X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
अयुष अग्रवाल
केदारनाथ त्रासदी के एक दशक: भयंकर तबाही के निशान अभी भी बाकी है!
Kedarnath Disaster: केदारनाथ आपदा को दस वर्ष का समय पूरा हो गया है. इसके बावजूद आज भी वहां भयावह आपदा के कई निशान मौजूद है. देवभूमि में इस आपदा के दुष्प्रभावों को खत्म करने के विभिन्न प्रयास किये गए है लेकिन अभी भी देवभूमि पर खतरा मंडरा रहा है.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
रमेश ठाकुर
@ramesh.thakur.7399
किसानों की कैसे हो कुदरत के कहर से बर्बाद हुई फसल की भरपाई?
बीते लगातार कुछ वर्षों से बेमौसम बारिश ने समूचे देश में कहर बरपाया हुआ है. बेमौसम बारिश तभी होती है, जब किसानों की फसलें खेतों में अधकची लहलहाती होती हैं. लगता है खेतीबाड़ी को किसी की नजर लग गई. क्योंकि फसलें खेतों में जब पककर खड़ी होती है. तभी, कुदरत का रौद्र रूप उन्हें उजाड़ देता है.
सियासत
| 2-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
बारिश में भीगते राहुल गांधी केवल भाषण दे रहे हैं, जनता जुड़े तो कैसे?
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की 'भारत जोड़ो यात्रा' (Bharat Jodo Yatra) कर्नाटक के मैसूर पहुंची. तो, अचानक हुई बारिश (Rain) में राहुल गांधी ने भीगते हुए जनसभा को संबोधित किया. जिस पर तमाम कांग्रेसीजन सोशल मीडिया पर राहुल की इस मुद्रा पर लहालोट नजर आ रहे हैं. लेकिन, अहम सवाल ये है कि 'भारत जोड़ो यात्रा' पर निकले राहुल गांधी केवल भाषण दे रहे हैं. तो, जनता उनसे कैसे जुड़े?
सोशल मीडिया
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
ट्रैफिक जाम में गर्लफ्रेंड मिले जो बाद में बीवी बने तो ऐसे जाम से अच्छा कुछ नहीं!
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुआ है. जिसके अनुसार एक व्यक्ति बेंगलुरु में ट्रैफिक में फंसा, जहां उसे अपनी गर्ल फ्रेंड मिली. जिससे उसने बाद में शादी की. यदि ऐसा है तो इस किस्से को सुनकर कहा यही जाएगा कि, अगर जाम में प्यार मिल रहा है तो फिर ऐसे जाम से बेहतर कुछ भी नहीं.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
Akash Singh
@1085985232327365
इलाहाबाद के वो 'हरियाली गुरु' जो रक्षाबंधन पर पेड़ों को रक्षासूत्र बांधते हैं !
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉक्टर एनबी सिंह, हर रक्षाबंधन पर पेड़ पौधों को रक्षासूत्र बांधते हैं और वर्ष भर उनके सुरक्षा के लिए संकल्पित रहते हैं. प्रोफेसर साहब ने अब तक एक लाख से अधिक पौधें लगाए हैं.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
बारिश होने पर आपको क्या याद आता है?
बारिश को देखकर चाय की टपरी पर बैठी वह लड़की याद आती है या फिर वह पॉवर कट...क्योंकि हमारे यहां तो बारिश होते ही सबसे बिजली गुल हो जाती है...
ह्यूमर
| 3-मिनट में पढ़ें
रीवा सिंह
@riwadivya
ज़रा-सी बारिश और दिल्ली का बावर्ची बन खाने पर अत्याचार करना अलग किस्म का गुनाह है!
दिल्ली में बारिश का होना भर था. वो पब्लिक जो बीते कई दिन से भीषण गर्मी की मार झेल रही थी बड़ी राहत महसूस कर रही है. ऐसे में जैसे ही हम सोशल मीडिया का रुख करते हैं तो वहां एक अलग ही तरह का नजारा है और हर आदमी शेफ बना हुआ है जो कई तरह की अतरंगी डिशेज के अविष्कार में अपनी ऊर्जा खंपा रहा है.
ह्यूमर
| 6-मिनट में पढ़ें
सिद्धार्थ अरोड़ा 'सहर'
@siddhartarora2812
Roy Sullivan वो जिससे बादल और बिजली ने मौज खूब ली फिर अगली बार के लिए जिंदा छोड़ा!
जीवन है तो मुसीबतें हैं. लेकिन हमारे बीच ऐसे तमाम लोग हैं. जिनपर जब मुसीबत आती है तो वो उसे झेल नहीं पाते और फिर निराश होते हैं और टूट जाते हैं. ऐसे लोगों को Roy Sullivan के बारे में जरूर जानना चाहिए, रॉय की कहानी जहां हंसाती है.. तो वहीं ये भी बताती है कि मुसीबतें आएंगी लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि इंसान को ज़िन्दगी जीनी छोड़ देनी चाहिए.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
मच्छर क्यों कुछ लोगों को दूसरों से ज्यादा काटते हैं, ये है वैज्ञानिक कारण...
यह सच है कि कुछ लोगों को मच्छर दूसरों की तुलना में ज्यादा काटते हैं. अमेरिका की पब्लिक लाइब्रेरी ऑफ साइंस की रिपोर्ट के अनुसार, मच्छरों का काटना व्यक्ति की जींस पर निर्भर करता है. हम आपको कुछ वैज्ञानिक कारण बता रहे हैं.