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समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
पोप ने Sex को सुंदर यूं ही नहीं बताया, ये वैटिकन का रूढ़िवादी नहीं, ओपन दर्शना था!
पोप ने 20 साल के 10 युवाओं से घंटों बात की है और उसे डॉक्यूमेंट्री में बदला है. डॉक्यूमेंट्री में युवाओं और पोप के बीच ज़बरदस्त डिस्कशन हुआ है. जो पोप के तर्क हैं उनपर कुछ जगह हम सहमत हो सकते हैं और कुछ जगह असहमत. कुलमिलाकर सेक्स, गर्भपात, हस्तमैथुन जैसी चीजों पर चर्च का रुख जानना रोचक तो है.
सिनेमा
| 4-मिनट में पढ़ें
सुशोभित सक्तावत
@sushobhit.saktawat
The Elephant Whisperers: ऐसे लघु वृत्तचित्र को ऑस्कर मिला, जिसकी मूल्य-दृष्टि अचूक है
95th Academy Awards: जब अकादमी पुरस्कारों के लिए फ़िल्में शॉर्टलिस्ट होती हैं तब उनकी गुणवत्ता निर्विवाद होती है. अमूमन नामांकित की गई पांच फ़िल्में समान रूप से उत्कृष्ट होती हैं. तब किसी एक फ़िल्म को पुरस्कृत करने का निर्णय उसकी मूल्य-दृष्टि के आधार पर लिया जाता है.
सिनेमा
| 5-मिनट में पढ़ें
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
The Elephant Whisperers: ऑस्कर अवॉर्ड जीतने वाली डॉक्यूमेंट्री के बनने की कहानी भी दिलचस्प है
95th Academy Awards के ओरिजिनल शॉर्ट फिल्म कैटेगरी में नॉमिनेट हुई डॉक्यूमेंट्री 'दी एलिफेंट व्हिस्परर्स' ने ऑस्कर अवॉर्ड जीत लिया है. इस डॉक्यूमेंट्री का निर्देशन कार्तिकी गोंजालवेज ने किया है. पेशे से फोटोग्राफर कार्तिकी ने इस डॉक्यूमेंट्री को बनाने के लिए बहुत मेहनत की है. उनको 39 मिनट की इस डॉक्यूमेंट्री को बनाने में 5 साल लग गए. इसमें कई साल तो वो खुद जंगल में हाथियों के साथ रही हैं. आइए इस डॉक्यूमेंट्री के बनने की कहानी जानते हैं.
सिनेमा
| 2-मिनट में पढ़ें
ट्विंकल तोमर सिंह
@tweetysdream
झूठी कहानियों के द्वारा ठग कर आंखों को भिगो देने वाला धोखा नहीं है The Elephant Whisperers
The Elephant Whisperers डॉक्यूमेंट्री है तो डॉक्यूमेंट्री की तरह ही देखना होगा. साधारण मनोरंजन ढूंढने वाले को शायद रस न मिले. पर जब पता है डॉक्यूमेंट्री है, सत्य घटनाओं को दर्शा रही है, तब उसमें कहीं पर आंसू फूट पड़े, तो वे आंसू परम सच्चे हैं. ये झूठी कहानियों के द्वारा ठग कर आंखों को भिगो देने वाला धोखा नहीं है.
सियासत
| 2-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
हिंदुस्तान की इमेज को इंग्लैंड तार-तार करने की कोशिश में जुटा है!
भारत अब G20 देशों के समूह में एक नेता के तौर पर उभर रहा है ये भी इंग्लैंड जैसे सामन्तवादी मानसिकता वाले देश को पच नहीं रहा है. ऊपर से बीबीसी की टीआरपी भी अब पहले जैसी रही नहीं तो बार-बार भारत से जुड़े उन मुद्दों को उछालता है जिन्हें भारत में ही रह रहे भारत विरोधी मानसिकता वाले समूह से समर्थन मिलता है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
मोदी पर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री लोग देख भी लें तो क्या फर्क पड़ने वाला है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर बनायी गयी बीबीसी की डॉक्टूमेंट्री (BBC Documentry) पर कानून के हिसाब से बीजेपी सरकार का एक्शन अपनी जगह सही है, लेकिन व्यावहारिक तौर पर गुजरात दंगे (Gujarat Riots) की कोई प्रासंगिकता बची है क्या - राजनीतिक तौर पर?
सिनेमा
| 6-मिनट में पढ़ें
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
House of Secrets Review: बुराड़ी कांड पर बनी डॉक्यूमेंट्री भी रहस्य तक ही अटक कर रह गई
ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर ट्रू क्राइम डॉक्यूमेंट्री 'द हाउस ऑफ सीक्रेट्स द बुराड़ी डेथ्स' (House of Secrets The Burari Deaths) रिलीज हो चुकी है. इसमें साल 2018 में हुए दिल्ली के बुराड़ी इलाके में 11 लोगों की रहस्यमयी मौत से पर्दा उठाने की कोशिश की गई है.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
पारुल चंद्रा
@parulchandraa
इस ऑस्कर पर भारत को फख्र नहीं, शर्मसार होना चाहिए
कुछ बातें जो देश को पुरस्कार दे जाएं उनपर फक्र किया जाना चाहिए, लेकिन इस ऑस्कर पर फक्र नहीं होता. क्योंकि भारत के लिए पीरियड की शर्म अब भी बरकरार है. सिर्फ फिल्मों में ही बदलाव आ रहा है, ग्राउंड लेवल पर हम आज भी हारे हुए ही हैं.
सिनेमा
| 2-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
इस ऑस्कर में क्या मिला भारत और पाकिस्तान को
वैसे तो इस वर्ष के ऑस्कर पुरस्कारों की दौड़ में भारत और पाकिस्तान की कोई फिल्म नॉमिनेट नहीं थी लेकिन इसके बावजूद भारत और पाकिस्तान के दो फिल्मकारों ने ऑस्कर जीतते हुए इन दोनों देशों के लोगोें के चेहरों पर बिखेरी मुस्कान.