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सोशल मीडिया
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
जाकिर नाइक, मौलाना युनूस जैसों की दिक्कत फुटबॉल-फीफा नहीं, 'कठमुल्लापन' है
पहले जाकिर नाइक अब मिस्र के मौलान युनूस माखियॉन... आखिरकार मुस्लिम कठमुल्लों की तरफ से फीफा वर्ल्ड कप 2022, फुटबॉल और कतर को लेकर वो बयान आ ही गया जिसका इंतजार बीते कई दिनों से हो रहा था.
स्पोर्ट्स
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
क़तर तो क़तर LGBTQ पर FIFA का रुख भी किसी कठमुल्ला से कम नहीं!
LGBTQ अधिकारों पर जैसा रवैया क़तर का है. वो इसलिए भी कम विचलित करता है क्योंकि एक मुस्लिम राष्ट्र होने के कारण क़तर पहले ही इस मुद्दे पर अपनी राय रख चुका था. मगर जिस बात को लेकर मन वाक़ई खिन्न होता है वो है इतने अहम मसले पर FIFA का रुख. क़तर की देखा देखी FIFA, LGBTQ अधिकारों पर कटटरपंथ की बेड़ियों में जकड़े एक मौलाना ही तरह नजर आ रहा है.
स्पोर्ट्स
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
FIFA 22 से पहले क़तर पहुंचे ज़ाकिर नाइक अपना एक अलग 'खेल' खेल रहे हैं जिसमें कप सीधा जन्नत है!
अपने विवादित भाषणों की वजह से सुर्ख़ियों में रहने वाले मुलिम धर्मगुरु जाकिर नाइक को क़तर ने फुटबॉल वर्ल्ड कप के लिए क़तर बुलाया गया है. जाकिर को ये जिम्मेदारी दी गयी है कि वो फीफा वर्ल्ड कप में जमकर इस्लाम धर्म का प्रचार और प्रसार करें. सवाल ये है कि जाकिर नाइक को क़तर बुलाकर क़तर करना क्या चाहता है?
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
रीवा सिंह
@riwadivya
गर जो चॉइस है तो हिजाब में निकली सैकड़ों लड़कियां कॉलेज पहुंचते जीन्स-टॉप में नहीं आतीं!
हिजाब अगर चॉइस होती तो घर से हिजाब में निकली सैकड़ों लड़कियां कॉलेज पहुंचते-पहुंचते सलवार-कुर्ता या जीन्स-टॉप में नहीं आ जातीं. हिजाब अगर चॉइस होती तो माहसा अमीनी को सिर न ढंकने के लिये डिटेन नहीं किया जाता. लड़कियां हिजाब पहनना इतना ही पसंद करतीं तो आज उसे आग नहीं लगा रही होतीं.
समाज
| 2-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
हिजाब को 'चॉइस' मानने वालों की ईरान मामले में शातिर चुप्पी क्या कहती है?
इस्लामिक कट्टरपंथियों के लिए मुस्कान जैसी लड़कियां हमेशा हथियार रहेंगी, और महसा अमीनी खतरा. भारत में कल्पना कीजिये कि यदि मुस्कान जैसी लड़की अगर रोल मॉडल बनने लगी तो उसी के मोहल्ले में रहने वाली कोई महसा अमीनी जैसी लड़की का हश्र क्या होगा?
स्पोर्ट्स
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
कतर में FIFA World Cup के दौरान सिंगल अगर मिंगल हुए तो 7 साल जेल!
फुटबॉल फैंस निराश हैं. वजह है सेक्स को लेकर क़तर द्वारा लिया गया एक फैसला. सरकार ने जो फरमान जारी किया है उसके मुताबिक FIFA World Cup के दौरान यदि सिंगल्स ने मिंगल होने की कोशिश की और अगर वो पकडे गए तो उन्हें अगले 7 सालों तक जेल की सलाखों के पीछे रहना पड़ेगा.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
हिजाब विवाद अब अपने नेक्स्ट लेवल पर पहुंच गया है बात सिर काटने तक आ गयी है!
बीते दिनों कर्नाटक में शुरू हुई हिजाब कंट्रोवर्सी अभी ख़त्म नहीं हुई है. जैसे फिल्मों - वेब सीरीज के सीक्वल होते हैं हिजाब कंट्रोवर्सी के भी चैप्टर 2 की शुरुआत हुई है. इंस्टाग्राम पर कर्नाटक के भाजपा नेता यशपाल सुवर्णा और श्रीराम सेना के प्रमुख प्रमोद मुतालिक का सिर कलम करने की धमकी दी गई है.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
धार्मिक कट्टरता पर तालिबान की 'मासूम' समझाइश पर सदके जाने को मन करता है
सऊदी, कुवैत, बहरीन, ईरान या कोई भी अन्य मुस्लिम मुल्क इनका डिप्लोमेसी को दरकिनार कर नूपुर शर्मा वाले बयान पर आहत होना समझ में आता है. लेकिन तालिबान! तालिबान कट्टरपंथ पर भारत को लेक्चर दे रहा है और ये वो वक़्त है जब प्रलय आ जानी चाहिए और दुनिया के हर इंसाफ पसंद को धरती के अंदर समा जाना चाहिए.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
मदरसों के लिए दानिश की प्लानिंग अच्छी है मगर मुसलमानों की जड़ता का क्या?
मदरसों को लेकर यूपी सरकार के युवा मुस्लिम चेहरे दानिश आजाद अंसारी के प्लान तो अच्छे हैं मगर उस जड़ता और कट्टरपंथ का क्या जो मुसलमानों में विद्यमान है. सवाल है कि क्या अपनी प्लानिंग से मुसलमानों की जड़ता को दूर कर पाएगी योगी सरकार ?