अजब है सोशल मीडिया. ग़ज़ब है इसकी महिमा. कब रंक, राजा बन जाए इसे तो वो भी नहीं जानता जिसकी किस्मत पलटने वाली है. मुकद्दर में था अगला सिकंदर बन बैठा. सबसे ताजे में भुवन बादयाकर को ही देख लीजिए. पश्चिम बंगाल में साईकल पर मूंगफली बेच रहे थे. किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया. आज देश में ही नहीं विदेशों में भी कच्चा बादाम के जलवे हैं. गाने की लोकप्रियता ऐसी कि इंसान तो इंसान कुत्ते बिल्लियों और सांप नेवले वाले वीडियो में भी कच्चे बादाम को फिट कर दिया गया है. बाकी वायरल होने के बाद जैसे हालात हैं भुवन न सिर्फ मूंगफली वालों बल्कि कई सेलेब्रिटीज के Indian वर्शन ऑफ लेडी गागा हैं. जिधर देखो वहीं कच्चा बादाम और उसपर मटकती कमर... अब चूंकि भुवन का टाइम आ गया है खोजी यूट्यूबर्स और इंस्टाग्राम पर रील बनाने वाले निकल पड़े हैं टैलेंट की तलाश में और हाथ लगे हैं 'चचा अमरूद वाले.'
पता नहीं भुवन की देखा देखी या पहले से चचा गा गाकर न केवल अमरूद बेच रहे हैं बल्कि उसकी क्वालिटी भी बता रहे हैं. वीडियो कहां का है? अमरूद को इस खास अंदाज में बेच रहे ये बुजुर्ग चचा कौन हैं? इसकी कोई ठोस जानकारी अभी नहीं है लेकिन हां अगर कोई जानकारी हमारे पास है तो वो ये कि 'कच्चा बादाम फेम' भुवन की बदौलत अब फेरी लगाकर दो वक्त की रोटी का इंतेजाम करने वालों के अच्छे दिन आ गए हैं.
जैसे हालात है और जिस तरह यूट्यूबर्स और रील बनाने वालों के बीच इन फेरी वालों को वायरल करने की होड़ है ये कहना अतिश्योक्ति नहीं है कि कल शायद किसी कबाड़ी या किसी सब्जीवाले, फूल वाले, बर्तन बेचने वाले,...
अजब है सोशल मीडिया. ग़ज़ब है इसकी महिमा. कब रंक, राजा बन जाए इसे तो वो भी नहीं जानता जिसकी किस्मत पलटने वाली है. मुकद्दर में था अगला सिकंदर बन बैठा. सबसे ताजे में भुवन बादयाकर को ही देख लीजिए. पश्चिम बंगाल में साईकल पर मूंगफली बेच रहे थे. किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया. आज देश में ही नहीं विदेशों में भी कच्चा बादाम के जलवे हैं. गाने की लोकप्रियता ऐसी कि इंसान तो इंसान कुत्ते बिल्लियों और सांप नेवले वाले वीडियो में भी कच्चे बादाम को फिट कर दिया गया है. बाकी वायरल होने के बाद जैसे हालात हैं भुवन न सिर्फ मूंगफली वालों बल्कि कई सेलेब्रिटीज के Indian वर्शन ऑफ लेडी गागा हैं. जिधर देखो वहीं कच्चा बादाम और उसपर मटकती कमर... अब चूंकि भुवन का टाइम आ गया है खोजी यूट्यूबर्स और इंस्टाग्राम पर रील बनाने वाले निकल पड़े हैं टैलेंट की तलाश में और हाथ लगे हैं 'चचा अमरूद वाले.'
पता नहीं भुवन की देखा देखी या पहले से चचा गा गाकर न केवल अमरूद बेच रहे हैं बल्कि उसकी क्वालिटी भी बता रहे हैं. वीडियो कहां का है? अमरूद को इस खास अंदाज में बेच रहे ये बुजुर्ग चचा कौन हैं? इसकी कोई ठोस जानकारी अभी नहीं है लेकिन हां अगर कोई जानकारी हमारे पास है तो वो ये कि 'कच्चा बादाम फेम' भुवन की बदौलत अब फेरी लगाकर दो वक्त की रोटी का इंतेजाम करने वालों के अच्छे दिन आ गए हैं.
