ट किया और कहा है कि, 'मेरी काली क्वीर हैं. वह पूंजीवाद को नष्ट करती हैं. लीना का ये ट्वीट करना भर था सोशल मीडिया पर लोगों को एक बार फिर से बहस का मौका मिल गया है. ट्वीट के बाद इतना तो साफ़ है कि लीना विकृत जरूर हैं.