क्या महाशक्ति अमेरिका क्या ब्राजील, इटली, फ्रांस पूरी दुनिया कोविड 19 के सामने बेबस और लाचार है. भारत का हाल भी किसी से छिपा नहीं है. भारत में कोविड की इस दूसरी लहर में लोग जहां एक तरफ इलाज और ऑक्सीजन के आभाव में मर रहे हैं. तो वहीं इन दिनों कोविड के संक्रमण को रोकने के लिए जिन दवाओं को डॉक्टर अपने अपने पर्चों पर लिख रहे हैं उसे पाना देश के आम और खास दोनों के लिए अपने में टेढ़ी खीर है जिसने परिस्थितियों को और ज्यादा जटिल कर दिया है. दिलचस्प ये भी है कि कोविड के नाम पर जो संजीवनियां चिकित्सकों द्वारा प्रिस्क्रिप्शन पर लिखी जा रही हैं उनका कोविड से कोई लेना देना नहीं है. मनोविज्ञान में एक टर्म है ट्रायल और एरर देश में बस उसी को अमली जामा पहनाया जा रहा है. इन परिस्थितियों में देश में ऐसे भी लोग हैं जो न केवल सरकार और सिस्टम को चुनौती दे रहे हैं बल्कि उससे सवाल भी कर रहे हैं. ऐसे ही लोगों में शुमार है एक्टर सोनू सूद का जिन्होंने कुछ सवाल किये हैं और सच में ये सवाल वाक़ई बड़े तीखे हैं.
सोनू सूद ने जो सवाल पूछें हैं उनपर सरकार को गौर करना चाहिए
इस कोरोना काल में किसी मसीहा की तरह लोगों की सेवा करने वाले एक्टर सोनू सूद ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने डॉक्टर्स से कई अहम सवाल पूछे हैं. सोनू ने ट्वीट में लिखा, 'एक सिंपल सवाल है, जब सब जानते हैं कि एक खास इंजेक्शन कहीं उपलब्ध नहीं है, तो हर डॉक्टर्स केवल उसे ही लोगों को लगाने के सलाह क्यों दे रहा हैं? जब अस्पतालों को यह दवा नहीं मिल पा रही हैं तो एक आम आदमी को यह कहां से मिलेगा? लोगों को बचाने के लिए हम लोग कोई और दवा क्यों नहीं इस्तेमाल कर सकते?'
सोनू ने जो सवाल पूछे हैं वो मुनासिब और लाज़िम सवाल हैं इसलिए इन्हें सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया जा रहा है. सोनू के इस ट्वीट पर लोग लगातार प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. ध्यान रहे सोशल मीडिया पर ऐसे भी तमाम यूजर्स हैं जिन्होंने डॉक्टर्स के पर्चे भी सोनू के साथ शेयर किए जिसमें तमाम ऐसी दवाओं का जिक्र है जिन्हें आदमी लाख कोशिश करने के बावजूद भी नहीं ढूंढ पा रहा है.
तमाम यूजर्स ऐसे भी थे जिन्होंने कहा कि डॉक्टर्स को मरीजों को सप्लीमेंट्स और विटामिंस की भी सलाह देनी चाहिए ताकि मरीज जल्द से जल्द ठीक हों.
अभिनेता का ट्वीट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. उनके फैंस इस पोस्ट पर जमकर प्रतिक्रिया दे रहे. कुछ फैंस ने तो डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन तक शेयर किए हैं, जिसमें यह लिखा है कि यह दवाइयां उपलब्ध नहीं हैं. वहीं कुछ ने एक्टर की बात से सहमति जताते हुए कहा कि डॉक्टरों को सप्लीमेंट्स या विटामिन्स की सलाह देनी चाहिए. ट्रेड एक्सपर्ट सुमित अग्रवाल ने कमेंट करते हुए लिखा, 'कुछ दवाओं का कोई विकल्प नहीं होता है.'
सोनू के सवाल तीखे थे तो जाहिर है लोगों को उनकी बातें बुरी भी लगीं और लोगों ने उनके ज्ञान को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। लोग कह रहे हैं कि सोनू ऐसी बातें सिर्फ इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें फ़िल्में नहीं मिल रहीं.
बहरहाल, कोई कुछ कहे. लेकिन जो सवाल सोनू ने उठाए हैं वो इसलिए भी जरूरी हैं क्योंकि देश का एक बड़ा वर्ग बहुत मामूली दवाओं के लिए संघर्ष कर रहा है. बाकी सोनू के सवाल बहुत जरूरी हैं इसलिए उन्हें इग्नोर नहीं करना चाहिए.
ये भी पढ़ें -
पूर्व आईएसएस का कोविड आपदा में 'ट्विंकल-अक्षय' को ट्रोल करना भौंडेपन की पराकष्ठा है!
अस्पताल में खुद पोंछा लगाने वाले कोविड पॉजिटिव मंत्री की सादगी ने जीता दिल
बंगाल भाजपा की इस महिला विधायक के लोग रातोंरात फैन बन गए
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.