जैसे हालात है और जिस तरह यूट्यूबर्स और रील बनाने वालों के बीच इन फेरी वालों को वायरल करने की होड़ है ये कहना अतिश्योक्ति नहीं है कि कल शायद किसी कबाड़ी या किसी सब्जीवाले, फूल वाले, बर्तन बेचने वाले, चाकू में धार लगाने वाले की आवाज पर हम लोगों को कमर मटकाते हुए देखें.
बात बाकी ये है कि यूं भी आज का आदमी तमाम कारणों से फ्रस्टेट है क्या ही बुरा है कि ऐसे लोगों की बदौलत उसके चेहरे पर मिनट दो मिनट के लिए हंसी ही आ जाए. वैसे भी अब तो हंसी भी खरीदी और बेची जा रही है और आदमी इस तरह की अनोखी सौदेबाजी में ठीक ठाक पैसे भी कमा रहा है.
बात चूंकि अमरूद वाले चचा को ध्यान में रखकर हुई है तो अब इधर उधर क्या ही जाना बस इतना समझ लीजिये बुलंदी उनकी भी किस्मत में लिखी थी देर मिली लेकिन सोशल मीडिया की बदौलत दुरुस्त मिली. अच्छा हां क्योंकि वक़्त फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, व्हाट्सएप इंस्टाग्राम वाला है कल की डेट में कोई बड़ा सिंगर चचा को लेकर डुएट गाते हुए अपनी ताज़ी एल्बम ही गा दे तो हमें हैरत में बिलकुल नहीं पड़ना चाहिए और तत्काल प्रभाव में उस सिंगर का यूट्यूब चैनल सब्स्क्राइब करते हुए बेल का आइकॉन दबा देना चाहिए.
कहने बताने को अमरूद वाले चचा का वीडियो 27 सेकंड का है और भुवन के कच्चा बादाम की तरह ये वीडियो भी वायरल है. अब क्योंकि ये वीडियो भी वायरल है तो पब्लिक डिमांड यही है कि इसपर भी ज्यादा से ज्यादा गाने और रील बनें ताकि उदास और फ्रस्ट्रेट लोगों के एंटरटेनमेंट में किसी तरह की कोई कमी न रहे.
क्योंकि अमरूद वाले चचा सोशल मीडिया के नए सेंसेशन है तो हमारे लिए ये जान लेना भी बहुत जरूरी है कि तमाम यूजर्स भी इस बात को दोहरा रहे हैं कि भला हो टेक्नोलॉजी का अब आने वाला वक़्त इन्ही लोगों का है.
बहरहाल सोशल मीडिया पर वायरल के नाम पर फेरी वालों की इस नयी चिरांद को ध्यान में रखकर हम बस इतना ही कहेंगे कि चाहे वो भुवन हों या फिर ये अमरूद वाले चचा भगवान जब किसी को देता है तो छप्पर फाड़ के देता है. चचा को मिला है और जब तक किस्मत में लिखा होगा तब तक मिलेगा उसके बाद कोई नया सेंसेशन आएगा उसका जलवा होगा. उसकी बातें होंगी. कुल मिलकर वकाई जो आने वाला वक़्त है वो इन फेरी वालों का है.
जय हो सोशल मीडिया की. विजय हो सोशल मीडिया की. ये अगर न होता तो यक़ीनन ज़िन्दगी बोझिल और हद दर्जे की बेरंग होती.
ये भी पढ़ें -
महंगी शादियों से दूर अपनी कसमों के साथ विवाह बंधन में आये Farhan Akhtar और Shibani Dandekar!
रिश्वतकांड में फंसी आप पार्षद के 'आइडिया' में लगी क्रिएटिविटी की तारीफ होनी ही चाहिए!
अंग्रेजी में तेज लेकिन इमला में बेहद कमज़ोर निकले प्यारे कांग्रेसी शशि थरूर!
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.