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सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
ब्रजेश
मोदी सरकार के 9 साल: आर्थिक विकास की लंबी छलांग के बाद भी कुछ बड़ी चुनौतियां
भारत के आधे लोग इस साल के अंत तक 30 वर्ष से कम आयु के होंगे. जनसांख्यिकीय लाभांश के लिए हमे दीर्घकालिक निवेश की जरुरत है जो महिलाओं और युवाओं के बीच उच्च बेरोजगारी का समाधान करे. भारत बड़े बदलाव के मुहाने पर है. वैश्विक अनिश्चितताओं के इस अशांत समय में पूरी दुनिया भारत की ओर बड़ी उम्मीद से देख रही है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
प्रकाश कुमार जैन
मुफ्त की रेवड़ियां बांटने से आर्थिक अनुशासन की अनदेखी हो रही है!
कर्नाटक में महिलाएं बसों में टिकट खरीदने से मना कर रही हैं. लोगों ने बिजली बिल देना बंद कर दिया है. फिर रेवड़ियों की घोषणा कर लागू ना करें तो भई चुनाव तो हमारे देश में हर साल होते हैं. और एक बार विश्वास तोड़ा नहीं कि जनता दोबारा विश्वास नहीं करती. सो गजब का दुष्चक्र निर्मित हो गया है.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
कर्नाटक चुनाव : क्या बीजेपी बाजीगर कहलाएगी ?
'हार कर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं' और यदि ऐसा हुआ तो मोदी वाकई बाजीगर हैं. एक सुनिश्चित जीत कैसे संभावित हार में तब्दील हो जाती है, कर्नाटक चुनाव का यही दर्शन है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
कांग्रेस मेनिफेस्टो में 'बजरंग दल बैन' की बात थी, पीएम मोदी ने बजरंगबली तक पहुंचा दी!
चुनावों से पहले तिल को ताड़ कैसे किया जाता है कर्नाटक के होसपेट में रैली में आई हुई जनता उस वक़्त समझी, जब प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है. जबकि पीएफआई के साथ कांग्रेस ने बजरंगदल पर प्रतिबंध लगाने की बात अपने मेनिफेस्टो में की थी.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
संदीप यादव
@sandyart22
UP Elections 2022: राजनीतिक पार्टियों के घोषणा पत्र और बदहाल कलाकार...
लोक कला और लोककलाकारों की आर्थिक सामाजिक स्थिति पर पता नहीं क्या योजनाएं हैं? हैं भी तो कितनी उन तक पहुंच रही है ? कला और कलाकारों का उद्धार ऐसा थोड़े ही होगा? सुदूर गांव में बैठे लोककलाकारों के लिए कोई राजनीतिक पार्टी कुछ नहीं सोच समझ पाती. बड़े बड़े कलाकारों लेखकों के घर बिक गये. समय पर इलाज़ नहीं मिल सका.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
प्रियंका गांधी ने खुद को सीएम फेस घोषित कर दिया, किसी और कांग्रेस महासचिव में हिम्मत होती?
जब प्रियंका गांधी से पूछा गया कि यूपी में कांग्रेस का सीएम फेस कौन होगा, तो उन्होंने जवाब दिया कि क्या आपको मेरे सिवाय कोई चेहरा दिखता है. इस जवाब ने सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसों को सकते में डाल दिया होगा. दोनों ने अपने दम पर कांग्रेस को जीत दिलाई थी, लेकिन सीएम किसी और को बना दिया गया.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
UP Congress Manifesto: 'भर्ती विधान' की 10 खास बातें...
कांग्रेस ने 'भर्ती विधान' नाम से अपना घोषणापत्र जारी कर ही दिया है, ऐसे में माना यही जा रहा है कि ये घोषणापत्र कांग्रेस के लिए ट्रम्प कार्ड साबित हो सकता है. इसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा और शायद इसके बल पर यूपी में कांग्रेस की सीटों में भी इजाफा देखने को मिले. आइये नजर डालें कांग्रेस के भर्ती विधान की उन 10 बड़ी बातों पर जो आने वाले वक्त में कांग्रेस पार्टी की सीरत औरसूरत दोनों ही बदल सकती हैं.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
प्रियंका गांधी मौका गंवा चुकी हैं, महिलाओं के लिए घोषणा पत्र से राह आसान नहीं होगी
प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने कांग्रेस (Congress) के चुनावी कैंपेन को पूरी तरह 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' के अपने नारे पर केंद्रित कर दिया है. उनका घोषणा पत्र भी इसी मिशन को आगे बढ़ाता है. लेकिन, एन चुनाव के समय ये सब करना सिर्फ चुनाव प्रचार ही लगता है. क्या महिला वोटर इस मुद्दे पर भरोसा करेंगी?
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
सोनू सूद से सौ फीसदी सहमति- वादे पूरे नहीं तो इस्तीफा दें नेता, क्या वे खुद बनेंगे नेता?
सोनू ने नेताओं द्वारा जारी किए जाने वाले मेनिफेस्टो के मद्देनजर मन की बात की है और इस बात को प्रमुखता से बल दिया है कि अगर मेनिफेस्टो में किए वादे पूरे न हो पाएं तो नेताओं को इस्तीफा दे देना चाहिए. ऐसे में सवाल ये भी है कि क्या आने वाले वक़्त में हम सोनू को राजनीति में देख सकते हैं?