X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सोशल मीडिया
| 7-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
बिरयानी सिर्फ इमोशन है, कहीं की भी हो, कैसी हो!
बिरयानी के कारण फेसबुकऔर ट्विटर पर महिलाओं को आलसी कह दिया गया. जिन्हें लगता है कि उन्हें बिरयानी को घेरने का मौका मिल गया है, वे जान लें बिरयानी का अर्थ चावल, खड़े मसालों को मीट डालकर घी मिले पानी में उबाल देना नहीं है. बिरयानी एक इमोशन है. इसमें हमें कला और साहित्य जैसा अनूठा संगम दिखाई देता है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
लोकेन्द्र सिंह राजपूत
@5745259062180641
‘स्व’ के आधार पर छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्थापित किया ‘हिन्दवी स्वराज्य’!
राज्य संचालन के अन्य क्षेत्रों में भी शिवाजी महाराज ने ‘स्व’ की भावना के आधार पर व्यवस्थाएं बनायीं. स्वराज्य की अपनी मुद्रा होनी चाहिए इसलिए महाराज ने मुगलों द्वारा चलाई गई मुद्रा बंद करके सोने और तांबे के नये सिक्के जारी किए थे. शिवाजी ने बड़े आर्थिक व्यवहार के लिए स्वर्ण मुद्रा बनवायी, जिसे ‘होन’ नाम दिया गया. जबकि सामान्य आर्थिक व्यवहार के लिए तांबे की मुद्रा बनवायी गई, इस ताम्र मुद्रा को ‘शिवराई’ कहा गया.
सिनेमा
| 6-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
Taj Divided By Blood: ओवर द टॉप मुगलिया सल्तनत की करतूत सामने आनी ही थी
मुग़ल सल्तनत को लेकर तमाम किवदंतियां निःसंदेह बादशाह अकबर और शहजादे सलीम के मध्य की तनातनियों की ओर इशारा करती हैं और शायद इन्हीं को आधार बनाकर मेकर ने एक अलग ही किवंदती गढ़ दी है दोनों के बीच की कटुता का चित्रण करने के लिए. लेकिन नसीरुद्दीन शाह का बादशाह अकबर के किरदार में होना ही सीरीज को कमजोर कर देता है.
सिनेमा
| 5-मिनट में पढ़ें
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
Taj Divided By Blood Review: जानिए नसीरुद्दीन शाह की नई वेब सीरीज कैसी है?
Taj Divided By Blood Web series Review in Hindi: नसीरुद्दीन शाह, अदिति राव हैदरी और आशिम गुलाटी स्टारर वेब सीरीज 'ताज डिवाइडेड बाय ब्लड' ओटीटी प्लेटफॉर्म Zee5 पर स्ट्रीम हो चुकी है. मुगल साम्राज्य के विस्तार पर बनी इस सीरीज में प्यार, वासना, नशा, राजनीति, कूटनीति, धोखा सहित हर रंग देखने को मिलता है.
सिनेमा
| 5-मिनट में पढ़ें
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
मुगलों से सहानुभूति रखने वाले नसीरुद्दीन शाह को बाबर और औरंगजेब का इतिहास जान लेना चाहिए!
नसीरुद्दीन शाह का कहना है कि हमें मुगलों का महिमामंडन नहीं करना चाहिए लेकिन उन्हें बदनाम करने की भी जरूरत नहीं है. मुगल तैमूर और नादिर शाह की तरह आक्रमणकारी नहीं थे. मुगल भारत को अपना घर बनाने आए थे. यदि मुगल इतने ही गलत हैं तो उनके बनाए ताजमहल, लाल किला और कुतुब मीनार को लोगों ने गिरा नहीं दिया होता.
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
श्वेत कुमार सिन्हा
@409932558004725
हाथों में गुलाब पकड़े प्रेम चतुर्दशी का प्रेममयी पदार्पण हो चुका है!
14 फरवरी नज़दीक आने को है और गुलाब अपनी ख़ुशबू से सबों को राग-द्वेश त्यागकर प्रेमराग फैलाने का संदेश दे रहा है. चाहे शाहजहां हो या दशरथ मांझी, प्रेम के इस पवित्र सप्ताह में फूहड़पन को त्यागकर आइए प्यार की इन प्रतिमूर्ति को याद करें और समूचे संसार के समक्ष एक ऐसा उदाहरण पेश करें जो आने वाली नस्लो के लिए एक मिसाल बनकर सामने आए.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
सुशोभित सक्तावत
@sushobhit.saktawat
मुग़ल राज खत्म करने वाले अंग्रेजों ने क्यों बनवाया था मुग़ल गार्डन, जानिए बागों की परंपरा को...
1911 में फिरंगियों ने रायसीना हिल पर आलीशान वाइसरॉय हाउस बनाया, जो अब राष्ट्रपति भवन कहलाता है. तत्कालीन वाइसरॉय हार्डिंग साहब की मेमसाब को गार्डन-आर्किटेक्चर का बड़ा शौक़ था. यह लेडी हार्डिंग का ही प्रभाव था कि लुटियन्स साहब ने वाइसरॉय हाउस के गार्डन को चारबाग़ शैली में बनाने का फ़ैसला लिया और उसे नाम दिया- 'मुग़ल गार्डन'. क्योंकि वह मुग़ल शैली का बाग़ था.
सियासत
| 2-मिनट में पढ़ें
कौशलेंद्र प्रताप सिंह
@2342512585887517
सत्ता के लिए पुरखों को गाली देना, गांधी को अपशब्द कहना कहां का न्याय है?
शासन के लिए पूर्वजों को अपशब्द कहना न्याय सांगत नहीं है. सत्ता में रहने के लिए उस जमाने के राजाओं से बद्दतर आज का वर्तमान है. सत्ता का अपना चरित्र होता है. सरकार चाहे किसी की हो उसका स्वरूप ऐसे ही होता है.
सिनेमा
| 2-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
आदिपुरुष में रावण को 'रावणुद्दीन' बनाने का श्रेय कौन लेगा?
फिल्म आदिपुरुष (Adipurush) के टीजर को देखने के बाद सोशल मीडिया पर रावण (Ravan) का किरदार निभा रहे सैफ अली खान (Saif Ali Khan) के लुक और भाव-भंगिमाओं की तुलना किसी क्रूर मुगल या तुर्क शासकों से की जा रही हैं. जैसा कि उन्हें तुर्की की वेब सीरीज में दिखाया जाता है. यहां अहम सवाल ये है कि आदिपुरुष में रावण को 'रावणुद्दीन' बनाने का श्रेय कौन लेगा?