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समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल बने इंडिया में रहकर और अब चल दिए विदेश बसने !
वजहें बिज़नेस की लिगलिटी हो सकती है, पर्सनल लाइफ में लोगों की ताका झांकी भी हो सकती है और संभावित प्रवासी का सेक्सुअल ओरिएंटेशन भी हो सकता है. चूंकि अब सुपर रिच है, वह अन्य प्राथमिकताओं के लिए फॉरेन सिटी में बसना अफ़ोर्ड कर सकता है.
इकोनॉमी
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
हिंडनबर्ग रिसर्च ने किधर हिंडा दे दिया अडानी को?
Hindenburg Research Report: अडानी समूह 24 जनवरी के दिन को काला दिवस के रूप में ही याद करेगा. ये काली रिपोर्ट आई ठीक तीन दिन पहले, 27 जनवरी को अब तक का सबसे बड़ा बीस हजार करोड़ रुपए का एफपीओ यानी शेयरों का द्वितीय इशू जो जारी हुआ है.
सोशल मीडिया
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
फैक्ट चेकर जुबैर के 'नोबेल नामांकन' की खबर का फैक्ट चेक
फैक्ट चेकर वेबसाइट आल्ट न्यूज के फाउंडर मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) और प्रतीक सिन्हा (Pratik Sinha) को 'नोबेल शांति पुरस्कार' (Nobel Peace Prize) मिलने की 'संभावना' वाली खबर चर्चा में है. एक तबका तो इतना खुश है मानो नोबेल ही मिल गया हो, हकीकत ये है कि इससे बड़ी बे सिर-पैर की खबर नहीं हो सकती. आइये पड़ताल करते हैं...
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
क्या फाइजर की कोरोना वैक्सीन ने किया गर्भ में पल रहे बच्चों का 'नरसंहार'?
डॉ. नाओमी वुल्फ ने एक टीवी कार्यक्रम में अपने एनालिसिस के हवाले से दावा किया कि फाइजर (Pfizer) की कोराना वैक्सीन (Corona Vaccine) के ट्रायल के दौरान 44 फीसदी गर्भवती महिलाओं का गर्भपात हुआ. जिस दिन ये दावे किए गए उसी दिन फाइजर के सीईओ अल्बर्ट बोर्ला कोरोना पॉजिटिव हुए. और, फाइजर वैक्सीन के फायदों को गिनाते हुए एक लंबा-चौड़ा बयान जारी किया.
समाज
| बड़ा आर्टिकल
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
निजता के अधिकार की पूर्णता के लिए ही 'राइट टू बी फॉरगॉटन' है!
न्यायालय ने सोशल मीडिया की जटिलताओं का जिक्र करते हुए इसे मानवता के लिए एक चुनौती बताया. गूगल बाबा तो महान है, सब कुछ बता जो देते हैं. भले ही प्रमाणित हो या नहीं हो! बाबा चाहें तो किसी चोर को साहूकार बता दें और किसी साहूकार को चोर.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
Covid-19 Death: WHO की रिपोर्ट पर भारत क्यों खड़े कर रहा है सवाल?
भारत में कोरोना (Corona) के प्रकोप से अब तक 5.22 लाख से ज्यादा लोगों की मौत (Death) हो चुकी है. लेकिन, हाल ही में अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO कोरोना से हुई मौतों के 'सही आंकड़े' दुनिया के सामने लाना चाहता है. लेकिन, भारत इस रिपोर्ट पर अड़ंगा लगा रहा है.
ह्यूमर
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
रेलवे लॉस पर ऐसे तर्क! CAG वाले जान लें पीयूष गोयल के पास हर मर्ज की दवा है
Indian Railway के घाटे पर जिस तरह कर्मचारियों के कंधे पर रखकर रेल मंत्री Piyush Goyal ने बंदूक चलाई है CAG से जुड़े लोग भी सोच रहे होंगे उन्होंने गलत आदमी से पंगा ले लिया. इसके पास तो हर मर्ज की दवा है.
इकोनॉमी
| 7-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
नौकरी के मुद्दे पर संतोष गंगवार सही हैं, और ये मोदी सरकार की नाकामी है
नौकरी के लिए स्किल का मुद्दा उठाकर भले ही केंद्रीय राज्यमंत्री संतोष गंगवार आलोचना का शिकार हो रहे हों. मगर अपनी बात के जरिये उन्होंने एक साथ देश के कई अलग अलग मंत्रालयों की पोल खोल दी है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
पारुल चंद्रा
@parulchandraa
चुनाव आयोग की रिपोर्ट ने मोदी बायोपिक की सच्चाई सामने ला दी है
चुनाव आयोग का कहना है कि मोदी बायोपिक में नरेंद्र मोदी के चरित्र को इस तरह फिल्माया गया है कि अगर ये 19 मई से पहले रिलीज़ की गई तो ये चुनावी संतुलन को इस विशेष राजनीतिक दल की तरफ झुका सकती है.