X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सोशल मीडिया
| 3-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
बुर्के के साथ एंट्री, लेकिन चूड़ी-पायल-झुमके की मनाही! असली सेकुलरिज्म यही है
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जो बीते रविवार को हुई तेलंगाना (Telangana) राज्य लोक सेवा आयोग की ग्रुप 1 की प्रारंभिक परीक्षा का है. वीडियो में एक परीक्षा केंद्र पर बुर्का (Burqa) पहने हुए एक महिला को आसानी से एंट्री दी जा रही है. वहीं, कुछ महिलाओं को परीक्षा केंद्र में घुसने से पहले खुद ही अपनी चूड़ियां तोड़ते, पायल और झुमके उतारते देखा जा सकता है.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
हिमांशु सिंह
@100000682426551
हिन्दू धर्म अपनाकर जितेन्द्र नारायण त्यागी ने वन-वे ट्रैफिक का नियम तोड़ा है!
जितेन्द्र नारायाण त्यागी उर्फ़ वसीम रिज़वी पढ़े-लिखे विवेकवान व्यक्ति हैं. लेखक और विचारक हैं. उनके निजी फैसले का सम्मान भी वैसे ही किया जाना चाहिए जैसे सैकड़ों सालों से 'स्वेच्छा' से इस्लाम अपनाने वालों के 'निजी' फैसलों का सम्मान किया जाता रहा है.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
'मजहबी मान्यता' की आड़ में कोविड वैक्सीन न लगवाने वाले शिक्षक सुपर-स्प्रेडर न बन जाएं!
केरल (Kerala) के मुस्लिम धर्म के कुछ सौ नहीं बल्कि, करीब 5000 शिक्षकों और नॉन-टीचिंग स्टाफ (Muslim Teachers) ने कोविड वैक्सीन लगवाने से इनकार कर दिया है. इन तमाम लोगों ने मुस्लिम धर्म की मान्यताओं और खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कोरोना टीकाकरण (Covid Vaccine) से किनारा कर लिया है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
'बिच्छू, राम मंदिर, अब्बा जान' के साथ योगी आदित्यनाथ अपने 'काम' पर लग चुके हैं!
ये बात पहले से ही तय मानी जा रही थी कि भाजपा की ओर से इस बार यूपी चुनाव (UP Election 2022) में तालिबान, राम मंदिर, अब्बा जान जैसे शब्दों का ही बोलबाला रहेगा. खैर, योगी आदित्यनाथ के तीखे बयानों की लिस्ट ने इस बात पर मुहर भी लगा दी है. जिलों के दौरों पर निकले सीएम योगी ने अपने पुराने सियासी हथियारों को फिर से निकालकर चुनावी पिच पर बैटिंग करनी शुरू कर दी है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
यूपी में ओवैसी सिर्फ हैडलाइन लेने आए हैं, वोट नहीं! मुख़्तार वाली बात ने सिद्ध किया
यूपी में हिंदू मुस्लिम की राजनीती और मुस्लिम तुष्टिकरण कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने वाले ओवैसी की तरफ से माफिया विधायक मुख़्तार अंसारी को लेकर जो बातें कहीं गयीं हैं उनसे इतना तो साफ हो गया है कि यूपी में ओवैसी मीडिया की हेडलाइन लेने आएं हैं, वोट नहीं.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
अनु रॉय
@anu.roy.31
West Bengal Election Results : हार-जीत होती रहेगी, देश बचा रहना चाहिए बस!
अब बहुत हो गया. बंगाल के किले पर जीत का ध्वज बुलंद हो या न हो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना की इस दूसरी लहर के दौर में आगे आना चाहिए और वो तमाम प्रयास करने चाहिए जिनके बल पर एक महामारी के रूप में हम कोरोना को परास्त कर सकें.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
प्रशांत किशोर की ऑडियो लीक तो BJP की जीत वाला आपिनियन पोल बन गई!
पश्चिम बंगाल में भाजपा के खिलाफ 'खेला होबे' का नारा देने वाली तृणमूल कांग्रेस मुखिया के साथ ही 'खेला' होने लगा है. पहले ममता बनर्जी की भाजपा कार्यकर्ता के साथ ऑडियो वायरल हुई और अब चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की पत्रकारों के साथ क्लबहाउस चैट लीक हो गई.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
'दीदी' के लेटर ने पश्चिम बंगाल के चुनावी नतीजों को लेकर उनका डर जाहिर कर दिया है!
पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण का मतदान खत्म हो चुका है. छुटपुट घटनाओं को छोड़ दें, तो चुनाव काफी शांतिपूर्ण तरीके से हो रहा है. ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले में लगी 'चोट' भी अब धीरे-धीरे सही हो रही है. इस चोट से उन्हें जितना फायदा मिलने की उम्मीद की जा रही थी, तृणमूल कांग्रेस को वो मिलता नहीं दिखा.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
आखिर ममता बनर्जी को अपना गोत्र बताने की जरूरत क्यों पड़ गई!
ममता बनर्जी ने एक तीर से दो निशाने लगाने की कोशिश की है, लेकिन वह सीधे तौर पर भाजपा की रणनीति में फंसती नजर आ रही हैं. जो गलतियां अन्य राज्यों में भाजपा के विरोधी दलों ने की हैं, टीएमसी मुखिया भी उन्ही गलतियों को दोहरा रही हैं.