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कमलेश सिंह
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कमलेश सिंह
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भोपाल के गोपाल का अंडा-अलर्ट!
मध्यप्रदेश की सरकार ने मिड-डे मील में अंडा परोसने की अनुमति क्या दी, बवाल हो गया. भोपाल के भाजपाई गोपाल भार्गव ने प्रलय की आशंका जता दी है. कह दिया कि अंडा खाने वाले बच्चे नरभक्षी बन जाएंगे.
सियासत
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कमलेश सिंह
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सब माया है : मायावती के भतीजे ही उनके वारिस हैं, इसमें इतना क्या घबराना ?
मायावती अपनी विरासत अपने भतीजे आकाश आनंद के हवाले कर रही हैं. ऐसे में हमें बिल्कुल भी विचलित नहीं होना चाहिए. ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि देश की राजनीति में हम ऐसा कुछ पहली बार देख रहे हैं.
सियासत
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कमलेश सिंह
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राहुल गांधी की CWC वैसी ही है मानो विराट कोहली की कप्तानी में 90 के दशक वाली टीम!
राहुल गांधी अगर वाकई चाहते हैं कि कांग्रेस सिर्फ एक भूली-बिसरी याद बनकर न रह जाए, तो उन्हें अपने इस्तीफे के बारे में फिर से सोचना चाहिए. बल्कि उन्हें तो कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) को ही पार्टी से बाहर निकाल देना चाहिए.
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पद्मावती के विरोध की आड़ में कत्ल, भयानक शुरूआत हो चुकी है
नाहरगढ़ किले में मिली लाश आत्महत्या नहीं हत्या का मामला है. पद्मावती के नाम पर सिर्फ भ्रम फैलाया गया था जिसकी तस्वीर अब साफ हो चुकी है. इस साजिश को अब क्या कहेंगे ?
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जब एक गाय ने मेरी फीकी दिवाली में खुशियां भर दी...
यदि आप दुख की गहराई से बाहर आना चाहते हैं तो इशारा ही काफी है. क्योंकि बुरे अनुभव को भुला देने की इच्छा और खुश रहने की कामना ज्यादा ताकतवर भावना होती है.
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कमलेश सिंह
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गोरखपुर शहर नहीं है दिमागी बुखार है, उतर जाएगा
बच्चों को थोक में मरना पड़ता है हमारी खुदरा संवेदनाओं को जागने के लिए. आप जब ये पढ़ रहे हैं, बच्चे देश के सुदूर अस्पतालों में मर रहे हैं, कहीं अभाव से, कहीं इलाज से. खबर नहीं तो असर नहीं.
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कमलेश सिंह
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मातम मनाने की कोई ज़रूरत नहीं, वो तुम्हारे ताऊ नहीं हैं
काबिलों की उस जमात को ऐसा क्यों लगता है कि उन्हें धकिया दिया गया और वे कहीं के नहीं रहे. उनके चश्मे ने दिखाया तो वही जो वे देखना चाहते थे. वैसे भी उनके चश्मे पर एंटी-ग्लेयर की खास परत चढ़ी हुई है.
सियासत
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कमलेश सिंह
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सरकार को आपका पैसा चाहिए और अभी चाहिए
क्या आप टैक्स से परेशान हैं. जाहिर है, होंगे. यह जानते हुए भी कि सरकार हमें लूट रही है, प्रति वर्ष टैक्स अदा करना ही पड़ता है. क्योंकि हम एक आम आदमी हैं. यदि खास आदमी होते तो पनामा, मॉरिशियस, सिंगापुर जेैसे अनेक टैक्स हैवन हमारी इस परेशानी को दूर कर देते.
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कमलेश सिंह
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महिलाओं के लिए क्यों फिजूल है शनि मंदिर में प्रवेश की लड़ाई
अगर महिलाएं सच में समानता और मुक्ति की चाह रखती हैं, तो उन्हें धार्मिक तानाशाही के खिलाफ खड़े होना होगा, पूजा के अधिकार की यह लड़ाई नकली लड़ाई है. धार्मिक अधिकार की यह मांग सिर्फ इस बात की पुष्टि करता है कि धर्म महत्वूपर्ण है.
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कमलेश सिंह
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सीबीआई के इस छापे में जीत केजरीवाल की
अरविंद केजरीवाल राजनीति में नए नहीं हैं. वह हमेशा से एक्टिविस्ट की खाल में छिपे एक ऐसे राजनीतिज्ञ रहे हैं जिसे विरोधी से मौका मिलने पर भरपूर फायदा उठाना आता है. पहले शकूर बस्ती में बुलडोजर मामला फिर सीएम ऑफिस में सीबीआई का छापा...जीत केजरीवाल की ही है.
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कमलेश सिंह
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दादरी की घटना भीड़ का न्याय थी, धर्म ने इसे डरावना बना दिया
भीड़ की न्याय वाली मानसिकता ही सांप्रदायिक दंगों का कारण होती है. भीड़ के साथ कुछ नहीं हो सकता क्योंकि इसका कोई चेहरा नहीं होता.
सियासत
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कमलेश सिंह
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हार्दिक की बात पर गौर कीजिए, उन्हें कोटे से ज़्यादा चाहिए
आज अनुभवी भी नहीं जानते कि इस बाहरी व्यक्ति से कैसे निपटें, जो गुजरात के ताकतवर पाटीदारों के लिए आरक्षण का इस्तेमाल खुद को मैदान में उतारने के लिए कर रहा है.