X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
ह्यूमर
| 5-मिनट में पढ़ें
धीरज झा
@dhiru85
PM Modi को 'चिंतामन' की चिट्ठी आई, जिसे पढ़कर सारी चिंताएं छू मंतर!
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi ) के एक फैन 'चिंतामन' ने उन्हें चिट्ठी (Open Letter ) लिखी है और तमाम मुख्य मुद्दों पर अपना समर्थन दिया है. चिट्ठी में चिंतामन ने इस बात का साफ़ जिक्र किया है कि पीएम जो भी कर रहे हैं वो देश हित में है.
ह्यूमर
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
निशिकांत दुबे पर GDP के मन की बात से क्या पिघल पाएंगे पीएम मोदी?
भाजपा सांसद Nishikant Dubey ने जीडीपी को लेकर जो भी कहा है उसके बाद जीडीपी बहुत आहत है. GDP ने PM Narendra Modi को खुली चिट्ठी लिख अपने मन की बात की है और अपना दर्द बयां किया है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
अनुज मौर्या
@anujkumarmaurya87
आर्थिक मंदी का मजाक उड़ाने के बजाय इससे निपटने के तरीके सोचने चाहिए !
पहले निर्मला सीतारमण, फिर पियूष गोयल और अब रविशंकर प्रसाद ने आर्थिक मंदी का मजाक उड़ाया है. मोदी सरकार को अब समझ लेना चाहिए कि ये वक्त आर्थिक मंदी से निपटने के लिए अहम कदम उठाने का है, हंसी-मजाक करने का नहीं.
इकोनॉमी
| बड़ा आर्टिकल
भुवन भास्कर बवाड़ी
@bhuwanbawari
GDP के 1 फीसदी घटने का नौकरी और आमदनी पर असर समझ लीजिए...
अगर देश की जीडीपी 5 फीसदी से बढ़ेगी तो 526 रुपये और 4 फीसदी से बढ़ेगी तो 421 रुपये प्रति व्यक्ति के सालाना आय में वृद्धि होगी. मतलब, एक फीसदी की गिरावट से सालाना 1264 रुपये की आमदनी में कमी आ जाएगी.
इकोनॉमी
| 5-मिनट में पढ़ें
चंद्र प्रकाश
@chandraprakash25
मंदी से डरी दुनिया को चीन के बजाए भारत से उम्मीद
यह पहली बार हुआ है जब यूएन की वर्ल्ड इकोनॉमिक सिचुएशन एंड प्रॉस्पैक्ट्स रिपोर्ट (WESP) में भारत को इतनी उम्मीद से देखा गया है. इसके अनुसार अप्रैल से शुरू होने वाला अगला कारोबारी साल में भारत की विकास दर 7.6 फीसदी होने का अनुमान है.
इकोनॉमी
| 7-मिनट में पढ़ें
राहुल लाल
@rahul.lal.3110
रोजगार विहीन विकास दर
जुलाई 2017 से जुलाई 2018 के बीच काम करने वालों की संख्या में 1.4% की गिरावट आई है. अगस्त में 1.2% की गिरावट है. नवंबर 2017 से ही रोजगार में गिरावट आती जा रही है. सबसे चिंता जनक मामला यह है कि रोजगार में गिरावट तब जारी है, जब लेबर फोर्स बढ़ती जा रही है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
अनुज मौर्या
@anujkumarmaurya87
क्यों मनमोहन सरकार की डबल डिजिट ग्रोथ भी छोटी है मोदी के सामने
कहा जा रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले ही मोदी सरकार की कमेटी ने कांग्रेस को अपनी तारीफ करने का एक मुद्दा दे दिया है. कुछ तो ये भी कह रहे हैं कि मोदी सरकार ने अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है.
इकोनॉमी
| 5-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
आज़ादी से अब तक 2000% गिरा रुपया, आखिर क्यों?
भारत एक समय पर सोने की चिड़िया कहा जाता था. अंग्रेज जब भारत को छोड़कर गए तब भी रुपए 4 प्रति डॉलर के रेट पर था. अब ये 70 रुपए तक पहुंच गया है. इस गिरावट के 7 बड़े पड़ाव हैं.
इकोनॉमी
| 4-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
रुपया गिरकर 70 के नीचे, अब समझिए किस पर कितना असर
रुपए ने 70 रुपए प्रति डॉलर का मार्क छू लिया है और ये रिकॉर्ड है क्योंकि रुपए इतना नीचे कभी नहीं गिरा. इस साल 9 प्रतिशत की कुल गिरावट के साथ रुपए के लिए सबसे खराब साल रहा है.