X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
अंबानी ने दोस्त को 1500 करोड़ का घर दे दिया, अपने साथी पहनने को शर्ट तक नहीं देते
भई वाह.दोस्त हो तो मुकेश अंबानी जैसा। जो दूसरे दोस्त मनोज मोदी को 1500 करोड़ का घर यूं ही गिफ्ट कर दे. इधर एक हमारे दोस्त हैं, जिनसे किसी शादी में पहनने के लिए सूट या कोई बढ़िया फॉर्मल शर्ट मांग लो तो उन्हें मिर्गी के दौरे आने लग जाते हैं. दोस्ती धरी की धरी रह जाती है. मुंह बंद हो जाता है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
कुछ बहुएं घरवालों के हिसाब से ये गलती करती हैं और उनकी नजरों में बुरी बन जाती हैं
बहू को पता है कि अगर वह घर नहीं संभाल पाई तो उसे ही दोष दिया जाएगा. उसी की गलती निकाली जाएगी. इसलिए वह घरवालों का ख्याल रखने में दिन रात एक कर देती है. वह सबके हां में हां मिलाती है. घर का पूरा का काम करती है. यहां तक की घरवालों के हिसाब से अपना पहनावा, खान-पान, रहन-सहन सब बदल देती है. कुछ घरवाले बहू के इतना करने के बाद भी खुश नहीं रहते हैं.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
मां को इन बातों के लिए कभी सॉरी नहीं बोलना चाहिए
मां अपने लिए कुछ करना तो दूर सोचना नहीं जानतीं. उनकी पहचान भी उनके बच्चों के नाम से हो जाती है. कई लोग तो उनका नाम तक नहीं जानते. वे सिर्फ फलाने की बहू, सलाने की पत्नी तो चिंटू की मम्मी कहलाने लगती हैं. ऐसा लगता है कि उनका कोई शौक ही नहीं है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
शादी के बाद किस तरह बदल जाती है लड़कियों की जिंदगी?
शादी के बाद घर की सारी जिम्मेदारी बहू के ऊपर डाल दी जाती है. घर का काम करने और रसोई में खाना बनाने में बुराई नहीं है, लेकिन यह तब उबाऊ हो जाता है सब सब कुछ उस महिला को ही संभालना पड़ता है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
चाहे जो भी हो एक मां को ये 10 बातें अपनी बेटी को नहीं सिखानी चाहिए
जमाना बदल रहा है इसलिए मांओं को भी अपनी सोच बदलनी होगी. आपकी बेटी बाहर जाती है, दोस्तों से मिलती है, कॉलेज जाती है...उसकी भी अपनी एक सोच है, अपना एक नजरिया है. ऐसे अगर आप उससे वही घिसी पिटी पुरानी बातें कहेंगी तो वह आपसे दूर होती जाएगी.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 3-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
रश्मिका मंदाना 'कामवाली बाई' के भी पैर छूती हैं और इसे ही बड़प्पन कहते हैं!
आजकल की इंस्टाग्राम पीढ़ी को रश्मिका मंदाना से कुछ सीखने की जरूरत है. उन्हें समझने की जरूरत है कि सिर्फ फॉलोअर्स बढ़ाने से कुछ नहीं होगा, बल्कि संस्कार को साथ लेकर चलने से ही अपने जड़ों से जुड़ा रहा जा सकता है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
गृहिणी बनना भी अपनी च्वाइस होती है, जानिए ट्रैड वाइफ पर क्यों छिड़ी है बहस?
हमारे समाज में घर संभालना छोटी बात क्यों मानी जाती है? क्या आपने कभी हाउसवाइफ का इसलिए सम्मान होते देखा है, क्योंकि उसने घर को बड़े ही करीने से संभाला है. लोगों को यह क्यों समझ नहीं आता कि जरूरी नहीं है कि हर महिला को बाहर काम करना ही पसंद हो. घर को मैनेज करना किसी कंपनी को मैनेज करने से आसान काम थोड़ी है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
स्वरा भास्कर के आंसू 'नकली' बताने वाले आखिर क्या दलील देना चाहते हैं?
स्वरा भास्कर की शादी उनकी मर्जी से हुई है. वे अपने नियम खुद बनाती हैं. वे पहले से भी घर से दूर ही रहती थीं. विदाई के टाइम पर इमोशनल होना अलग बात है और इस तरह स्वरा का रोना अलग. वे कौन सा शादी करके पराई हो गई हैं. उनकी लाइफ आम लड़कियों से काफी अलग है. उन्हें किसी बात की मनाही नही है जबकि आम लड़कियों को शादी के बाद माता-पिता से मिलने के लिए भी परमिशन लेनी पड़ती है. कहने का मतलब यह है कि जिन बातों के कारण लड़की विदाई के समय रोती हैं वो स्वरा के मामले में नहीं दिखता है...
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 2-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
ज्यादा बोलने वाली बहू को ससुराल में इज्जत नहीं ताना क्यों मिलता है?
बहू अगर स्मार्ट है, माडर्न है, पढ़ी लिखी है और अपनी बात रखना जानती है तो उसके बारे में कहा जाता है कि बड़ी तेज है बेचकर खा जाएगी.