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सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
छापे और सियासत: एनडीटीवी और मोदी का टकराव पुराना
यदि कोई ये समझ रहा है कि मोदी के सरकार बनाने के बाद से उनका एनडीटीवी से टकराव हुआ तो वे अपने फैक्ट दुरुस्त कर लें.
सोशल मीडिया
| 4-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
वायरल ट्वीट्स : प्रणय रॉय का असली नाम 'परवेज राजा'!
एनडीटीवी के मालिक प्रणय रॉय के घर CBI का छापा पड़ा तो सोशल मीडिया पर NDTV ट्रेंड करने लगा. लोगों ने तरह-तरह की जानकारियां दीं और सोशल मीडिया इनसे भर गया.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
अभिरंजन कुमार
@abhiranjan.kumar.161
एनडीटीवी प्रसंग : एक चैनल, एक अखबार या एक मालिक पूरा मीडिया नहीं
मीडिया फ्रीडम को किसी भी लोकतंत्र की आत्मा कहा जा सकता है. लेकिन किसी एक चैनल, एक अखबार, एक पत्रकार या एक मालिक को मीडिया नहीं कह सकते.
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
प्रो. सीपी सिंह
@cpsinghji
एनडीटीवी के नाम एक खुला पत्र
एनडीटीवी इंडिया के प्रसारण पर चौबीस घंटे के प्रतिबंध के बाद कई सवाल उठ खड़े हुए हैं. भारतीय टीवी उद्योग और दर्शकों के प्रति एक समाचार चैनल की जिम्मेदारी को देखते हुए इन सवालों के जवाब आप से और उन सभी लोगों से अपेक्षित है, जो इस प्रतिबंध के खिलाफ या पक्ष में हो हल्ला मचा रहे हैं.
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
पीयूष द्विवेदी
@piyush.dwiwedi
ये मीडिया पर प्रतिबन्ध नहीं, सिर्फ एक 'दोषी' को 'दंड' है!
किसी चैनल की सिर्फ बोलने और सवाल पूछने की जिम्मेदारी नहीं जवाब देने की भी होती है. पठानकोट हमले के समय एनडीटीवी की रिपोर्टिंग में तथ्यों को और अधिक खोलकर प्रस्तुत किया गया था और यही कारण है कि इसपर बैन लगा.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
अरविंद मिश्रा
@arvind.mishra.505523
एनडीटीवी पर एक दिन का बैन: पर ये हंगामा क्यों है बरपा?
आपातकाल के काले दिनों के बाद जब प्रेस को बेड़ियों से जकड़ दिया गया था, उसके बाद से एनडीटीवी पर इस तरह की कार्रवाई अपने आप में असाधारण घटना है.
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
शुभम गुप्ता
@shubham.gupta.5667
क्या ये विवादास्पद रिपोर्टिंग बैन करने लायक है?
पठानकोट एयर बेस पर आतंकी हमले के एक दिन बाद इलाके में सेना का ऑपरेशन चल रहा था तब NDTV इंडिया ने लगातार तीन दिन तक इस इलाके से रिपोर्टिंग की थी. देखिए वो वीडियो जो हो सकता है चैनल बैन का कारण.